tags

New महानदी सिंचाई परियोजना Status, Photo, Video

Find the latest Status about महानदी सिंचाई परियोजना from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about महानदी सिंचाई परियोजना.

  • Latest
  • Popular
  • Video
#वीडियो

बाल विकास परियोजना में महिलाओं ने किया सम्मान

90 View

**महानदी की महिमा** बहती धारा सजीव महान, सीने में जिसके है गर्व की शान। कल-कल करती निरंतर बहती, जीवन की धारा सदा यहाँ रहती। पर्वतों से उतरी ममता की धारा, हरियाली फैला, खुशियों का सहारा। कभी शांत, कभी उफनती है, मानवता को सिखा संयम यह देती है। कृषकों की आस, धरती की प्यास, हर बूँद में समाई जीवन की आश। मिट्टी को सोना बनाती ये धारा, सपनों की लहरों पर नित करती इशारा। महानदी, तुम हो सृष्टि का वरदान, तुमसे ही जग का नव निर्माण। तुम्हारी गोद में फले फूलें खेत, तुमसे ही जीवन हो सदा अद्वितीय। ©Himanshu Sahu

#कविता #Exploration  **महानदी की महिमा**

बहती धारा सजीव महान,  
सीने में जिसके है गर्व की शान।  
कल-कल करती निरंतर बहती,  
जीवन की धारा सदा यहाँ रहती।

पर्वतों से उतरी ममता की धारा,  
हरियाली फैला, खुशियों का सहारा।  
कभी शांत, कभी उफनती है,  
मानवता को सिखा संयम यह देती है।

कृषकों की आस, धरती की प्यास,  
हर बूँद में समाई जीवन की आश।  
मिट्टी को सोना बनाती ये धारा,  
सपनों की लहरों पर नित करती इशारा।

महानदी, तुम हो सृष्टि का वरदान,  
तुमसे ही जग का नव निर्माण।  
तुम्हारी गोद में फले फूलें खेत,  
तुमसे ही जीवन हो सदा अद्वितीय।

©Himanshu Sahu

#Exploration महानदी

10 Love

#Quotes  White जीवन की रूप रेखा को कुछ यूं स्वप्नाया था उसने
सुगंध उठेगा कल सबेरा मेरा
यही विचारकर
प्रेम बीज को अतीत की भूमि में दबाया था उसने‌
दिन गुजरे सप्ताह गुजरे 
न विश्वास की सिंचाई
न गलतियों की निराई
न जुबानी जहर को पौधों से छुटाया था उसने
फिर सहसा एक दिन खींच ले गयीं 
अभिलाषाएं उसे फसल की ओर
चींखने लगा जोर जोर से
निखोलने लगा सुषुप्त पड़ चुके प्रेम बीज को
मढ़ने लगा आरोप उसके प्रेमत्व पर
क्योंकि आज, वर्तमान पर मुरझा सा 
नीरस पुष्प ही पाया था उसने
काश! झांक पाता सहस्त्रों 
बार किये उन वादों की ओर 
जिन्हें हर गलती के बाद दोहराया था उसने

©Nitu Singh जज़्बातदिलके

जीवन की रूप रेखा को कुछ यूं स्वप्नाया था उसने सुगंध उठेगा कल सबेरा मेरा यही विचारकर प्रेम बीज को अतीत की भूमि में दबाया था उसने‌ दिन गुजरे स

81 View

#वीडियो

बाल विकास परियोजना में महिलाओं ने किया सम्मान

90 View

**महानदी की महिमा** बहती धारा सजीव महान, सीने में जिसके है गर्व की शान। कल-कल करती निरंतर बहती, जीवन की धारा सदा यहाँ रहती। पर्वतों से उतरी ममता की धारा, हरियाली फैला, खुशियों का सहारा। कभी शांत, कभी उफनती है, मानवता को सिखा संयम यह देती है। कृषकों की आस, धरती की प्यास, हर बूँद में समाई जीवन की आश। मिट्टी को सोना बनाती ये धारा, सपनों की लहरों पर नित करती इशारा। महानदी, तुम हो सृष्टि का वरदान, तुमसे ही जग का नव निर्माण। तुम्हारी गोद में फले फूलें खेत, तुमसे ही जीवन हो सदा अद्वितीय। ©Himanshu Sahu

#कविता #Exploration  **महानदी की महिमा**

बहती धारा सजीव महान,  
सीने में जिसके है गर्व की शान।  
कल-कल करती निरंतर बहती,  
जीवन की धारा सदा यहाँ रहती।

पर्वतों से उतरी ममता की धारा,  
हरियाली फैला, खुशियों का सहारा।  
कभी शांत, कभी उफनती है,  
मानवता को सिखा संयम यह देती है।

कृषकों की आस, धरती की प्यास,  
हर बूँद में समाई जीवन की आश।  
मिट्टी को सोना बनाती ये धारा,  
सपनों की लहरों पर नित करती इशारा।

महानदी, तुम हो सृष्टि का वरदान,  
तुमसे ही जग का नव निर्माण।  
तुम्हारी गोद में फले फूलें खेत,  
तुमसे ही जीवन हो सदा अद्वितीय।

©Himanshu Sahu

#Exploration महानदी

10 Love

#Quotes  White जीवन की रूप रेखा को कुछ यूं स्वप्नाया था उसने
सुगंध उठेगा कल सबेरा मेरा
यही विचारकर
प्रेम बीज को अतीत की भूमि में दबाया था उसने‌
दिन गुजरे सप्ताह गुजरे 
न विश्वास की सिंचाई
न गलतियों की निराई
न जुबानी जहर को पौधों से छुटाया था उसने
फिर सहसा एक दिन खींच ले गयीं 
अभिलाषाएं उसे फसल की ओर
चींखने लगा जोर जोर से
निखोलने लगा सुषुप्त पड़ चुके प्रेम बीज को
मढ़ने लगा आरोप उसके प्रेमत्व पर
क्योंकि आज, वर्तमान पर मुरझा सा 
नीरस पुष्प ही पाया था उसने
काश! झांक पाता सहस्त्रों 
बार किये उन वादों की ओर 
जिन्हें हर गलती के बाद दोहराया था उसने

©Nitu Singh जज़्बातदिलके

जीवन की रूप रेखा को कुछ यूं स्वप्नाया था उसने सुगंध उठेगा कल सबेरा मेरा यही विचारकर प्रेम बीज को अतीत की भूमि में दबाया था उसने‌ दिन गुजरे स

81 View

Trending Topic