पल भर की खुशी देकर जीवन भर की हंसी छीन लेती है,
यह जिंदगी यूं ही अपना सब दिया हुआ वसूल लेती है,
ना करना घमंड अपनी इस चार दिन की जवानी पर,
यह जिंदगी बुढ़ापा देकर उसको भी छीन लेती है,
मिट जाते हैं खाक में वो सब के सब सूरमा भी
जिन्हें किस्मत अपनी मर्जी से तख्तो ताज देती है |
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