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White सजी हैं दीपमलाएं, तुम्हें एकादसी शुभ हो तुम्हारे साँवले की भी, ये जिंदगी अध-बसी शुभ हो समर को जीतनें वाले "राम" का, है दीपोत्सव अब "सिया", ससुराल की तुमको प्रथम एकादसी शुभ हो ©Romil Shrivastava
Romil Shrivastava
8 Love
वो किस हुनरमंदी से ये सच्चाई छुपाती है कि जैसे सिसकियों का ज़ख्म शहनाई छुपाती है जो इसकी तह में जाता है वो फिर वापस नहीं आता नदी हर तैरनें वाले से गहराई छुपाती है ©Romil Shrivastava
12 Love
White पत्ते पर लिखी वो शायरी इक बकरी खा गई... और..चर्चा पूरे शहर में रहा इक बकरी शेर खा गई! ©Romil Shrivastava
7 Love
White तुम्हारी राह में मिट्टी के घर नहीं आते इसीलिए तो तुम्हें हम नजर नहीं आते जिन्हें सलीका है तहजीब-ए-गम समझने का उन्ही के रोने में आंशू नजर नहीं आते ख़ुशी की आँख में आंशू की भी जगह रखना बुरे ज़मानें कभी किसी से पूछ कर नहीं आते ©Romil Shrivastava
13 Love
चाँद तारों को तकना तो कुछ भी नहीं रातों को ऎसे जगना तो कुछ भी नहीं तड़पे थे राम भी जानकी के लिए फिर हमारा तड़पना तो कुछ भी नहीं ©Romil Shrivastava
White उसे हमसे मोहब्बत है... गलत फहमी में मत रहना ये बस दिल की शरारत है... गलत फहमी में मत रहना हमी को देख कर वो मुस्कुराता है, तो हैरत क्या है..? उसे हसनें की आदत है... गलत फहमी में मत रहना मैं तुझको चाहता हूँ बात ये सच है मगर फिर भी मुझे तेरी जरूरत है... तेरी गलत फहमी में मत रहना ©Romil Shrivastava
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