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New चुप्पा चुप्पी Status, Photo, Video

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#AnjaliSinghal

"चुप्पी बहुत कुछ बयां करती है, पर नज़र मिलते ही मुकर जाया करती है। इधर-उधर की बातों में फिर ख़ुद को बहलाकर, जाकर नज़र पर ही ठहर जाया करती ह

126 View

White अच्छी औरतें कौन होती है? जो चुप्पी साधे रहें या फिर जो हँसते हुए तमाशबीन हो क्योंकि औरतों के इतिहास मे दर्ज है : अग्नि-परीक्षा के बाद भी सीता अच्छी नहीं हो पाई चीरहरण झेलने के बाद भी द्रोपदी का गुणगान नहीं हो पाया लक्ष्मण की पत्नी उर्मिला का त्याग लोगों को याद तक नहीं तो फिर ये अच्छी औरतें कौन हैं? क्या हर रोज़ मार खाती औरतें? या सरेआम पिटती औरतें? या चौके बर्तन में घिसती औरतें? या फिर बच्चों के पीछे भागती औरतें? कौन होती हैं आख़िर अच्छी औरतें? अंशू कुमार ©Shivkumar barman

#अग्निपरीक्षा #हिन्दीकविता #इतिहास #गुणगान #कविता #त्याग  White अच्छी औरतें कौन होती है? 
जो चुप्पी साधे रहें 
या फिर जो हँसते हुए तमाशबीन हो 

क्योंकि औरतों के इतिहास मे दर्ज है : 
अग्नि-परीक्षा के बाद भी 
सीता अच्छी नहीं हो पाई 

चीरहरण झेलने के बाद भी 
द्रोपदी का गुणगान नहीं हो पाया 

लक्ष्मण की पत्नी उर्मिला का त्याग 
लोगों को याद तक नहीं 

तो फिर ये अच्छी औरतें कौन हैं? 

क्या हर रोज़ मार खाती औरतें? 
या सरेआम पिटती औरतें? 
या चौके बर्तन में घिसती औरतें? 
या फिर बच्चों के पीछे भागती औरतें? 

कौन होती हैं आख़िर अच्छी औरतें? 

अंशू कुमार

©Shivkumar barman

अच्छी #औरतें कौन होती है? जो चुप्पी साधे रहें या फिर जो #हँसते हुए तमाशबीन हो क्योंकि औरतों के #इतिहास मे दर्ज है : #अग्निपरीक्षा

13 Love

#चुप्पी #शायरी #एक #को

#चुप्पी #को #एक गुण के रूप में अपनाएं

189 View

White मैं, और तुमसे शिक़ायत, नहीं, तुम्हारा लहज़ा बदल जाएगा। ©सूरज कोठारी'देव'

#शिकायत #चुप्पी #शायरी  White मैं, और तुमसे शिक़ायत, नहीं,
तुम्हारा लहज़ा बदल जाएगा।

©सूरज कोठारी'देव'

#शिकायत #चुप्पी शायरी दर्द 'दर्द भरी शायरी'

10 Love

White लोग सिर्फ वही सुनते हैं जो उनकी मर्ज़ी हो, सच हो या झूठ, फर्क किसे पड़ता है, बस अपनी बात सही हो। अपनी गलती हो तो उसे हंसी में उड़ा देते हैं, और अगर दूसरों की हो, तो बिना देर किए गिरेबान पकड़ लेते हैं। कभी-कभी ऐसा लगता है कि लोग बहस में चाय की चुस्की की तरह होते हैं, बस गर्मा-गर्म मुद्दे चाहिए, सही या गलत से उन्हें क्या वास्ता? अपनी बुराई पर ऐसे चुप्पी साध लेते हैं, जैसे मुंह में मिश्री रख ली हो, और दूसरों की गलती को ऐसा नमक लगाते हैं, कि अगले की जुबान जल जाए। तो जनाब, लोग वही सुनते हैं जो उन्हें सुहाता है, सच का क्या है, वो तो अपनी सहूलियत से बदलता रहता है। इसलिए ध्यान रखें, दूसरों की सुनें, मगर अपनी भी सुनाएं, वरना लोग आपको ही अपनी कहानी का विलेन बना जाएंगे! ©#Mr.India

#mrindiapoetry #doublecollab #Sad_shayri #Zindagi #Jindagi  White लोग सिर्फ वही सुनते हैं जो उनकी मर्ज़ी हो,  
सच हो या झूठ, फर्क किसे पड़ता है, बस अपनी बात सही हो।  
अपनी गलती हो तो उसे हंसी में उड़ा देते हैं,  
और अगर दूसरों की हो, तो बिना देर किए गिरेबान पकड़ लेते हैं।  

