मत खोजो हमे, हम Hunter है जनाब जगंलो मे ही मिलेंगे,,
पर आपको पता है सनम बोया है बबूल तो गुलाब थोड़े मिलेंगे
जो कभी भूल से भी जाके तलाश करोगे वफा कि हमारे ठिकाने पे
उनकी कद काठी के हिसाब से सिलवाये हूये लाल जोड़े ही मिलेंगे
प्यार की कश्ती में, जब दिल ही दरिया था तभी तो इस मोड पे आ गये
एक इश्क ही जरिया था, जो हम सबको छोड़ के आ गये,,
यू तो दाव वे दाव हम ही चलते है,पर हुक्म का ईक्का कूदरत हि चलाती है,,,
फालतू हि कहते है,बादशाह थे कभी आज रोड पे आ गये है
बड़ी शिदत से चाहा जनाब उसको,प्यार कल भी था आज बेशूमार है तभी तो जाते हूये कह गई कि,
यू अश्क टपकाते हूये न रहना पगले बिखर जायेगा
Hunter के लब काप रहै थे,बड़ी देर से बोल पाया
गमो से तबीयत जब भी भरपूर होती है जब तू दूर होती है न अकेला छोड़ जा ये फकिर किधर जायेगा
मेरे जाने के बाद कदमो को देख के वो खूब रोती थी,,
तो मैं भी सिसकिया भरता था जब मैं श्याम वो मेरी मीरा होती थी,,
आज भी उनकी यादो का सिलसिला जारी है,सच्चे प्यार का छाया भला कब हटता है,,
मै आज भी वहा जाके खुश रहता हू जहाँ मिली थी,महसूस करता हूँ यहीं है तभी वक्त कटता है
मूजे तूम्हारा फरेब अच्छा लगा,पर कयो बैठे मेरे साथ पहर मे,,
मूजे मौत भी मूकम्मल ना हूई कूछ और मिला देते जहर मे,,
मूजे बर्बाद करके खूश हो,मूजे अच्छी लगी वफादारी,
पर याद रखना जवाब देना होगा तूम्हे,मरने के बाद
हूर और परीयो के शहर मे,,
मौसम बेईमान था,बादल चारो तरफ काले थे,
हाल मेरा भी कूछ यू ही था,उसके जो हवाले थे
मैं प्यार निभाने कि रस्म अदा करता रहा,वो पीठ पीछे हसती रही,,,
ठौकर भी तब लगी,जब पता चला साप मैने ही आस्तीन के पाले थे,,
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