दशकूपसमा वापी, दशवापीसमो ह्रदः
दशह्रदसमो पुत्रो, दशपुत्रसमो द्रुमः
"दस कुँए के बराबर होती है एक बावड़ी, दस बावड़ी के बराबर एक सरोवर, दस सरोवर के समान एक पुत्र और दस पुत्रों के समान एक वृक्ष का महत्त्व होता है"🌳
#पर्यावरणबचाओ#savetrees#Trees
कर्णिका द्वारा प्रार्थना....
"तन निरोगी रहे, धन भी भरपूर हो,
मन भजन में लगे, द्वंद दुख दूर हो,
कर्ज भी ना रहे, मर्ज भी ना रहे,
फर्ज निभता रहे,ऐसा वर दीजिए,
प्रार्थना है मेरी, मेरे हनुमान जी,
मेरे सिर पर भी अब हाथ धर दीजिए"।
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