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New दानों के तीन सुनहरे धागे Status, Photo, Video

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White !! ENGINEER DAY !! इंजीनियरिंग करना सिर्फ़ पढ़ाई नहीं है, बल्कि मां-बाप का सपना पूरा करना भी है. इंजीनियरिंग एक कला है जो हमें जीवन भर अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित करती है. इंजीनियर ही राष्ट्र की उन्नति के सपने सजोता है. आपका कार्य उद्योगों को आगे बढ़ाता रहे तथा जीवन में सुधार लाता रहे। -सपने साकार करने वाले इंजीनियरों को - इंजीनियर दिवस 2024 की हार्दिक शुभकामनाएं! -इंजीनियर दिवस की शुभकामनाएं!! ©ʀᴏʏᴀʟ.यादववंशी.

#engineers_day  White   !! ENGINEER DAY !!


इंजीनियरिंग करना सिर्फ़ पढ़ाई नहीं है, बल्कि मां-बाप का सपना पूरा करना भी है. 
 
इंजीनियरिंग एक कला है जो हमें जीवन भर अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित करती है. 
 
इंजीनियर ही राष्ट्र की उन्नति के सपने सजोता है.
 आपका कार्य उद्योगों को आगे बढ़ाता रहे तथा जीवन में सुधार लाता रहे। -सपने साकार करने वाले इंजीनियरों को - इंजीनियर दिवस 2024 की हार्दिक शुभकामनाएं! -इंजीनियर दिवस की शुभकामनाएं!!

©ʀᴏʏᴀʟ.यादववंशी.

#engineers_day दो से तीन लाइन इंजीनियरिंग के लिए। life quotes positive life quotes

21 Love

#Motivational

the life rules 👉परंपरा प्रतिष्ठा अनुशासन 👉😤😠😡👺यही मेरे जीवन के तीन स्तंभ हैं

126 View

White कामयाबी पाने के लिए तीन चीजे जरुरी होती है सही समय, सही तरीका और सही सोच . ©Mukesh Poonia

#कामयाबी #जरुरी #विचार #तरीका #पाने #चीजे  White कामयाबी पाने के लिए तीन चीजे जरुरी होती है
सही समय, सही तरीका और सही सोच



















.

©Mukesh Poonia

#Sad_Status #कामयाबी #पाने के लिए #तीन #चीजे #जरुरी होती है सही #समय, #सही #तरीका और सही #सोच बेस्ट सुविचार अनमोल विचार आज शुभ विचार आज का व

38 Love

White साहेब तुमचे तीन हजार.. आमच्या गळ्याशी आले.! बहीणीला तुमच्या जसे आयुष्यभराचे धन आले..! तुमचे पैसे आले घराचे घरपण जसे बँकेत गेले.. साहेब तुमचे तीन हजार आमच्या गळ्याशी आले..! बहीण तुमची आता नावाच्या तुमच्या धमक्या देते..! मुख्यमंञ्याची बहीण बहीण म्हणून गाव भर मिरवते..! साहेब तुमचे ते तीन हजार.. आमच्या गळ्याशी आले..! बहीण तुमची नुसती फोन वर राहते.. हीचे आले पैसे तिचे आले पैसे अस करू करू दिवस भर बोलत राहते..! तुमचे तीन हजार.. आमच्या गळ्याची आले..! ©प्रा.शिवाजी ना.वाघमारे

#Quotes  White साहेब तुमचे तीन हजार..
आमच्या गळ्याशी आले.!
बहीणीला तुमच्या जसे आयुष्यभराचे धन आले..!
तुमचे पैसे आले घराचे घरपण जसे बँकेत गेले..
साहेब तुमचे तीन हजार
आमच्या गळ्याशी आले..!
बहीण तुमची आता नावाच्या तुमच्या धमक्या देते..!
मुख्यमंञ्याची बहीण बहीण म्हणून गाव भर मिरवते..!
साहेब तुमचे ते तीन हजार..
आमच्या गळ्याशी आले..!
बहीण तुमची नुसती फोन वर राहते..
हीचे आले पैसे तिचे आले पैसे अस करू करू 
दिवस भर बोलत राहते..!
तुमचे तीन हजार..
आमच्या गळ्याची आले..!

