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सावन और मोहब्बत बरसात की अंधेरो में, एक उजाला दिल को छू गया । सड़क भीगा - भीगा, मुझसे कुछ शायरी कह गया।। आज चाँद तो नहीं आया, पर एक प्रकाश ने, मुझे एक संदेश दे गया, मौसम रंगीन, स्वप्न कि दुनिया हो जैसे। मन चंचल, मेरी मोहब्बत, बाहों में सिमटी हो जैसे।। दूर होकर भी , पास होने कि एहसास, मेरी खामोश होठों को, एक प्यारी सी मुस्कान दे गया।। लेखक ; विजय सर जी ©Vijay Kumar

#लव  सावन और मोहब्बत

बरसात की अंधेरो में, एक उजाला दिल को छू गया  । 
सड़क भीगा - भीगा, मुझसे कुछ शायरी कह गया।। 
आज चाँद तो नहीं आया, पर एक प्रकाश ने, 
मुझे एक संदेश दे गया, 
मौसम रंगीन, स्वप्न कि दुनिया हो जैसे। 
मन चंचल, 
मेरी मोहब्बत, बाहों में सिमटी हो जैसे।। 
दूर होकर भी , पास होने कि एहसास, 
मेरी खामोश होठों को, एक प्यारी सी मुस्कान दे गया।। 

लेखक ; विजय सर जी

©Vijay Kumar

बरसात और मोहब्बत लव स्टेटस शायरी लव स्टोरी

11 Love

बरसात इंतज़ार तन्हाई..... फलक ज़मीन गहराई....!! ✍️murtaza ©Murtaza Ali

#बरसात  बरसात इंतज़ार तन्हाई.....
फलक ज़मीन गहराई....!!
✍️murtaza

©Murtaza Ali
#तन्हाई #शायरी #बरसात #आग

White ### समंदर बनकर चाहा था जिसे ताल भी उसने नहीं समझा लहरों सा समा जाने आई थी.. साहिल मिलते ही कहीं का नही समझा। सौंपी थी दिल दु:खाने कि जिम्मेदारी ज़माने से लेकर मगर उसने उसे अपनो की तरह नहीं समझा तव्वसुम बता गई, ये एक हिस्सा था किसी खेल का मुसल्सल खेलति रही आकाश में मिलते हि मुकम्मल उसने    किसी ज़मी का नही समझा, खैर उनकी तमन्नाएं पूरी हुई, हां कुछ जरूरी चीजें अधूरी हुई मुकद्दर है हमारी, हमसे.. हमने इसे कभी किसी और का नही समझा  आना जाना तो कुदरती खेल है तकल्लुफ इतनी सी है हमने सब कुछ समझा उन्हें पर खुदा कसम खुदा नहीं समझा।। Aakash Dwivedi ✍️ ©Aakash Dwivedi

 White ###

समंदर बनकर चाहा था जिसे 
ताल भी उसने नहीं समझा 
लहरों सा समा जाने आई थी.. 
साहिल मिलते ही कहीं का नही समझा।
सौंपी थी दिल दु:खाने कि जिम्मेदारी 
ज़माने से लेकर मगर उसने उसे 
अपनो की तरह नहीं समझा 
तव्वसुम बता गई, ये एक 
हिस्सा था किसी खेल का 
मुसल्सल खेलति रही आकाश में 
मिलते हि मुकम्मल उसने    
किसी ज़मी का नही समझा,
खैर उनकी तमन्नाएं पूरी हुई, हां 
कुछ जरूरी चीजें अधूरी हुई 
मुकद्दर है हमारी, हमसे..
हमने इसे कभी किसी 
और का नही समझा  
आना जाना तो कुदरती खेल है 
तकल्लुफ इतनी सी है 
हमने सब कुछ समझा उन्हें 
पर खुदा कसम खुदा नहीं समझा।।
                
                          Aakash Dwivedi ✍️

©Aakash Dwivedi

#love_shayari #कविता #Like #शायरी #Life #शायर #AakashDwivedi #Quote #बरसात

8 Love

#बरसात  White जरा बरसात क्या हो गई, शहर सारा ही डूबा है,
जो बनते खादिम ए कस्बा, इनका ये क्या मनसूबा है,

