हर ख्वाहिश हो मुकम्मल यहां ये ज़रूरी तो नहीं..........
1_.बारिश हो ठीक है पर यार भी साथ में हो ये जरूरी तो नहीं
2_.बेशक तेरी मेरी मंजिल एक ही है पर राहों में भी हम साथ चले ये जरूरी तो नहीं...
3_.और जो राते मेरी है वहीं राते तेरी भी है पर नींद रातो को तुझे भी न आए ये ज़रूरी तो नहीं....
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