अगर मेरे बस में होता तो खुदा का लिखा हुआ काटता
तेरे हिस्से में आए बुरे दिन कोई दूसरा काटता.,
मैंने भी दर्द ए जिन्दगी काटी है सबकी तरह
वैसे बहतर तो ये था कि मैं कुछ नया काटता..,
लहरों से ज्यादा बहाव था तेरे हर एक लफ्ज़ में
मैं इशारा नहीं काट सकता तेरी बात क्या काटता...,
तेरे होते हुए मोमबत्ती बुझाई किसी और ने
क्या खुशी रह गई थी जन्मदिन की मैं केक क्या काटता..!
Happy Birthday To me
K❣️B
©Keshav Das
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