Ramesh Suthar

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#कविता  एक बार संता की नई-नई शादी हुई, लेकिन फिर भी वह शाम को काफी देर तक दफ्तर में ही बैठा रहता।

एक दिन उसके बॉस ने उससे पूछा, "यार संता, अभी तुम्हारी नई-नई शादी हुई है फिर भी तुम देर तक दफ्तर में ही बैठे रहते हो, क्या बात सब ठीक तो है?"

संता: बिल्कुल सर, दरअसल, बात यह है कि मेरी पत्नी भी नौकरी करती है और हम दोनों में से जो भी घर पहले पहुंचता है खाना उसे ही बनाना पड़ता है, बस इसीलिए

©Ramesh Suthar

एक बार संता की नई-नई शादी हुई, लेकिन फिर भी वह शाम को काफी देर तक दफ्तर में ही बैठा रहता। एक दिन उसके बॉस ने उससे पूछा, "यार संता, अभी तुम्हारी नई-नई शादी हुई है फिर भी तुम देर तक दफ्तर में ही बैठे रहते हो, क्या बात सब ठीक तो है?" संता: बिल्कुल सर, दरअसल, बात यह है कि मेरी पत्नी भी नौकरी करती है और हम दोनों में से जो भी घर पहले पहुंचता है खाना उसे ही बनाना पड़ता है, बस इसीलिए ©Ramesh Suthar

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#कविता  अगर तुम सूरज की तरह चमकना चाहते हो
 तो पहले सूरज की तरह जलो।

©Ramesh Suthar

अगर तुम सूरज की तरह चमकना चाहते हो तो पहले सूरज की तरह जलो। ©Ramesh Suthar

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#कविता  अगर तुम सूरज की तरह चमकना चाहते हो
 तो पहले सूरज की तरह जलो।

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अगर तुम सूरज की तरह चमकना चाहते हो तो पहले सूरज की तरह जलो। ©Ramesh Suthar

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#कविता  ताकत अपने लफ्जों में डालो आवाज में नहीं,
क्यूंकि फसल बारिश से होती है बाढ़ से नहीं।

©Ramesh Suthar

ताकत अपने लफ्जों में डालो आवाज में नहीं, क्यूंकि फसल बारिश से होती है बाढ़ से नहीं। ©Ramesh Suthar

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#कविता  “बीच रास्ते से लौटने का कोई फायदा नहीं, लौटने पर भी उतनी ही दूरी तय करनी पड़ेगी जितनी दूरी तय कर लक्ष्य तक पहुच सकते है।

©Ramesh Suthar

“बीच रास्ते से लौटने का कोई फायदा नहीं, लौटने पर भी उतनी ही दूरी तय करनी पड़ेगी जितनी दूरी तय कर लक्ष्य तक पहुच सकते है। ©Ramesh Suthar

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#कविता  माना कि पंख तेरे है कटे पंखो मे उड़ने का कहाँ है दम हौसलों को बना पंख फिर देख तेरी उड़ान में भी है दम हौसलों में कैद आसमान रख परिंदों से ऊँची तेरी उड़ान रख सर कलम कर उनके और बता दे कि हौसलो की उड़ान अभी बाकी है हाँ अभी बाकी है

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माना कि पंख तेरे है कटे पंखो मे उड़ने का कहाँ है दम हौसलों को बना पंख फिर देख तेरी उड़ान में भी है दम हौसलों में कैद आसमान रख परिंदों से ऊँची तेरी उड़ान रख सर कलम कर उनके और बता दे कि हौसलो की उड़ान अभी बाकी है हाँ अभी बाकी है ©Ramesh Suthar

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