खौफ दिल में लिए वो स्कूल जाती है,
बन्दिशों में वो बख़्त की सिमट जाती है।
ना जाने कितनी ख्वाहिशें उसकी दफ़न हैं मगर
सुना है कि आज तो जशन - ए - आजादी है।।
लेकिन मोहब्बत है हमें आपकी रूह से जिस्म से नहीं,
लेकिन क्या जिस्म की आरज़ू कहीं और करें।
दिल के सारे जज्बात ब्यान करते हैं आपसे ,
तो क्या वासना भरी बातें किसी और से करें।
अगर प्यार का मतलब सिर्फ मन का मिलन है,
तो क्या तन के लिए किसी और से प्यार करें।
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