tags

New धीरज धूपर Status, Photo, Video

Find the latest Status about धीरज धूपर from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about धीरज धूपर.

  • Latest
  • Popular
  • Video

जीत का जज्बा रखना होगा जीत का जज्बा रखना होगा, पीछे नहीं अब हटना होगा। रह गये पीछे जो सपने अपने, उनको साकार करना होगा। ख्यालों से बाहर निकलना होगा, उड़ान को अपनी भरना होगा। खुला आसमान है ये देखो यारों, उस आसमान को छूना होगा। लक्ष्य को भी अब तो पाना होगा, जिद्द है इसे हासिल करना होगा। रुकावटें आएँ चाहे जितनी भी, उन सबको भी पार करना होगा। धीरज को बनाये भी रखना होगा, मंजिल की ओर नित बढ़ना होगा। फ़सल कटती जैसे समय आने पर, कर्म फल ही उसके अनुसार होगा। हांँ जीत का जज्बा अब रखना होगा, क़ायम भी तो उस पर रहना होगा। छोड़ दिये हैं सारे गिले-शिक्वे पुराने, उन यादों को अब बिसराना होगा। ................................................... देवेश दीक्षित ©Devesh Dixit

#जीत_का_जज्बा_रखना_होगा #कविता #sandiprohila #hindinojoto  जीत का जज्बा रखना होगा

जीत का जज्बा रखना होगा,
पीछे नहीं अब हटना होगा।
रह गये पीछे जो सपने अपने,
उनको साकार करना होगा।

ख्यालों से बाहर निकलना होगा,
उड़ान को अपनी भरना होगा।
खुला आसमान है ये देखो यारों,
उस आसमान को छूना होगा।

लक्ष्य को भी अब तो पाना होगा,
जिद्द है इसे हासिल करना होगा।
रुकावटें आएँ चाहे जितनी भी,
उन सबको भी पार करना होगा।

धीरज को बनाये भी रखना होगा,
मंजिल की ओर नित बढ़ना होगा।
फ़सल कटती जैसे समय आने पर,
कर्म फल ही उसके अनुसार होगा।

हांँ जीत का जज्बा अब रखना होगा,
क़ायम भी तो उस पर रहना होगा।
छोड़ दिये हैं सारे गिले-शिक्वे पुराने,
उन यादों को अब बिसराना होगा।
...................................................
देवेश दीक्षित

©Devesh Dixit

#जीत_का_जज्बा_रखना_होगा #hindinojoto जीत का जज्बा रखना होगा जीत का जज्बा रखना होगा, पीछे नहीं अब हटना होगा। रह गये पीछे जो सपने अपने, उनको

19 Love

White रतन जी टाटा को श्रद्धा नत श्रद्धांजलि भारत रतन का भाग्य , आज अचानक रूठ गया। ऐसा लगा कि मानो आसमान से एक सितारा टूट गया। कर्ण जैसे महादानी का भी, रथ का पहिया टूट गया। आज भारत माता के दामन का फिर से एक किनारा छूट गया। एक कोहिनूर अंग्रेजों ने लूटा। दूजा आज राम ने लूट लिया। शोक विकल है भारत माता, धीरज का सोता फूट लिया। अरे विधाता ! तूने हमसे, रतन हमारा लूट लिया। शोक- मग्न है देश हमारा, आँखों का तारा टूट लिया। ©बेजुबान शायर shivkumar

#सितारा #कविता95 #कविता #फ़िल्म #Ratan_Tata  White रतन जी टाटा को श्रद्धा नत श्रद्धांजलि

भारत रतन  का भाग्य ,
आज अचानक रूठ गया।
ऐसा लगा कि मानो आसमान से 
एक   सितारा  टूट   गया।

कर्ण जैसे महादानी का भी,
रथ का पहिया टूट गया।
आज भारत माता के दामन का
फिर से एक किनारा छूट गया।

एक कोहिनूर अंग्रेजों ने लूटा।
दूजा आज राम ने लूट लिया।
शोक विकल है भारत माता,
धीरज  का  सोता फूट लिया।

अरे विधाता  !  तूने हमसे,
रतन  हमारा  लूट  लिया।
शोक- मग्न है देश हमारा,
आँखों का तारा टूट लिया।

©बेजुबान शायर shivkumar

#Ratan_Tata #RIP #ratantata #कविता #कविता95 @Sana naaz Aman Singh @angel rai @Sethi Ji @puja udeshi हॉलीवुड की फिल्म हिंदी फिल्म बॉलीवुड फ

