दुरिया -दुरिया रहिके, तै कइसे भूलाबे गा
भूल -चूक ल सहिके ,ग्रुप म चले आबे गा।
बेरा बखत के फेर आए संगी
तै कइसे भूलाबे गा
भूल चूक ल सहिके, ग्रुप म चले आबे गा ।
Libcycle रूख के तरि
तै बइठ के सुरताबे गा
अउ सुख दुख ल गोठियाबे गा
जुन्ना जुन्ना संग ल छोड़
तै कहा ले नवा भिडाबे गा
दुरिया -दुरिया रहिके, तै कइसे भुलाबे गा भूल चूक ल सहिके ,ग्रुप म चले आबे गा।
©LUСKY SINGH
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