someone special

someone special Lives in Shahjahanpur, Uttar Pradesh, India

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जब जिस्म मिट्टी में मिलना चाहे, और रूह आसमान में भटकना चाहे, तुम मुझे अपने पास बुला लेना, ए मौत मुझे गले लगा लेना...! ---(GUSTAKHI MAAF) ©someone special

 जब जिस्म मिट्टी में मिलना चाहे,
और रूह आसमान में भटकना चाहे,
तुम मुझे अपने पास बुला लेना,
ए मौत मुझे गले लगा लेना...!

---(GUSTAKHI MAAF)

©someone special

जब जिस्म मिट्टी में मिलना चाहे, और रूह आसमान में भटकना चाहे, तुम मुझे अपने पास बुला लेना, ए मौत मुझे गले लगा लेना...! ---(GUSTAKHI MAAF)

11 Love

यादों के समुंदर में एक कतरा इतना खास बना बैठा, जितना दूर रहना था उससे, उतना उसके पास जा बैठा, और कोशिश की थी मैंने कि मैं खुद को तुझसे दूर रखूं, जितना रोका खुद को, उतना तुझको अपना सा बना बैठा, और मैं गलत हूं मुझे पता है, तू सही है मुझे यकीन है, मगर ये दिल है ये तो फिर से वही गलती दोहरा बैठा, तू उगता सूरज है तेरा लिए नया सवेरा है, कुबूल कर, मैं ढलती शाम सा डूबना तो मैं नसीब में लिखा बैठा, और शुक्रिया मुझ भटके को मंजिल तक पहुंचाने के लिए, तुझसे मिलने पर मैं सफर को अपना साथी बना बैठा, और कभी पीछे मूड कर अपनी आँखे नम ना करना, कहीं तुझे अपने सफर का साथी कोई और बना बैठा, खुश रह तू आबाद रहे, चाहा तेरी राहो में कलिया सजाना, ना जाने कब तेरे लियो कांटो का बाग बिछ बैठा, की यादों के समुंदर में एक कतरा इतना खास बना बैठा, जितना दूर रहना था उसे उतना उसके पास जा बैठा... ---(GUSTAKHI MAAF) ©someone special

#Dark  यादों के समुंदर में एक कतरा इतना खास बना बैठा,
जितना दूर रहना था उससे, उतना उसके पास जा बैठा,
और कोशिश की थी मैंने कि मैं खुद को तुझसे दूर रखूं, 
जितना रोका खुद को, उतना तुझको अपना सा बना बैठा, 
और मैं गलत हूं मुझे पता है, तू सही है मुझे यकीन है,
मगर ये दिल है ये तो फिर से वही गलती दोहरा बैठा,
तू उगता सूरज है तेरा लिए नया सवेरा है, कुबूल कर, 
मैं ढलती शाम सा डूबना तो मैं नसीब में लिखा बैठा,
और शुक्रिया मुझ भटके को मंजिल तक पहुंचाने के लिए,
तुझसे मिलने पर मैं सफर को अपना साथी बना बैठा,
और कभी पीछे मूड कर अपनी आँखे नम ना करना,
कहीं तुझे अपने सफर का साथी कोई और बना बैठा,
खुश रह तू आबाद रहे, चाहा तेरी राहो में कलिया सजाना,
ना जाने कब तेरे लियो कांटो का बाग बिछ बैठा,
की यादों के समुंदर में एक कतरा इतना खास बना बैठा, 
जितना दूर रहना था उसे उतना उसके पास जा बैठा...
---(GUSTAKHI MAAF)

©someone special

#Dark

12 Love

जब "राहत" गए थे, तो थोड़ी राहत तो थी "राना", की तू है, मगर, यह इश्क की तालीम देने वाले मसीहा, तू भी यूं रूठकर चला जाएगा ये सोचा ना था...! ---RIP LEGEND🙏 #MUNAWWAR RANA SIR ©someone special

#MunawwarRana #Munawwar #Quotes  जब "राहत" गए थे, तो थोड़ी राहत तो थी "राना",
की तू है, मगर, यह इश्क की तालीम देने वाले मसीहा,
तू भी यूं रूठकर चला जाएगा ये सोचा ना था...!
---RIP LEGEND🙏
#MUNAWWAR RANA SIR

©someone special

RIP LEGEND #MunawwarRana

15 Love

यूं धुआ धुआ सा हू, ना जाने कोन सी उलझन है, अभी तक तेरी सादगी के कायल थे, अब तेरी कशिश की दीवाने है...! ---(GUSTAKHI MAAF) ©someone special

 यूं धुआ धुआ सा हू,
ना जाने कोन सी उलझन है, 
अभी तक तेरी सादगी के कायल थे,
अब तेरी कशिश की दीवाने है...!

---(GUSTAKHI MAAF)

©someone special

यूं धुआ धुआ सा हू, ना जाने कोन सी उलझन है, अभी तक तेरी सादगी के कायल थे, अब तेरी कशिश की दीवाने है...! ---(GUSTAKHI MAAF)

11 Love

 तू जिस्म नहीं मेरा, तो रूह कैसे बन गई,
तू दिल नहीं मेरा तो, धड़कन कैसे बन गई,
तू हवा नहीं मेरी तो, सांसें कैसे बन गई,
 यू तो सब कुछ है मेरे पास, फिर जिंदगी कैसे बन गई...!

---(GUSTAKHI MAAF)

©someone special

तू जिस्म नहीं मेरा, तो रूह कैसे बन गई, तू दिल नहीं मेरा तो, धड़कन कैसे बन गई, तू हवा नहीं मेरी तो, सांसें कैसे बन गई, यू तो सब कुछ है मेरे पास, फिर जिंदगी कैसे बन गई...! ---(GUSTAKHI MAAF)

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मेरे दोस्त मुझे पागल कहते हैं, उनका कहना है मैं बैठे-बैठे रोने लगता है, अब कोई तो उन्हें बताए, हंसने की बजह तो तू अपने साथ ले गई...! ---(GUSTAKHI MAAF) ©someone special

 मेरे दोस्त मुझे पागल कहते हैं,
उनका कहना है मैं बैठे-बैठे रोने लगता है,
अब कोई तो उन्हें बताए,
 हंसने की बजह तो तू अपने साथ ले गई...!

---(GUSTAKHI MAAF)

©someone special

मेरे दोस्त मुझे पागल कहते हैं, उनका कहना है मैं बैठे-बैठे रोने लगता है, अब कोई तो उन्हें बताए, हंसने की बजह तो तू अपने साथ ले गई...! ---(GUSTAKHI MAAF)

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