सड़क बंद है लगा है जाम, जनता होने लगी परेशान,
भीगती आ रही कैसे, शहर भर की है ये आवाम,
वो खुश महलों में हैं बैठे, उनके हैं बन रहे पकवान,
यहां बोनी नहीं अब तक, होने को आ गई है शाम,

जरा बरसात क्या हो गई, शहर सारा ही डूबा है,
जो बनते खादिम ए कस्बा, इनका ये क्या मनसूबा है,

शहर छोड़ा था जिनके आसरे, वो सब ही गायब हैं,
काम कोई न करने के, बहाने भी अजायब हैं,
जरा गर पूछ लो इनसे, साहब ट्रैफिक को हटवा दो,
चालान पहला तुम्हारा है, पहले तुम उसको कटवा दो,

जरा बरसात क्या हो गई, शहर सारा ही डूबा है,
जो बनते खादिम ए कस्बा, इनका ये क्या मनसूबा है,

सवारी के अचानक से, हो गए दुगने हैं अब दाम,
जहां पे बीस लगते थे, न होगा सौ से कम में काम,
लाचारी है तुम्हारी है, हुई अब जेब भारी है,
गलत को सहते रहने की, ये हम सबको बीमारी है,

जरा बरसात क्या हो गई, शहर सारा ही डूबा है,
जो बनते खादिम ए कस्बा, इनका ये क्या मनसूबा है,

©Pankaj Pahwa

#बरसात

41,031 View

#विचार  White आसमान पर काले बादल छाये हैं।
बिजली जैसे चमक गरज रहा बादल हैं।।
रिमझिम -रिमझिम बरस रहा पानी हैं।
ठंडी -ठंडी मन्द- मन्द चल रहा हवा है।।
प्रकृति के बरसात के मौसम सुहाना है।
घास -फूंस पेड़ पौधे हरा भरा हरियाली है।।

©Ghanshyam Ratre

बरसात

72 View

सावन और मोहब्बत बरसात की अंधेरो में, एक उजाला दिल को छू गया । सड़क भीगा - भीगा, मुझसे कुछ शायरी कह गया।। आज चाँद तो नहीं आया, पर एक प्रकाश ने, मुझे एक संदेश दे गया, मौसम रंगीन, स्वप्न कि दुनिया हो जैसे। मन चंचल, मेरी मोहब्बत, बाहों में सिमटी हो जैसे।। दूर होकर भी , पास होने कि एहसास, मेरी खामोश होठों को, एक प्यारी सी मुस्कान दे गया।। लेखक ; विजय सर जी ©Vijay Kumar

#लव  सावन और मोहब्बत

बरसात की अंधेरो में, एक उजाला दिल को छू गया  । 
सड़क भीगा - भीगा, मुझसे कुछ शायरी कह गया।। 
आज चाँद तो नहीं आया, पर एक प्रकाश ने, 
मुझे एक संदेश दे गया, 
मौसम रंगीन, स्वप्न कि दुनिया हो जैसे। 
मन चंचल, 
मेरी मोहब्बत, बाहों में सिमटी हो जैसे।। 
दूर होकर भी , पास होने कि एहसास, 
मेरी खामोश होठों को, एक प्यारी सी मुस्कान दे गया।। 

