White 08/05/2024
वो बचपन के सपने टूट गए , सब जवानी में,
शायद हम लोग ही बदल गए हैं,
या बदलाव आए हैं हमारी कहानी में,
अब दोस्तों से भी मिलना न होता और अपनो से भी दूरियां
नाम तो है नाम मजबूरी,
या हम ही रहने लगे मनमानी में,
जिंदगी है छोटी , कमाने में गुजर जायेगी,
हर कोई रहने लगा , अपनी ही रवानी में
शायद हम लोग ही बदल गए हैं,
या बदलाव आए हैं हमारी कहानी में,
©Deep Chauhan
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