White वादा फ़िर भी तो नहीं किया था उसने ,,
यूँ मुकर जाना तो यार बनता है ...
आदतन भूल गया हूँ राबता करना ,,
ये बहाना तो यार बनता है ...
आँखें ख़्वाबों कि है मुंतज़िर हर शब ,,
तुझ से मांगी थी कोई मिल्कियत कब ,,
मुझको दफ़ना दे दिल के किसी कोने मे ,,
एक ठिकाना तो यार बनता है ...!!
©Shawaz_369
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