Simran Rana

Simran Rana

still learning

  • Latest
  • Popular
  • Video

बारिश की बूंद जो आई थी, तन मन को महकाई थी मिट्टी की धीमी सी खुशबू, मीठी सुगंध बन आई थी ख्वाजा जो कबसे था सूखा, उसकी प्यास बुझाई थी बारिश की बूंद जो आई थी, तन मन को महकाई थी खेतों में नमी आई, सारी बुआई फिर भर आई थी पेड़ों की पत्तियों में, फिर नई चमक सी आई थी बारिश की बूंद जो आई थी, ............................... पंख फेला के नाचा वो, मयूर का दुख भुलाई थी झुलसती गर्मी का मौसम, बर्फ सी बन आई थी बारिश की बूंद जो आई थी, ............................... बादल बोलें ज़ोर से गड़-गड़, बिजली भी चमकाई थी नन्हे बच्चे नाव बनाते, सपनो को पार लगाई थी बारिश की बूंद जो आई थी, .............................. ©Simran Rana

#raindrops  बारिश की बूंद जो आई थी, तन मन को महकाई थी  
मिट्टी की धीमी सी खुशबू, मीठी सुगंध बन आई थी 
ख्वाजा जो कबसे था सूखा, उसकी प्यास बुझाई थी
बारिश की बूंद जो आई थी, तन मन को महकाई थी 

खेतों में नमी आई, सारी बुआई फिर भर आई थी 
पेड़ों की पत्तियों में, फिर नई चमक सी आई थी 
बारिश की बूंद जो आई थी, ...............................

पंख फेला के नाचा वो, मयूर का दुख भुलाई थी 
झुलसती गर्मी का मौसम, बर्फ सी बन आई थी 
बारिश की बूंद जो आई थी, ...............................

 बादल बोलें ज़ोर से गड़-गड़, बिजली भी चमकाई थी 
नन्हे बच्चे नाव बनाते, सपनो को पार लगाई थी 
बारिश की बूंद जो आई थी, ..............................

©Simran Rana

#raindrops

9 Love

खयाल आते है चले जाते है, उन्हें कागज़ पे उतार लूँ लोग आते है चले जाते है, उन्हें ज़ेहन से निकाल दूँ वक़्त आता है चला जाता है, कुछ लम्हे गुज़ार लूँ शबाब आता है चला जाता है, खुद को संवार लूँ अब तो बस तेरा इंतज़ार है तू कब आएगा तेरे इंतज़ार में सारी ज़िन्दगी गुज़ार दूँ ©Simran Rana

#OneSeason  खयाल आते है चले जाते है, उन्हें  कागज़ पे उतार लूँ 
लोग आते है चले जाते है, उन्हें ज़ेहन से निकाल दूँ 
वक़्त आता है चला जाता है, कुछ लम्हे गुज़ार लूँ 
शबाब आता है चला जाता है, खुद को संवार लूँ 
अब तो बस तेरा इंतज़ार है तू कब आएगा
तेरे इंतज़ार में सारी ज़िन्दगी गुज़ार दूँ

©Simran Rana

#OneSeason

13 Love

डरती हूँ कोई मुझे लाचार ना देख ले आँखों में मेरी गुस्से का गुब्बार ना देख ले सीने में मेरे दर्द का करार ना देख ले और जो आंसू में छुपा रही हूँ वो कोई देख ना ले इसिलिए खुशी का मुखौटा लगाया है ©Simran Rana

#standAlone  डरती हूँ कोई मुझे लाचार ना देख ले
आँखों में मेरी गुस्से का गुब्बार ना देख ले 
सीने में मेरे दर्द का करार ना देख ले 
और जो आंसू में छुपा रही हूँ वो कोई देख ना ले 
इसिलिए खुशी का मुखौटा लगाया है

©Simran Rana

कुछ लिखने के लिए आज फिर मुझे नींद नहीं आई और फिर लिखते-लिखते सो गई ©Simran Rana

#Light  कुछ लिखने के लिए आज फिर मुझे नींद नहीं आई
और फिर लिखते-लिखते सो गई

©Simran Rana

#Light

10 Love

कभी में अच्छा ना लिखऊँ तो मुझे मत भुलाना मेरी अच्छाईयों को बुराइयों में ना दबाना करूँगी मेहनत लिखुँगी अच्छा, बस मुझपे बदलने का दबाव ना बनाना मैं लिखती हूँ जो मेरा दिल कहता है, ज़माने की तरफदारी का इलज़ाम ना लगाना और ये महज शब्द नहीं मेरे जज़बात है, इन्हे बेकार समझ मत मिटाना ©Simran Rana

#SuperBloodMoon  कभी में अच्छा ना लिखऊँ तो मुझे मत भुलाना 
मेरी अच्छाईयों को बुराइयों में ना दबाना 
करूँगी मेहनत लिखुँगी अच्छा, बस मुझपे बदलने का दबाव ना बनाना 
मैं लिखती हूँ जो मेरा दिल कहता है, ज़माने की तरफदारी का इलज़ाम ना लगाना 
और ये महज शब्द नहीं मेरे जज़बात है, इन्हे बेकार समझ मत मिटाना

©Simran Rana

अपने तेरे ग़ैर , ग़ैर अपने हो गए तेरे प्यार के वो वादे झूटे , मुलाकातें सपने हो गए चल झूठी तो तू थी मै जानता हूँ , पर बेहया कबसे हो गई सुना है मुझे जलाने के लिए, तू रक़ीब की बाहो में सो गई ©Simran Rana

#lost  अपने तेरे ग़ैर , ग़ैर अपने हो गए 
तेरे प्यार के वो वादे झूटे , मुलाकातें सपने हो गए 
चल झूठी तो तू थी मै जानता हूँ , पर बेहया कबसे हो गई
सुना है मुझे जलाने के लिए, तू रक़ीब की बाहो में सो गई

©Simran Rana

#lost

8 Love

Trending Topic