Swati Bhardwaj

Swati Bhardwaj Lives in Varanasi, Uttar Pradesh, India

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#calm

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जब ऐतबार ही ना हो तो इंतेज़ार कैसा।

#poemoftheday #Shayar #write #poem  जब ऐतबार ही ना हो
तो इंतेज़ार कैसा।

चल हमराही साथ मेरे तेरे साथ अंधेरा रौशन लगे भूख लगी हो चाहे प्यास बढ़े तेरे नैनो के दर्श से सब जाऊ भूल मैं। चल हमराही दूर कहीं राहों में कदम साथ मिले जब थक जाऊ मैं कहीं तू धूप में छाओ बने। चल हमराही अंजान बन फिर से सारी बात सुन जो चुप हो जाऊ कहते हुए तुझे मेरी खामोशी भी राग लगे। चल हमराही बैठ यहां हो अकेले पर ना हो तन्हा जब हार जाऊ दुनिया से मैं तू बन जा मेरी अलग दुनिया। चल हमराही अब चलते हैं तू मुझे मिल फिर से मिलते हैं शिकायते भी कर लेंगे पर पहले किस्से गढ़ते है। Swati Bhardwaj

#poemoftheday #Light  चल हमराही साथ मेरे
तेरे साथ अंधेरा रौशन लगे
भूख लगी हो चाहे प्यास बढ़े
तेरे नैनो के दर्श से सब जाऊ भूल मैं।

चल हमराही दूर कहीं
राहों में कदम साथ मिले
जब थक जाऊ मैं कहीं
तू धूप में छाओ बने।

चल हमराही अंजान बन 
फिर से सारी बात सुन
जो चुप हो जाऊ कहते हुए
तुझे मेरी खामोशी भी राग लगे।

चल हमराही बैठ यहां
हो अकेले पर ना हो तन्हा
जब हार जाऊ दुनिया से मैं
तू बन जा मेरी अलग दुनिया।

चल हमराही अब चलते हैं
तू मुझे मिल फिर से मिलते हैं
शिकायते भी कर लेंगे
पर पहले किस्से गढ़ते है।
Swati Bhardwaj

#Light thank you for so much of your love. touched thrilled to see this❤️🤗 #Nojoto #poem #Poet #poemoftheday

12 Love

आज वो भी शमशान में दफन हैं जो कहते थे जानते नहीं हम कौन हैं उनमें अहंकार और जो वेहम थे वो आखिरी वक़्त की तरह आखिर हो गए।

#Time  आज वो भी शमशान में दफन हैं
जो कहते थे जानते नहीं हम कौन हैं
उनमें अहंकार और जो वेहम थे
वो आखिरी वक़्त की तरह आखिर हो गए।

#Time #Nojoto

12 Love

झुक जाएंगी भी नज़रे तुम्हारी, अगर मिल जाएंगी नजरो से मेरी।

#Time  झुक जाएंगी भी नज़रे तुम्हारी,
अगर मिल जाएंगी नजरो से  मेरी।

#Time #Nojoto

12 Love

सजी धजी कर सोलह श्रृंगार बैठी रही नज़रे घर ही चौखट पर कर, खुशी और असमंजस दोनों हैं एक साथ कहीं मिलेगा कोई ,तो कहीं छूटेगा पूरा घरबार।

#InterntaionalFamilyDay #Quotes #story  सजी धजी कर सोलह श्रृंगार
बैठी रही नज़रे घर ही चौखट पर कर,
खुशी और असमंजस दोनों हैं एक साथ
कहीं मिलेगा कोई ,तो कहीं छूटेगा पूरा घरबार।
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