कठपुतली 💃
में एक कठपुतली
जिसने चाहा वैसे मुझे नचाया,
जीवन को मेरे लोगो के लिए मनोरंजन बनाया।
थक गई फिर भी मुझे कोई ना समझा ,
ताली बजी और फिर बार बार
मुझे जोर जोर से हिलाया और घुमाया।
टूट गई तो छोड़ दिया,
कबाड़ी वाले को बेच दिया ।
आज भी पड़ी हु कौने में
अब कोई नहीं आता मुझे सुनने 😔😔
©richirich
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here