tags

New बेस्ड आवास ऐप Status, Photo, Video

Find the latest Status about बेस्ड आवास ऐप from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about बेस्ड आवास ऐप.

Related Stories

  • Latest
  • Popular
  • Video

✒️join motivational coaching Karishma gujjar नोजोटो ऐप पर phone call के जरीए जुड़कर अपनी, आ रही परेशानी पर सही सुझाव लें सकतें हैं जैसे कैरि

135 View

join motivational coaching Karishma gujjar नोजोटो ऐप पर phone call के जरीए जुड़कर अपनी, आ रही परेशानी जैसे कैरियर, हेल्थ केयर, या Life में

117 View

#karishmagujjarquot #Motivational #Inspiration #Education

join motivational coaching Karishma gujjar नोजोटो ऐप पर phone call 🤙के जरीए जुड़कर अपनी,आ रही परेशानी जैसे कैरियर, हेल्थ केयर, या Life में

306 View

White 5. बुराई का नाश हो, सुख का आवास हो, राम बसे आपके मन में रावण कभी न आपके आसपास हो। दशहरा की हार्दिक शुभकामनाएं ©sumeet raj

#भक्ति #sumeetworld #sumeetraj #Dussehra  White 5. बुराई का नाश हो, सुख का आवास हो,
राम बसे आपके मन में रावण कभी न आपके आसपास हो।
दशहरा की हार्दिक शुभकामनाएं

©sumeet raj

#Dussehra 5. बुराई का नाश हो, सुख का आवास हो, राम बसे आपके मन में रावण कभी न आपके आसपास हो। दशहरा की हार्दिक शुभकामनाएं #sumeetraj #sumeetw

10 Love

#बेजुबानशायर143 #हिन्दीकविता #बेजुबानशायर #हरहरमहादेव #कविता95 #कविता  White ।। जिस काले गोले से होता है , इस ब्रह्मांड का विनाश है, 
वह काला गोला महादेव के बस एक सूक्ष्म अंश के वो समान है ।।

आदि ना ही अंत जिनका, कंठ समुद्र समान है 
गले मैं अजय बासुकी, बाल गरुण समान है 

रूप मानो ऐसा जिसके मुट्ठी में ब्रह्मांड है 
एक रूप ऐसा जहा ब्रह्मांडधारि पुष्प पे सवार है, 

जिनका तप सहस्त्र सूर्यो के समान है
 जिनका मन पूर्ण चंद्र सा महान है, 
जिनके नेत्र में है बस्ता,वो अंतिम खंड 
इस समाज का ऐसा ना समझो कि,
भैरव बस नाम वो विनाश का ।

आदियोगी, सर्वयोगी, पूर्णयोगी, महानयोगी । 
बह रहे हैं गंगाधारी, 
नदियों के बहाव में चल रहे हैं चंद्रधारी, 
हिमालय की हवाओं में 

जिनको महसूस हो रहे जो वो " मां " नाम की पुकार में सहला रहे हैं 
छाती मेरी ममता के आवास में, रो रहे हैं भोलेनाथ जी भूख की पुकार में ।।

लड़ रहे हैं रूद्र बनके, उग रहे हैं पुष्प बनके
हंस रहे हैं चंद्र बनके, जल रहे हैं कोयला बनके,
 हर रहे हैं मां बनके, 
और मुझे डांट रहे हैं पितृ बनके ।

।। जिनके हाथ में है भार मेरे हाथ का, 
जिनकी आंखों में है तेज मेरी आंख का, 
जिनकी बुद्धि है शोध मेरे ज्ञान का, 
महादेव कहो या शिव संपूर्ण अर्थ बस यही काल का ।।

ॐ  हर हर महादेव ॐ

©बेजुबान शायर shivkumar

✒️join motivational coaching Karishma gujjar नोजोटो ऐप पर phone call के जरीए जुड़कर अपनी, आ रही परेशानी पर सही सुझाव लें सकतें हैं जैसे कैरि

135 View

join motivational coaching Karishma gujjar नोजोटो ऐप पर phone call के जरीए जुड़कर अपनी, आ रही परेशानी जैसे कैरियर, हेल्थ केयर, या Life में

117 View

#karishmagujjarquot #Motivational #Inspiration #Education

join motivational coaching Karishma gujjar नोजोटो ऐप पर phone call 🤙के जरीए जुड़कर अपनी,आ रही परेशानी जैसे कैरियर, हेल्थ केयर, या Life में

306 View

White 5. बुराई का नाश हो, सुख का आवास हो, राम बसे आपके मन में रावण कभी न आपके आसपास हो। दशहरा की हार्दिक शुभकामनाएं ©sumeet raj

#भक्ति #sumeetworld #sumeetraj #Dussehra  White 5. बुराई का नाश हो, सुख का आवास हो,
राम बसे आपके मन में रावण कभी न आपके आसपास हो।
दशहरा की हार्दिक शुभकामनाएं

©sumeet raj

#Dussehra 5. बुराई का नाश हो, सुख का आवास हो, राम बसे आपके मन में रावण कभी न आपके आसपास हो। दशहरा की हार्दिक शुभकामनाएं #sumeetraj #sumeetw

10 Love

#बेजुबानशायर143 #हिन्दीकविता #बेजुबानशायर #हरहरमहादेव #कविता95 #कविता  White ।। जिस काले गोले से होता है , इस ब्रह्मांड का विनाश है, 
वह काला गोला महादेव के बस एक सूक्ष्म अंश के वो समान है ।।

आदि ना ही अंत जिनका, कंठ समुद्र समान है 
गले मैं अजय बासुकी, बाल गरुण समान है 

रूप मानो ऐसा जिसके मुट्ठी में ब्रह्मांड है 
एक रूप ऐसा जहा ब्रह्मांडधारि पुष्प पे सवार है, 

जिनका तप सहस्त्र सूर्यो के समान है
 जिनका मन पूर्ण चंद्र सा महान है, 
जिनके नेत्र में है बस्ता,वो अंतिम खंड 
इस समाज का ऐसा ना समझो कि,
भैरव बस नाम वो विनाश का ।

आदियोगी, सर्वयोगी, पूर्णयोगी, महानयोगी । 
बह रहे हैं गंगाधारी, 
नदियों के बहाव में चल रहे हैं चंद्रधारी, 
हिमालय की हवाओं में 

जिनको महसूस हो रहे जो वो " मां " नाम की पुकार में सहला रहे हैं 
छाती मेरी ममता के आवास में, रो रहे हैं भोलेनाथ जी भूख की पुकार में ।।

लड़ रहे हैं रूद्र बनके, उग रहे हैं पुष्प बनके
हंस रहे हैं चंद्र बनके, जल रहे हैं कोयला बनके,
 हर रहे हैं मां बनके, 
और मुझे डांट रहे हैं पितृ बनके ।

।। जिनके हाथ में है भार मेरे हाथ का, 
जिनकी आंखों में है तेज मेरी आंख का, 
जिनकी बुद्धि है शोध मेरे ज्ञान का, 
महादेव कहो या शिव संपूर्ण अर्थ बस यही काल का ।।

ॐ  हर हर महादेव ॐ

©बेजुबान शायर shivkumar
Trending Topic