White मुझे शौक नहीं रुक्मणि बनने का
मैं तुम्हारी राधा बनकर खुश रह सकती हूं।।
मुझे शौक नहीं मीरा बनने का
मैं तेरे आंगन की तुलसी बनकर खुश रह सकती हूं।।
मुझे शौक नहीं सीता बनने का
मैं तेरी प्रतीक्षा में शबरी बनकर खुश रह सकती हूं।।
अगर तुम साथ रहो उम्र भर मेरे तो
मेरा यकीन मानो,,
मुझे शौक नहीं गोपी बनने का
मैं तेरे होंठों से लगी बंशी बनकर खुश रह सकती हूं...!!
©Pratiksha Soni
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