©प्रा.शिवाजी ना.वाघमारे

साहेब तीन हजार

22 Love

White आज कविता जुल्मत-ए-सुबह से जग रही है पर सुंदर नहीं लग रही है न नहाने-खाने के कारण स्वतंत्रता के पुराने गाने गाने के कारण चिढ भी रही है वह। होकर नाराज़ नभ देख रही है और मैं उसकी आँखों में देखते-देखते दस बजे सजे पुस्तक-पन्नों के शब्दाें को फेसबुक; व्हाट्सएप; इंस्टाग्रामादि पर सजा रहा हूँ, "प्रसन्न बच्चों की आवाज़ें सर्वत्र गूँज रही हैं; सभी के लिए यह दिवा मेहमान है, पतंगों से सजा आसमान है, जिसकी ओर कविता का भी ध्यान है और उसकी ओर मेरा ध्यान है। लाल-पीली; हरी-नीली-पतंगें युद्ध-खेल खेल रही हैं अनंत आसमानी पानी और बादलों के बगीचे में मैंने देखा उन्हें कविता की आँखों से भरी पड़ी प्रत्येक छत है, प्रत्येक पतंग प्रतिस्पर्धा में रत है, कई किन्हीं इशारों पर नाच रही हैं, कई मुक्ति पाने-जाने के लिए छटपटा रहीं हैं, पिन्नी वाली फटी फटफटा रही हैं, कई मुक्त हुए जा रही हैं पश्चिम से पूर्व की ओर मस्ती में ठुमका लगाते हुए जा रही हैं अपने लक्ष्य की ओर तो कई कैदी बने रो रही हैं पक्के धागे के पिंजरे में, जिस प्रकार पक्षी (पतंग) अपने अंग-अंग को पटकते हैं पिजरे में बड़ी बेरहमी से फिर कविता की आँखों की नमी से पूछा मैंने कि क्या हुआ इससे आगे, क्या टूट गये वे सारे धागे? कविता ने कहा, "टूट ही जायेंगे कभी-न-कभी पतंगों के धागे, टूट ही जायेंगे कभी-न-कभी भिन्न-भिन्न रंगों के धागे। है आवश्यक अभी कि काश टूट जाते बुराई के धागे!!" . ...✍️विकास साहनी ©Vikas Sahni

#पतंगों_के_प्रति #कविता  White 
आज कविता जुल्मत-ए-सुबह से जग रही है
पर सुंदर नहीं लग रही है
न नहाने-खाने के कारण
स्वतंत्रता के पुराने गाने गाने के कारण
चिढ भी रही है वह।
होकर नाराज़ नभ देख रही है
और मैं उसकी आँखों में 
देखते-देखते दस बजे सजे
पुस्तक-पन्नों के शब्दाें को फेसबुक; व्हाट्सएप; इंस्टाग्रामादि पर सजा रहा हूँ,
"प्रसन्न बच्चों की आवाज़ें सर्वत्र गूँज रही हैं;
सभी के लिए यह दिवा मेहमान है,
पतंगों से सजा आसमान है,
जिसकी ओर कविता का भी ध्यान है
और उसकी ओर मेरा ध्यान है।
लाल-पीली; हरी-नीली-पतंगें युद्ध-खेल खेल रही हैं
अनंत आसमानी पानी  और बादलों के बगीचे में
मैंने देखा उन्हें कविता की आँखों से
भरी पड़ी प्रत्येक छत है,
प्रत्येक पतंग प्रतिस्पर्धा में रत है,
कई किन्हीं इशारों पर नाच रही हैं,
कई मुक्ति पाने-जाने के लिए छटपटा रहीं हैं,
पिन्नी वाली फटी फटफटा रही हैं,
कई मुक्त हुए जा रही हैं
पश्चिम से पूर्व की ओर मस्ती में ठुमका लगाते हुए
जा रही हैं अपने लक्ष्य की ओर
तो कई कैदी बने रो रही हैं पक्के धागे के पिंजरे में,
जिस प्रकार पक्षी (पतंग)
अपने अंग-अंग को पटकते हैं पिजरे में बड़ी बेरहमी से
फिर कविता की आँखों की नमी से
पूछा मैंने कि क्या हुआ इससे आगे,
क्या टूट गये वे सारे धागे?
कविता ने कहा, "टूट ही जायेंगे कभी-न-कभी पतंगों के धागे,
टूट ही जायेंगे कभी-न-कभी भिन्न-भिन्न रंगों के धागे।
है आवश्यक अभी कि काश टूट जाते बुराई के धागे!!"
     .                      ...✍️विकास साहनी

©Vikas Sahni

#पतंगों_के_प्रति आज कविता जुल्मत-ए-सुबह से जग रही है पर सुंदर नहीं लग रही है न नहाने-खाने के कारण स्वतंत्रता के पुराने गाने गाने के कारण चिढ

13 Love

#स्वीकार #समस्या #समाधान #विचार #छोड़ #sad_shayari  White हर समस्या के तीन समाधान होते हैं
स्वीकार करो, बदल दो या फिर छोड़ दो ।

















.

