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New यूँ हसरतों के दाग Status, Photo, Video

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वो किस हुनरमंदी से ये सच्चाई छुपाती है कि जैसे सिसकियों का ज़ख्म शहनाई छुपाती है जो इसकी तह में जाता है वो फिर वापस नहीं आता नदी हर तैरनें वाले से गहराई छुपाती है ©Romil Shrivastava

 वो किस हुनरमंदी से 
ये सच्चाई छुपाती है
कि जैसे सिसकियों का ज़ख्म 
शहनाई छुपाती है
जो इसकी तह में जाता है 
वो फिर वापस नहीं आता
नदी हर तैरनें वाले से 
गहराई छुपाती है

©Romil Shrivastava

यूँ ही

12 Love

White पत्ते पर लिखी वो शायरी इक बकरी खा गई... और..चर्चा पूरे शहर में रहा इक बकरी शेर खा गई! ©Romil Shrivastava

 White पत्ते पर लिखी वो शायरी
 इक बकरी खा गई...
और..चर्चा पूरे शहर में रहा
 इक बकरी शेर खा गई!

©Romil Shrivastava

यूँ ही

7 Love

यूँ तो सब ठीक ही चल रहा था जिंदगी में फ़िर हुआ कुछ ऐसा तुम मिले मुझे और इश्क़ हो गया मुझे तुम से ©हिमांशु Kulshreshtha

 यूँ तो सब
ठीक ही चल रहा था
जिंदगी में
फ़िर हुआ कुछ ऐसा
तुम मिले मुझे
और
इश्क़ हो गया
मुझे तुम से

©हिमांशु Kulshreshtha

यूँ तो

15 Love

अफ़सोस इतना गहरा नहीं कि सब कुछ मिटा देने को मन करे ना ही दुख इतना गहरा कि ख़ुद को पीड़ा पहुचा लूँ बस निष्प्रभ हूँ, डगमगाता , लड़खड़ाता सा कितने फ़ैसले जो मैंने लेना चाहे उन्हें लेने और ना लेने का खामियाजा भुगतता हुआ कभी सोचता हूँ अपने अकेलेपन में अगर ऐसा होता तो क्या होता अगर ये कर लिया होता तो क्या होता क्या ये होता.. या फिर..... इन्हीं सवालों में अक्सर उलझ जाता हूँ ©हिमांशु Kulshreshtha

#कविता  अफ़सोस इतना गहरा नहीं 
कि सब कुछ मिटा देने को मन करे 
ना ही दुख इतना गहरा 
कि ख़ुद को पीड़ा पहुचा लूँ 
बस निष्प्रभ हूँ, 
डगमगाता , लड़खड़ाता सा 
कितने फ़ैसले जो मैंने लेना चाहे 
उन्हें लेने और ना लेने का 
खामियाजा भुगतता हुआ 
कभी सोचता हूँ अपने अकेलेपन में 
अगर ऐसा होता तो क्या होता 
अगर ये कर लिया होता तो क्या होता
क्या ये होता.. या फिर..... 
इन्हीं सवालों में अक्सर उलझ जाता हूँ

©हिमांशु Kulshreshtha

बस यूँ ही...

16 Love

White कहते हैं मरने के बाद सब खत्म पर…. सब खत्म नही होता यादें शेष रह जाती हैं रहेंगी मेरी यादें भी तुम भी महसूस करोगी मुझे मेरी कविताओं में तैरता रहूँगा तुम्हारी आँखों में सपना बन कर ©हिमांशु Kulshreshtha

 White कहते हैं
मरने के बाद सब खत्म
पर….
सब खत्म नही होता
यादें शेष रह जाती हैं
रहेंगी मेरी यादें भी
तुम भी महसूस करोगी
मुझे मेरी कविताओं में
तैरता रहूँगा
तुम्हारी आँखों में सपना बन कर

©हिमांशु Kulshreshtha

बस यूँ ही..

19 Love

यूँ तो मुझे इश्क़ में कभी कोई दिलचस्पी रही नहीं… लेकिन….. मेरी शायरी का सबसे अज़ीज़ किरदार है “वो” ….!!!! ©हिमांशु Kulshreshtha

#शायरी  यूँ तो मुझे 
इश्क़ में 
कभी कोई दिलचस्पी रही नहीं…
लेकिन…..
मेरी शायरी का 
सबसे अज़ीज़ किरदार है “वो” ….!!!!

©हिमांशु Kulshreshtha

यूँ तो...

