ankush jain kanni

ankush jain kanni

  • Latest
  • Popular
  • Video

White एक लड़की है जो बहुत कुछ सह जाती है सब कुछ करने के बाद भी उसकी कमियां उसे बताई जाती है एक लड़की है जो बहुत कुछ सह जाती है हजारों रिश्तो को निभाते निभाते खुद अकेली रह जाती है एक लड़की है जो बहुत कुछ सह जाती है दो कुटुम की शान कहलाती है सबको अपना बनाती है फिर भी बेटी पराया धन क्यों कहलाती है एक लड़की है जो बहुत कुछ सह जाती है ©ankush jain kanni

#शायरी #sad_shayari  White एक लड़की है जो बहुत कुछ सह जाती है 
सब कुछ करने के बाद भी उसकी कमियां उसे बताई जाती है 
एक लड़की है जो बहुत कुछ सह जाती है 
हजारों रिश्तो को निभाते निभाते खुद अकेली रह जाती है 
एक लड़की है जो बहुत कुछ सह जाती है 
दो कुटुम की शान कहलाती है सबको अपना बनाती है 
फिर भी बेटी पराया धन क्यों कहलाती है
एक लड़की है जो बहुत कुछ सह जाती है

©ankush jain kanni

#sad_shayari

16 Love

White नोहटा की परिभाषा *नो_ नोट की खोट ने आपस के प्रेम को तोड़ा है। *ह हँसी की चोट ने आपस के प्रेम को तोड़ा है। *टा टालने की खोट ने आपस के प्रेम को तोड़ा है। ©ankush jain kanni

#कविता #milan_night  White नोहटा की परिभाषा
*नो_
नोट की खोट ने आपस के प्रेम को तोड़ा है।
*ह
हँसी की चोट ने आपस के प्रेम को तोड़ा है।
*टा
टालने की खोट ने आपस के प्रेम को तोड़ा है।

©ankush jain kanni

#milan_night

13 Love

Shree Ram की राम नाम की महिमा प्यारी जिसे होते सारे काम है वह हमारी प्यारे श्री राम है की साहब 500 वर्षों के बनवास के साथ अब राम भक्तों का लक्ष्य पूर्ण हो पाया है जब हमने रामलाला को राम मंदिर में पाया है इतिहास गवाह है कितने कितने संघर्षों में हमें मंदिर मिल पाया है था एक टाइम उनका जब बाबर ने किया था हमला मंदिर है तोड़ा फिर 500 वर्ष तक न संभाला धरती थी राम मंदिर की फिर भी मस्जिद बनवाई थी 190 वर्षों तक अपनी हुकूमत चलाई थी था सनातनी वीर जय सिंह ने आवाज उठाई थी काफी करीब कोशिश फिर भी जमीन न मिल पाई थी सन 35 में रघुवर जी ने कोर्ट में पहली अर्जी लगाई थी राम लाल के घर के लिए हिंदू के दिल में आग जलाई थी 400 वर्ष बाद भी लड़ाई यूं ही चलती रही 6 दिसंबर 1992 में इतिहास हमने रचाया था शौर्य दिवस की तरह इसे हमने मनाया था इस दिन सारे चढ़ गए घूंम्मज पर। और उसे फोड़ दिया रामलाल का नाम फिर जोड़ दिया फिर एक बात स्पष्ट हो गई खड़ी राघव मेरे आ रहे हैं 22 जनवरी ©ankush jain kanni

#कविता #shreeram  Shree Ram की राम नाम की महिमा प्यारी जिसे होते सारे काम है वह हमारी प्यारे श्री राम है
की साहब
 500 वर्षों के बनवास के साथ अब राम भक्तों का लक्ष्य पूर्ण हो पाया है
 जब हमने रामलाला को राम मंदिर में पाया है
इतिहास गवाह है कितने कितने संघर्षों में हमें मंदिर मिल पाया है
था एक टाइम उनका जब बाबर ने किया था हमला मंदिर है तोड़ा फिर 500 वर्ष तक न संभाला
 धरती थी राम मंदिर की फिर भी मस्जिद बनवाई थी 190 वर्षों तक अपनी हुकूमत चलाई थी 
था सनातनी वीर जय सिंह ने आवाज उठाई थी काफी करीब कोशिश फिर भी जमीन न मिल पाई थी
 सन 35 में रघुवर जी ने कोर्ट में पहली अर्जी लगाई थी राम लाल के घर के लिए हिंदू के दिल में आग जलाई थी
 400 वर्ष बाद भी लड़ाई यूं ही चलती रही
6 दिसंबर 1992 में इतिहास हमने रचाया था शौर्य दिवस की तरह इसे हमने मनाया था इस दिन सारे चढ़ गए घूंम्मज पर। और उसे फोड़ दिया रामलाल का नाम फिर जोड़ दिया
फिर एक बात स्पष्ट हो गई खड़ी राघव मेरे आ रहे हैं 22 जनवरी

