जीवन वह नही है जिसकी आप चाहत रखते है, अपितु यह तो वैसा बन जाता है, जैसा आप इसे बनाते है।
285 Love
342 Love
*हँसता हुआ मन* *और* *हँसता हुआ चेहरा* *यही सच्ची संपति है....!!* *इस पर* *आयकर विभाग की रेड कभी नहीं पड़ती*....!! * किसी ने गौतम बुद्ध से पूछा,"*
325 Love
*जीवन में जो भी करो..!* *पूर्ण समर्पण के साथ करो..!!* *प्रेम करो तो मीरा की तरह....* *प्रतिक्षा करो तो शबरी की तरह....* *भक्ती करो तो हनुमान की तरह....* *शिष्य बनो तो अर्जुन की तरह....* *और*
301 Love
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