White "गजल"
("गाने हैं हम दीवाने हैं हम")
तू मानो या न मानो शनम, तेरे दिल दीवाने हैं हम -२
कहदो गज़ल या कहो शायरी -२
पहेली कविता या गाने हैं हम....
तू मानो.........२
दूर चाहें या तुम पास हों, मेरे मन की सुखद एहसास हों।
झूठा सही बस एक राज हों, ख्याबों की मलिका तुम खास हो।।
नई नई हैं बनी रचना, तू सुर सरगम तराने हैं हम -२
कहदो....... तू मानो........
याद करू रोज डरता हूं मैं, खो दू कहीं न टूटे सपना।
हक ही नहीं हैं तुझपे कोई, कैसे कहूं मै तुम्हें अपना।।
चेहरा तेरा हरदम देखा करू, परिओ के परवाने हैं हम -२
कहदो........ तू मानो........
पूजा करू तेरी मिन्नत करू, दे दे माफ़ी जो हों जाए भूल।
क्या हैं बतादे तेरा फैसला, भाने लगा हैं अब तेरा वसूल।।
ईश्वर से यहीं करू प्रार्थना, विद्यार्थी प्रेम नजराने हैं हम -२
कहदो......... तू मानो.........
स्वरचित:- प्रकाश विद्यार्थी
गीतकार सह गायक
भोजपुर बिहार
©Prakash Vidyarthi
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