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किस भंवर में फस गए ... जितना निकलने का प्रयास करते है... उतना ही और डूबते जाते हैं.. ©Satyendra satyam
Satyendra satyam
9 Love
जब समय नही बोलता है तब इंसान बोलता है पर उसकी कोई नहीं सुनता ... (परम सत्य) ©Satyendra satyam
11 Love
जिन्दगी के पन्ने जब हमनें पलटे.. तो देखा जीवन में कुछ पाया ही नही सिर्फ खोया है.. बचपन में जिम्मेदार बन गए जवानी में बहिष्कृत हो गए... ©Satyendra satyam
10 Love
आग्रह है उन पिताओं से जो अपने बच्चें को दो वक्त की रोटी तो देते है , भले रोटी एक वक्त की दीजिये पर अपने बच्चें की धड़कन सुनने का प्रयास कीजिये नही तो हासिल कुछ नही होगा जीवन में... ©Satyendra satyam
8 Love
एक व्यक्ति ने जब अपने घर में अधिकार की बात की तो उसके पिता ने कहा घर तोड़ रहे हो .....आज वर्षों बीत गए घर तो बच गया पर अधिकार माँगने वाला व्यक्ति टूट कर बिखर गया l ©Satyendra satyam
7 Love
फर्क नहीं पड़ता किसी को, तो क्यों ज़ख्म दिखाऊ सीने के.. क्या जीना क्या मरना अब तो वक़्त है बस पीने का... ©Satyendra satyam
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