©Mukesh Poonia

#sad_shayari हर #समस्या के तीन #समाधान होते हैं #स्वीकार करो, #बदल दो या फिर #छोड़ दो । नये अच्छे विचार अनमोल विचार शुभ प्रभात विचार आज का व

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White !! ENGINEER DAY !! इंजीनियरिंग करना सिर्फ़ पढ़ाई नहीं है, बल्कि मां-बाप का सपना पूरा करना भी है. इंजीनियरिंग एक कला है जो हमें जीवन भर अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित करती है. इंजीनियर ही राष्ट्र की उन्नति के सपने सजोता है. आपका कार्य उद्योगों को आगे बढ़ाता रहे तथा जीवन में सुधार लाता रहे। -सपने साकार करने वाले इंजीनियरों को - इंजीनियर दिवस 2024 की हार्दिक शुभकामनाएं! -इंजीनियर दिवस की शुभकामनाएं!! ©ʀᴏʏᴀʟ.यादववंशी.

#engineers_day  White   !! ENGINEER DAY !!


इंजीनियरिंग करना सिर्फ़ पढ़ाई नहीं है, बल्कि मां-बाप का सपना पूरा करना भी है. 
 
इंजीनियरिंग एक कला है जो हमें जीवन भर अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित करती है. 
 
इंजीनियर ही राष्ट्र की उन्नति के सपने सजोता है.
 आपका कार्य उद्योगों को आगे बढ़ाता रहे तथा जीवन में सुधार लाता रहे। -सपने साकार करने वाले इंजीनियरों को - इंजीनियर दिवस 2024 की हार्दिक शुभकामनाएं! -इंजीनियर दिवस की शुभकामनाएं!!

©ʀᴏʏᴀʟ.यादववंशी.

#engineers_day दो से तीन लाइन इंजीनियरिंग के लिए। life quotes positive life quotes

21 Love

#Motivational

the life rules 👉परंपरा प्रतिष्ठा अनुशासन 👉😤😠😡👺यही मेरे जीवन के तीन स्तंभ हैं

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White कामयाबी पाने के लिए तीन चीजे जरुरी होती है सही समय, सही तरीका और सही सोच . ©Mukesh Poonia

#कामयाबी #जरुरी #विचार #तरीका #पाने #चीजे  White कामयाबी पाने के लिए तीन चीजे जरुरी होती है
सही समय, सही तरीका और सही सोच



















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©Mukesh Poonia

#Sad_Status #कामयाबी #पाने के लिए #तीन #चीजे #जरुरी होती है सही #समय, #सही #तरीका और सही #सोच बेस्ट सुविचार अनमोल विचार आज शुभ विचार आज का व

38 Love

White साहेब तुमचे तीन हजार.. आमच्या गळ्याशी आले.! बहीणीला तुमच्या जसे आयुष्यभराचे धन आले..! तुमचे पैसे आले घराचे घरपण जसे बँकेत गेले.. साहेब तुमचे तीन हजार आमच्या गळ्याशी आले..! बहीण तुमची आता नावाच्या तुमच्या धमक्या देते..! मुख्यमंञ्याची बहीण बहीण म्हणून गाव भर मिरवते..! साहेब तुमचे ते तीन हजार.. आमच्या गळ्याशी आले..! बहीण तुमची नुसती फोन वर राहते.. हीचे आले पैसे तिचे आले पैसे अस करू करू दिवस भर बोलत राहते..! तुमचे तीन हजार.. आमच्या गळ्याची आले..! ©प्रा.शिवाजी ना.वाघमारे

#Quotes  White साहेब तुमचे तीन हजार..
आमच्या गळ्याशी आले.!
बहीणीला तुमच्या जसे आयुष्यभराचे धन आले..!
तुमचे पैसे आले घराचे घरपण जसे बँकेत गेले..
साहेब तुमचे तीन हजार
आमच्या गळ्याशी आले..!
बहीण तुमची आता नावाच्या तुमच्या धमक्या देते..!
मुख्यमंञ्याची बहीण बहीण म्हणून गाव भर मिरवते..!
साहेब तुमचे ते तीन हजार..
आमच्या गळ्याशी आले..!
बहीण तुमची नुसती फोन वर राहते..
हीचे आले पैसे तिचे आले पैसे अस करू करू 
दिवस भर बोलत राहते..!
तुमचे तीन हजार..
आमच्या गळ्याची आले..!

