tags

New देखो देखो यह गरीबी Status, Photo, Video

Find the latest Status about देखो देखो यह गरीबी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about देखो देखो यह गरीबी.

  • Latest
  • Popular
  • Video

यह शब्द किसी और के नहीं। यह शब्द है किस के।

108 View

#वीडियो

बचपन छिनती गरीबी

135 View

लिया कटोरा भीख मांगते कैसे-कैसे काम करें! इस बचपन की लाचारी को कैसे लोग बदनाम करें। सुबह सवेरे चलते फिरते तचती धूप सताती है। इन नन्हे नंगे नंगे पांव को जाने कैसे जान बचाती है। ©Ayushi Goswami

#शायरी #शेरो  लिया कटोरा भीख मांगते कैसे-कैसे काम करें!
 इस बचपन की लाचारी को कैसे लोग बदनाम करें।
 सुबह सवेरे चलते फिरते तचती धूप सताती है।
 इन नन्हे नंगे नंगे पांव को जाने कैसे जान बचाती है।

©Ayushi Goswami

गरीबी शायरी हिंदी #शेरो शायरी हिंदी शायरी# शायरी दर्द

9 Love

एक बार प्रिये तुम भी! दरखत होकर देखो न। तुम भी समझोगे हाल मेरा धोखा खाकर देखो न। तुम क्या पाओगे क्या खोओगे? खुद का समर्पण करके देखो न। इक बार प्रिये तुम भी! दरखत होकर देखो न। •आशीष द्विवेदी ©Bazirao Ashish

 एक बार प्रिये तुम भी!
दरखत होकर देखो न।
तुम भी समझोगे हाल मेरा
धोखा खाकर देखो न।
तुम क्या पाओगे क्या खोओगे?
खुद का समर्पण करके देखो न।
इक बार प्रिये तुम भी!
दरखत होकर देखो न।

•आशीष द्विवेदी

©Bazirao Ashish

एक बार प्रिये तुम भी! दरखत होकर देखो न। तुम भी समझोगे हाल मेरा धोखा खाकर देखो न। तुम क्या पाओगे क्या खोओगे? खुद का समर्पण करके देखो न। इक बा

15 Love

एक बार प्रिये तुम भी; दरखत होकर देखो न। तुम भी समझोगे हाल मेरा; धोखा खाकर देखो न। तुम क्या पाओगे क्या खोओगे? खुद का समर्पण करके देखो न। इक बार प्रिये तुम भी; दरखत होकर देखो न। •आशीष द्विवेदी ©Bazirao Ashish

#एक  एक बार प्रिये तुम भी;
दरखत होकर देखो न।
तुम भी समझोगे हाल मेरा;
धोखा खाकर देखो न।
तुम क्या पाओगे क्या खोओगे?
खुद का समर्पण करके देखो न।
इक बार  प्रिये तुम भी;
दरखत होकर देखो न।

•आशीष द्विवेदी

©Bazirao Ashish

#एक बार प्रिये तुम भी; दरखत होकर देखो न। तुम भी समझोगे हाल मेरा; धोखा खाकर देखो न। तुम क्या पाओगे क्या खोओगे? खुद का समर्पण करके देखो न। इक

13 Love

#कविता

एक वार सुधर के देखो,,,स्वरचित/मौलिक

90 View

यह शब्द किसी और के नहीं। यह शब्द है किस के।

108 View

#वीडियो

बचपन छिनती गरीबी

135 View

लिया कटोरा भीख मांगते कैसे-कैसे काम करें! इस बचपन की लाचारी को कैसे लोग बदनाम करें। सुबह सवेरे चलते फिरते तचती धूप सताती है। इन नन्हे नंगे नंगे पांव को जाने कैसे जान बचाती है। ©Ayushi Goswami

#शायरी #शेरो  लिया कटोरा भीख मांगते कैसे-कैसे काम करें!
 इस बचपन की लाचारी को कैसे लोग बदनाम करें।
 सुबह सवेरे चलते फिरते तचती धूप सताती है।
 इन नन्हे नंगे नंगे पांव को जाने कैसे जान बचाती है।

©Ayushi Goswami

गरीबी शायरी हिंदी #शेरो शायरी हिंदी शायरी# शायरी दर्द

9 Love

एक बार प्रिये तुम भी! दरखत होकर देखो न। तुम भी समझोगे हाल मेरा धोखा खाकर देखो न। तुम क्या पाओगे क्या खोओगे? खुद का समर्पण करके देखो न। इक बार प्रिये तुम भी! दरखत होकर देखो न। •आशीष द्विवेदी ©Bazirao Ashish

 एक बार प्रिये तुम भी!
दरखत होकर देखो न।
तुम भी समझोगे हाल मेरा
धोखा खाकर देखो न।
तुम क्या पाओगे क्या खोओगे?
खुद का समर्पण करके देखो न।
इक बार प्रिये तुम भी!
दरखत होकर देखो न।

•आशीष द्विवेदी

©Bazirao Ashish

एक बार प्रिये तुम भी! दरखत होकर देखो न। तुम भी समझोगे हाल मेरा धोखा खाकर देखो न। तुम क्या पाओगे क्या खोओगे? खुद का समर्पण करके देखो न। इक बा

15 Love

एक बार प्रिये तुम भी; दरखत होकर देखो न। तुम भी समझोगे हाल मेरा; धोखा खाकर देखो न। तुम क्या पाओगे क्या खोओगे? खुद का समर्पण करके देखो न। इक बार प्रिये तुम भी; दरखत होकर देखो न। •आशीष द्विवेदी ©Bazirao Ashish

#एक  एक बार प्रिये तुम भी;
दरखत होकर देखो न।
तुम भी समझोगे हाल मेरा;
धोखा खाकर देखो न।
तुम क्या पाओगे क्या खोओगे?
खुद का समर्पण करके देखो न।
इक बार  प्रिये तुम भी;
दरखत होकर देखो न।

•आशीष द्विवेदी

©Bazirao Ashish

#एक बार प्रिये तुम भी; दरखत होकर देखो न। तुम भी समझोगे हाल मेरा; धोखा खाकर देखो न। तुम क्या पाओगे क्या खोओगे? खुद का समर्पण करके देखो न। इक

13 Love

#कविता

एक वार सुधर के देखो,,,स्वरचित/मौलिक

90 View

Trending Topic