15 Love

#वीडियो #युवा

#युवा कांग्रेस के नेता धीरज सिंह ने मांगे कामरेड ओमप्रकाश को जिताने की करी अपील

81 View

मुक्तक :- जीवन भर अब नाथ , तुम्हारा बनकर रहना । जैसे राखो आप , यहाँ पर हमको रहना । नही लोभ औ मोह , कभी जीवन में आये- यही कृपा अब नाथ , बनाये हम पर रहना ।। मातु-पिता है बृद्ध , तनिक सेवा तो कर लो । और तनय का धर्म , निभाकर झोली भर लो । ऐसे अवसर नित्य , नही जीवन में आते - मिले परम पद आप , तनिक धीरज तो धर लो ।। बनकर हरि का दास , भक्ति का पहनूँ गहना । हर क्षण मुख पे राम , बोल फिर क्या है कहना । जगे हमारे भाग्य , शरण जो उनकी पाया - अब तो उनका नाम , हमें सुमिरन है करना ।। यह तन मिट्टी जान , जलायी हमने काया । हृदय बिठाकर राम , राम को हमने पाया । अब तो आठों याम , उन्हीं का सुमिरन होता - यह मन उनका धाम , उन्ही की सारी माया ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

#कविता  मुक्तक :-
जीवन भर अब नाथ , तुम्हारा बनकर रहना ।
जैसे राखो आप , यहाँ पर हमको रहना ।
नही लोभ औ मोह , कभी जीवन में आये-
यही कृपा अब नाथ , बनाये हम पर रहना ।।

मातु-पिता है बृद्ध , तनिक सेवा तो कर लो ।
और तनय का धर्म , निभाकर झोली भर लो ।
ऐसे अवसर नित्य , नही जीवन में आते -
मिले परम पद आप , तनिक धीरज तो धर लो ।।

बनकर हरि का दास , भक्ति का पहनूँ गहना ।
हर क्षण मुख पे राम , बोल फिर क्या है कहना ।
जगे हमारे भाग्य , शरण जो उनकी पाया -
अब तो उनका नाम , हमें सुमिरन है करना ।।

यह तन मिट्टी जान , जलायी हमने काया ।
हृदय बिठाकर राम , राम को हमने पाया ।
अब तो आठों याम , उन्हीं का सुमिरन होता -
यह मन उनका धाम , उन्ही की सारी माया ।।

महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

मुक्तक :- जीवन भर अब नाथ , तुम्हारा बनकर रहना । जैसे राखो आप , यहाँ पर हमको रहना । नही लोभ औ मोह , कभी जीवन में आये- यही कृपा अब नाथ , बनाये

13 Love

जीत का जज्बा रखना होगा जीत का जज्बा रखना होगा, पीछे नहीं अब हटना होगा। रह गये पीछे जो सपने अपने, उनको साकार करना होगा। ख्यालों से बाहर निकलना होगा, उड़ान को अपनी भरना होगा। खुला आसमान है ये देखो यारों, उस आसमान को छूना होगा। लक्ष्य को भी अब तो पाना होगा, जिद्द है इसे हासिल करना होगा। रुकावटें आएँ चाहे जितनी भी, उन सबको भी पार करना होगा। धीरज को बनाये भी रखना होगा, मंजिल की ओर नित बढ़ना होगा। फ़सल कटती जैसे समय आने पर, कर्म फल ही उसके अनुसार होगा। हांँ जीत का जज्बा अब रखना होगा, क़ायम भी तो उस पर रहना होगा। छोड़ दिये हैं सारे गिले-शिक्वे पुराने, उन यादों को अब बिसराना होगा। ................................................... देवेश दीक्षित ©Devesh Dixit

#जीत_का_जज्बा_रखना_होगा #कविता #sandiprohila #hindinojoto  जीत का जज्बा रखना होगा

जीत का जज्बा रखना होगा,
पीछे नहीं अब हटना होगा।
रह गये पीछे जो सपने अपने,
उनको साकार करना होगा।

ख्यालों से बाहर निकलना होगा,
उड़ान को अपनी भरना होगा।
खुला आसमान है ये देखो यारों,
उस आसमान को छूना होगा।

लक्ष्य को भी अब तो पाना होगा,
जिद्द है इसे हासिल करना होगा।
रुकावटें आएँ चाहे जितनी भी,
उन सबको भी पार करना होगा।

धीरज को बनाये भी रखना होगा,
मंजिल की ओर नित बढ़ना होगा।
फ़सल कटती जैसे समय आने पर,
कर्म फल ही उसके अनुसार होगा।

हांँ जीत का जज्बा अब रखना होगा,
क़ायम भी तो उस पर रहना होगा।
छोड़ दिये हैं सारे गिले-शिक्वे पुराने,
उन यादों को अब बिसराना होगा।
...................................................
देवेश दीक्षित