©प्रा.शिवाजी ना.वाघमारे

साहेब तीन हजार

22 Love

White आज कविता जुल्मत-ए-सुबह से जग रही है पर सुंदर नहीं लग रही है न नहाने-खाने के कारण स्वतंत्रता के पुराने गाने गाने के कारण चिढ भी रही है वह। होकर नाराज़ नभ देख रही है और मैं उसकी आँखों में देखते-देखते दस बजे सजे पुस्तक-पन्नों के शब्दाें को फेसबुक; व्हाट्सएप; इंस्टाग्रामादि पर सजा रहा हूँ, "प्रसन्न बच्चों की आवाज़ें सर्वत्र गूँज रही हैं; सभी के लिए यह दिवा मेहमान है, पतंगों से सजा आसमान है, जिसकी ओर कविता का भी ध्यान है और उसकी ओर मेरा ध्यान है। लाल-पीली; हरी-नीली-पतंगें युद्ध-खेल खेल रही हैं अनंत आसमानी पानी और बादलों के बगीचे में मैंने देखा उन्हें कविता की आँखों से भरी पड़ी प्रत्येक छत है, प्रत्येक पतंग प्रतिस्पर्धा में रत है, कई किन्हीं इशारों पर नाच रही हैं, कई मुक्ति पाने-जाने के लिए छटपटा रहीं हैं, पिन्नी वाली फटी फटफटा रही हैं, कई मुक्त हुए जा रही हैं पश्चिम से पूर्व की ओर मस्ती में ठुमका लगाते हुए जा रही हैं अपने लक्ष्य की ओर तो कई कैदी बने रो रही हैं पक्के धागे के पिंजरे में, जिस प्रकार पक्षी (पतंग) अपने अंग-अंग को पटकते हैं पिजरे में बड़ी बेरहमी से फिर कविता की आँखों की नमी से पूछा मैंने कि क्या हुआ इससे आगे, क्या टूट गये वे सारे धागे? कविता ने कहा, "टूट ही जायेंगे कभी-न-कभी पतंगों के धागे, टूट ही जायेंगे कभी-न-कभी भिन्न-भिन्न रंगों के धागे। है आवश्यक अभी कि काश टूट जाते बुराई के धागे!!" . ...✍️विकास साहनी ©Vikas Sahni

#पतंगों_के_प्रति #कविता  White 
आज कविता जुल्मत-ए-सुबह से जग रही है
पर सुंदर नहीं लग रही है
न नहाने-खाने के कारण
स्वतंत्रता के पुराने गाने गाने के कारण
चिढ भी रही है वह।
होकर नाराज़ नभ देख रही है
और मैं उसकी आँखों में 
देखते-देखते दस बजे सजे
पुस्तक-पन्नों के शब्दाें को फेसबुक; व्हाट्सएप; इंस्टाग्रामादि पर सजा रहा हूँ,
"प्रसन्न बच्चों की आवाज़ें सर्वत्र गूँज रही हैं;
सभी के लिए यह दिवा मेहमान है,
पतंगों से सजा आसमान है,
जिसकी ओर कविता का भी ध्यान है
और उसकी ओर मेरा ध्यान है।
लाल-पीली; हरी-नीली-पतंगें युद्ध-खेल खेल रही हैं
अनंत आसमानी पानी  और बादलों के बगीचे में
मैंने देखा उन्हें कविता की आँखों से
भरी पड़ी प्रत्येक छत है,
प्रत्येक पतंग प्रतिस्पर्धा में रत है,
कई किन्हीं इशारों पर नाच रही हैं,
कई मुक्ति पाने-जाने के लिए छटपटा रहीं हैं,
पिन्नी वाली फटी फटफटा रही हैं,
कई मुक्त हुए जा रही हैं
पश्चिम से पूर्व की ओर मस्ती में ठुमका लगाते हुए
जा रही हैं अपने लक्ष्य की ओर
तो कई कैदी बने रो रही हैं पक्के धागे के पिंजरे में,
जिस प्रकार पक्षी (पतंग)
अपने अंग-अंग को पटकते हैं पिजरे में बड़ी बेरहमी से
फिर कविता की आँखों की नमी से
पूछा मैंने कि क्या हुआ इससे आगे,
क्या टूट गये वे सारे धागे?
कविता ने कहा, "टूट ही जायेंगे कभी-न-कभी पतंगों के धागे,
टूट ही जायेंगे कभी-न-कभी भिन्न-भिन्न रंगों के धागे।
है आवश्यक अभी कि काश टूट जाते बुराई के धागे!!"
     .                      ...✍️विकास साहनी

©Vikas Sahni

#पतंगों_के_प्रति आज कविता जुल्मत-ए-सुबह से जग रही है पर सुंदर नहीं लग रही है न नहाने-खाने के कारण स्वतंत्रता के पुराने गाने गाने के कारण चिढ

13 Love

#स्वीकार #समस्या #समाधान #विचार #छोड़ #sad_shayari  White हर समस्या के तीन समाधान होते हैं
स्वीकार करो, बदल दो या फिर छोड़ दो ।

















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©Mukesh Poonia

#sad_shayari हर #समस्या के तीन #समाधान होते हैं #स्वीकार करो, #बदल दो या फिर #छोड़ दो । नये अच्छे विचार अनमोल विचार शुभ प्रभात विचार आज का व

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