बात में कूछ बात हो वो बात हुई ना,
कूछ कहे जाते ऐसी एक मुलाकात हुई ना।
नजरें उठी ही नहीं फिर नजऱ की सौदेबाजी हुई ना,
तकलुफ़्फ़ यूंही कर ली हम ने अपनो से,
कोई वादा किया जाय वो बात हुई ना।
मन्नतों से मांगा हम ने खुदा से आप
को ,
पर आपके इज़हार की कोई ख़बर हुई ना।
©yogita upadhyay
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