लेखक ; विजय सर जी

©Vijay Kumar

बरसात और मोहब्बत लव स्टेटस शायरी लव स्टोरी

11 Love

बरसात इंतज़ार तन्हाई..... फलक ज़मीन गहराई....!! ✍️murtaza ©Murtaza Ali

#बरसात  बरसात इंतज़ार तन्हाई.....
फलक ज़मीन गहराई....!!
✍️murtaza

©Murtaza Ali
#तन्हाई #शायरी #बरसात #आग

White ### समंदर बनकर चाहा था जिसे ताल भी उसने नहीं समझा लहरों सा समा जाने आई थी.. साहिल मिलते ही कहीं का नही समझा। सौंपी थी दिल दु:खाने कि जिम्मेदारी ज़माने से लेकर मगर उसने उसे अपनो की तरह नहीं समझा तव्वसुम बता गई, ये एक हिस्सा था किसी खेल का मुसल्सल खेलति रही आकाश में मिलते हि मुकम्मल उसने    किसी ज़मी का नही समझा, खैर उनकी तमन्नाएं पूरी हुई, हां कुछ जरूरी चीजें अधूरी हुई मुकद्दर है हमारी, हमसे.. हमने इसे कभी किसी और का नही समझा  आना जाना तो कुदरती खेल है तकल्लुफ इतनी सी है हमने सब कुछ समझा उन्हें पर खुदा कसम खुदा नहीं समझा।। Aakash Dwivedi ✍️ ©Aakash Dwivedi

 White ###

समंदर बनकर चाहा था जिसे 
ताल भी उसने नहीं समझा 
लहरों सा समा जाने आई थी.. 
साहिल मिलते ही कहीं का नही समझा।
सौंपी थी दिल दु:खाने कि जिम्मेदारी 
ज़माने से लेकर मगर उसने उसे 
अपनो की तरह नहीं समझा 
तव्वसुम बता गई, ये एक 
हिस्सा था किसी खेल का 
मुसल्सल खेलति रही आकाश में 
मिलते हि मुकम्मल उसने    
किसी ज़मी का नही समझा,
खैर उनकी तमन्नाएं पूरी हुई, हां 
कुछ जरूरी चीजें अधूरी हुई 
मुकद्दर है हमारी, हमसे..
हमने इसे कभी किसी 
और का नही समझा  
आना जाना तो कुदरती खेल है 
तकल्लुफ इतनी सी है 
हमने सब कुछ समझा उन्हें 
पर खुदा कसम खुदा नहीं समझा।।
                
                          Aakash Dwivedi ✍️

©Aakash Dwivedi

#love_shayari #कविता #Like #शायरी #Life #शायर #AakashDwivedi #Quote #बरसात

8 Love

#बरसात  White जरा बरसात क्या हो गई, शहर सारा ही डूबा है,
जो बनते खादिम ए कस्बा, इनका ये क्या मनसूबा है,

सड़क बंद है लगा है जाम, जनता होने लगी परेशान,
भीगती आ रही कैसे, शहर भर की है ये आवाम,
वो खुश महलों में हैं बैठे, उनके हैं बन रहे पकवान,
यहां बोनी नहीं अब तक, होने को आ गई है शाम,

जरा बरसात क्या हो गई, शहर सारा ही डूबा है,
जो बनते खादिम ए कस्बा, इनका ये क्या मनसूबा है,

शहर छोड़ा था जिनके आसरे, वो सब ही गायब हैं,
काम कोई न करने के, बहाने भी अजायब हैं,
जरा गर पूछ लो इनसे, साहब ट्रैफिक को हटवा दो,
चालान पहला तुम्हारा है, पहले तुम उसको कटवा दो,

जरा बरसात क्या हो गई, शहर सारा ही डूबा है,
जो बनते खादिम ए कस्बा, इनका ये क्या मनसूबा है,

सवारी के अचानक से, हो गए दुगने हैं अब दाम,
जहां पे बीस लगते थे, न होगा सौ से कम में काम,
लाचारी है तुम्हारी है, हुई अब जेब भारी है,
गलत को सहते रहने की, ये हम सबको बीमारी है,

जरा बरसात क्या हो गई, शहर सारा ही डूबा है,
जो बनते खादिम ए कस्बा, इनका ये क्या मनसूबा है,

©Pankaj Pahwa

#बरसात

41,031 View

#विचार  White आसमान पर काले बादल छाये हैं।
बिजली जैसे चमक गरज रहा बादल हैं।।
रिमझिम -रिमझिम बरस रहा पानी हैं।
ठंडी -ठंडी मन्द- मन्द चल रहा हवा है।।
प्रकृति के बरसात के मौसम सुहाना है।
घास -फूंस पेड़ पौधे हरा भरा हरियाली है।।

©Ghanshyam Ratre

बरसात

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