©Devesh Dixit

#जीत_का_जज्बा_रखना_होगा #hindinojoto जीत का जज्बा रखना होगा जीत का जज्बा रखना होगा, पीछे नहीं अब हटना होगा। रह गये पीछे जो सपने अपने, उनको

19 Love

White रतन जी टाटा को श्रद्धा नत श्रद्धांजलि भारत रतन का भाग्य , आज अचानक रूठ गया। ऐसा लगा कि मानो आसमान से एक सितारा टूट गया। कर्ण जैसे महादानी का भी, रथ का पहिया टूट गया। आज भारत माता के दामन का फिर से एक किनारा छूट गया। एक कोहिनूर अंग्रेजों ने लूटा। दूजा आज राम ने लूट लिया। शोक विकल है भारत माता, धीरज का सोता फूट लिया। अरे विधाता ! तूने हमसे, रतन हमारा लूट लिया। शोक- मग्न है देश हमारा, आँखों का तारा टूट लिया। ©बेजुबान शायर shivkumar

#सितारा #कविता95 #कविता #फ़िल्म #Ratan_Tata  White रतन जी टाटा को श्रद्धा नत श्रद्धांजलि

भारत रतन  का भाग्य ,
आज अचानक रूठ गया।
ऐसा लगा कि मानो आसमान से 
एक   सितारा  टूट   गया।

कर्ण जैसे महादानी का भी,
रथ का पहिया टूट गया।
आज भारत माता के दामन का
फिर से एक किनारा छूट गया।

एक कोहिनूर अंग्रेजों ने लूटा।
दूजा आज राम ने लूट लिया।
शोक विकल है भारत माता,
धीरज  का  सोता फूट लिया।

अरे विधाता  !  तूने हमसे,
रतन  हमारा  लूट  लिया।
शोक- मग्न है देश हमारा,
आँखों का तारा टूट लिया।

©बेजुबान शायर shivkumar

#Ratan_Tata #RIP #ratantata #कविता #कविता95 @Sana naaz Aman Singh @angel rai @Sethi Ji @puja udeshi हॉलीवुड की फिल्म हिंदी फिल्म बॉलीवुड फ

15 Love

#वीडियो #युवा

#युवा कांग्रेस के नेता धीरज सिंह ने मांगे कामरेड ओमप्रकाश को जिताने की करी अपील

81 View

मुक्तक :- जीवन भर अब नाथ , तुम्हारा बनकर रहना । जैसे राखो आप , यहाँ पर हमको रहना । नही लोभ औ मोह , कभी जीवन में आये- यही कृपा अब नाथ , बनाये हम पर रहना ।। मातु-पिता है बृद्ध , तनिक सेवा तो कर लो । और तनय का धर्म , निभाकर झोली भर लो । ऐसे अवसर नित्य , नही जीवन में आते - मिले परम पद आप , तनिक धीरज तो धर लो ।। बनकर हरि का दास , भक्ति का पहनूँ गहना । हर क्षण मुख पे राम , बोल फिर क्या है कहना । जगे हमारे भाग्य , शरण जो उनकी पाया - अब तो उनका नाम , हमें सुमिरन है करना ।। यह तन मिट्टी जान , जलायी हमने काया । हृदय बिठाकर राम , राम को हमने पाया । अब तो आठों याम , उन्हीं का सुमिरन होता - यह मन उनका धाम , उन्ही की सारी माया ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

#कविता  मुक्तक :-
जीवन भर अब नाथ , तुम्हारा बनकर रहना ।
जैसे राखो आप , यहाँ पर हमको रहना ।
नही लोभ औ मोह , कभी जीवन में आये-
यही कृपा अब नाथ , बनाये हम पर रहना ।।

मातु-पिता है बृद्ध , तनिक सेवा तो कर लो ।
और तनय का धर्म , निभाकर झोली भर लो ।
ऐसे अवसर नित्य , नही जीवन में आते -
मिले परम पद आप , तनिक धीरज तो धर लो ।।

बनकर हरि का दास , भक्ति का पहनूँ गहना ।
हर क्षण मुख पे राम , बोल फिर क्या है कहना ।
जगे हमारे भाग्य , शरण जो उनकी पाया -
अब तो उनका नाम , हमें सुमिरन है करना ।।

यह तन मिट्टी जान , जलायी हमने काया ।
हृदय बिठाकर राम , राम को हमने पाया ।
अब तो आठों याम , उन्हीं का सुमिरन होता -
यह मन उनका धाम , उन्ही की सारी माया ।।

महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

मुक्तक :- जीवन भर अब नाथ , तुम्हारा बनकर रहना । जैसे राखो आप , यहाँ पर हमको रहना । नही लोभ औ मोह , कभी जीवन में आये- यही कृपा अब नाथ , बनाये

13 Love

Trending Topic