13 Love

वो किस हुनरमंदी से ये सच्चाई छुपाती है कि जैसे सिसकियों का ज़ख्म शहनाई छुपाती है जो इसकी तह में जाता है वो फिर वापस नहीं आता नदी हर तैरनें वाले से गहराई छुपाती है ©Romil Shrivastava

 वो किस हुनरमंदी से 
ये सच्चाई छुपाती है
कि जैसे सिसकियों का ज़ख्म 
शहनाई छुपाती है
जो इसकी तह में जाता है 
वो फिर वापस नहीं आता
नदी हर तैरनें वाले से 
गहराई छुपाती है

©Romil Shrivastava

यूँ ही

12 Love

White पत्ते पर लिखी वो शायरी इक बकरी खा गई... और..चर्चा पूरे शहर में रहा इक बकरी शेर खा गई! ©Romil Shrivastava

 White पत्ते पर लिखी वो शायरी
 इक बकरी खा गई...
और..चर्चा पूरे शहर में रहा
 इक बकरी शेर खा गई!

©Romil Shrivastava

यूँ ही

7 Love

यूँ तो सब ठीक ही चल रहा था जिंदगी में फ़िर हुआ कुछ ऐसा तुम मिले मुझे और इश्क़ हो गया मुझे तुम से ©हिमांशु Kulshreshtha

 यूँ तो सब
ठीक ही चल रहा था
जिंदगी में
फ़िर हुआ कुछ ऐसा
तुम मिले मुझे
और
इश्क़ हो गया
मुझे तुम से

©हिमांशु Kulshreshtha

यूँ तो

15 Love

अफ़सोस इतना गहरा नहीं कि सब कुछ मिटा देने को मन करे ना ही दुख इतना गहरा कि ख़ुद को पीड़ा पहुचा लूँ बस निष्प्रभ हूँ, डगमगाता , लड़खड़ाता सा कितने फ़ैसले जो मैंने लेना चाहे उन्हें लेने और ना लेने का खामियाजा भुगतता हुआ कभी सोचता हूँ अपने अकेलेपन में अगर ऐसा होता तो क्या होता अगर ये कर लिया होता तो क्या होता क्या ये होता.. या फिर..... इन्हीं सवालों में अक्सर उलझ जाता हूँ ©हिमांशु Kulshreshtha

#कविता  अफ़सोस इतना गहरा नहीं 
कि सब कुछ मिटा देने को मन करे 
ना ही दुख इतना गहरा 
कि ख़ुद को पीड़ा पहुचा लूँ 
बस निष्प्रभ हूँ, 
डगमगाता , लड़खड़ाता सा 
कितने फ़ैसले जो मैंने लेना चाहे 
उन्हें लेने और ना लेने का 
खामियाजा भुगतता हुआ 
कभी सोचता हूँ अपने अकेलेपन में 
अगर ऐसा होता तो क्या होता 
अगर ये कर लिया होता तो क्या होता
क्या ये होता.. या फिर..... 
इन्हीं सवालों में अक्सर उलझ जाता हूँ

©हिमांशु Kulshreshtha

बस यूँ ही...

16 Love

White कहते हैं मरने के बाद सब खत्म पर…. सब खत्म नही होता यादें शेष रह जाती हैं रहेंगी मेरी यादें भी तुम भी महसूस करोगी मुझे मेरी कविताओं में तैरता रहूँगा तुम्हारी आँखों में सपना बन कर ©हिमांशु Kulshreshtha

 White कहते हैं
मरने के बाद सब खत्म
पर….
सब खत्म नही होता
यादें शेष रह जाती हैं
रहेंगी मेरी यादें भी
तुम भी महसूस करोगी
मुझे मेरी कविताओं में
तैरता रहूँगा
तुम्हारी आँखों में सपना बन कर

©हिमांशु Kulshreshtha

बस यूँ ही..

19 Love

यूँ तो मुझे इश्क़ में कभी कोई दिलचस्पी रही नहीं… लेकिन….. मेरी शायरी का सबसे अज़ीज़ किरदार है “वो” ….!!!! ©हिमांशु Kulshreshtha

#शायरी  यूँ तो मुझे 
इश्क़ में 
कभी कोई दिलचस्पी रही नहीं…
लेकिन…..
मेरी शायरी का 
सबसे अज़ीज़ किरदार है “वो” ….!!!!

©हिमांशु Kulshreshtha

यूँ तो...

13 Love

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