©ankush jain kanni

#shreeram

13 Love

तू लड़की है ये दुनिया मुझे रोज याद दिलाती है ये जींस शर्ट पोशाक लड़की पर नहीं भाती है तू लड़की है ये दुनिया मुझे रोज याद दिलाती है सब की भावनाओं को निभाते -निभाते मैं आगे बढ़ गई एक लड़की अपने आप से लड़ गई बेटी बनकर आई हूं मां बाप के जीवन में बसेरा होगा कल मेरा किसी और के आंगन में क्यों ये रीत प्रभु ने बनाई होगी कहते हैं आज नहीं तो कल तू पराई होगी सब अपने ही मुझे अपनाते हैं फिर क्यों पराया बताते हैं 🥺💔🥺 ©ankush jain kanni

#शायरी #afterglow  तू लड़की है
ये दुनिया मुझे रोज याद दिलाती है
ये जींस शर्ट पोशाक लड़की पर नहीं भाती है
तू लड़की है
ये दुनिया मुझे रोज याद दिलाती है
सब की भावनाओं को निभाते -निभाते मैं आगे बढ़ गई
एक लड़की अपने आप से लड़ गई
बेटी बनकर आई हूं मां बाप के जीवन में 
बसेरा होगा कल मेरा किसी और के आंगन में
क्यों  ये रीत प्रभु ने बनाई होगी
कहते हैं आज नहीं तो कल तू पराई होगी
सब अपने ही मुझे अपनाते हैं फिर क्यों पराया बताते हैं
🥺💔🥺

©ankush jain kanni

#afterglow

11 Love

दुनिया कहती जो भगवान वह होते हैं संत महान। 10 अक्टूबर तिथि निराली शरद पूर्णिमा का दिन था सदलगा है ग्राम ऐ पवन विद्याधर जी जन्मे थे पिता मल्लप्प मां श्रीमती की आंखों वे तारें थे पूर्णिमा के चांद हो जैसे लगते कितने प्यारे हैं दुनिया कहती जो भगवान वह होते हैं संत महान ©ankush jain kanni

#कविता  दुनिया कहती जो भगवान वह होते हैं संत महान।       

10 अक्टूबर तिथि निराली शरद पूर्णिमा का दिन था
 सदलगा है ग्राम ऐ पवन विद्याधर जी जन्मे  थे

पिता मल्लप्प मां श्रीमती की आंखों वे तारें थे
पूर्णिमा के चांद हो जैसे लगते कितने प्यारे हैं 

दुनिया कहती जो भगवान वह होते हैं संत महान

©ankush jain kanni

दुनिया कहती जो भगवान वह होते हैं संत महान। 10 अक्टूबर तिथि निराली शरद पूर्णिमा का दिन था सदलगा है ग्राम ऐ पवन विद्याधर जी जन्मे थे पिता मल्लप्प मां श्रीमती की आंखों वे तारें थे पूर्णिमा के चांद हो जैसे लगते कितने प्यारे हैं दुनिया कहती जो भगवान वह होते हैं संत महान ©ankush jain kanni

16 Love

हे मंगल रूप अमंगल हर मंगलमय मंगल गान करू मंगल में प्रथम श्रेष्ठ मंगल नवकार मंत्र का ध्यान करूं ©ankush jain kanni

#विचार #agni  हे मंगल रूप अमंगल हर
 मंगलमय मंगल गान करू 
मंगल में प्रथम श्रेष्ठ मंगल नवकार मंत्र का ध्यान करूं

©ankush jain kanni

#agni

9 Love

Trending Topic