कभी-कभी ऐसा लगता है कि लोग बहस में चाय की चुस्की की तरह होते हैं,  
बस गर्मा-गर्म मुद्दे चाहिए, सही या गलत से उन्हें क्या वास्ता?  
अपनी बुराई पर ऐसे चुप्पी साध लेते हैं,  
जैसे मुंह में मिश्री रख ली हो,  
और दूसरों की गलती को ऐसा नमक लगाते हैं,  
कि अगले की जुबान जल जाए।  

तो जनाब, लोग वही सुनते हैं जो उन्हें सुहाता है,  
सच का क्या है, वो तो अपनी सहूलियत से बदलता रहता है।  
इसलिए ध्यान रखें, दूसरों की सुनें, मगर अपनी भी सुनाएं,  
वरना लोग आपको ही अपनी कहानी का विलेन बना जाएंगे!

©#Mr.India

लोग सिर्फ वही सुनते हैं जो उनकी मर्ज़ी हो, सच हो या झूठ, फर्क किसे पड़ता है, बस अपनी बात सही हो। अपनी गलती हो तो उसे हंसी में उड़ा देते

15 Love

#AnjaliSinghal

"चुप्पी बहुत कुछ बयां करती है, पर नज़र मिलते ही मुकर जाया करती है। इधर-उधर की बातों में फिर ख़ुद को बहलाकर, जाकर नज़र पर ही ठहर जाया करती ह

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White अच्छी औरतें कौन होती है? जो चुप्पी साधे रहें या फिर जो हँसते हुए तमाशबीन हो क्योंकि औरतों के इतिहास मे दर्ज है : अग्नि-परीक्षा के बाद भी सीता अच्छी नहीं हो पाई चीरहरण झेलने के बाद भी द्रोपदी का गुणगान नहीं हो पाया लक्ष्मण की पत्नी उर्मिला का त्याग लोगों को याद तक नहीं तो फिर ये अच्छी औरतें कौन हैं? क्या हर रोज़ मार खाती औरतें? या सरेआम पिटती औरतें? या चौके बर्तन में घिसती औरतें? या फिर बच्चों के पीछे भागती औरतें? कौन होती हैं आख़िर अच्छी औरतें? अंशू कुमार ©Shivkumar barman

#अग्निपरीक्षा #हिन्दीकविता #इतिहास #गुणगान #कविता #त्याग  White अच्छी औरतें कौन होती है? 
जो चुप्पी साधे रहें 
या फिर जो हँसते हुए तमाशबीन हो 

क्योंकि औरतों के इतिहास मे दर्ज है : 
अग्नि-परीक्षा के बाद भी 
सीता अच्छी नहीं हो पाई 

चीरहरण झेलने के बाद भी 
द्रोपदी का गुणगान नहीं हो पाया 

लक्ष्मण की पत्नी उर्मिला का त्याग 
लोगों को याद तक नहीं 

तो फिर ये अच्छी औरतें कौन हैं? 

क्या हर रोज़ मार खाती औरतें? 
या सरेआम पिटती औरतें? 
या चौके बर्तन में घिसती औरतें? 
या फिर बच्चों के पीछे भागती औरतें? 

कौन होती हैं आख़िर अच्छी औरतें? 

अंशू कुमार

©Shivkumar barman

अच्छी #औरतें कौन होती है? जो चुप्पी साधे रहें या फिर जो #हँसते हुए तमाशबीन हो क्योंकि औरतों के #इतिहास मे दर्ज है : #अग्निपरीक्षा

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#चुप्पी #शायरी #एक #को

#चुप्पी #को #एक गुण के रूप में अपनाएं

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White मैं, और तुमसे शिक़ायत, नहीं, तुम्हारा लहज़ा बदल जाएगा। ©सूरज कोठारी'देव'

#शिकायत #चुप्पी #शायरी  White मैं, और तुमसे शिक़ायत, नहीं,
तुम्हारा लहज़ा बदल जाएगा।

©सूरज कोठारी'देव'

#शिकायत #चुप्पी शायरी दर्द 'दर्द भरी शायरी'

10 Love

White लोग सिर्फ वही सुनते हैं जो उनकी मर्ज़ी हो, सच हो या झूठ, फर्क किसे पड़ता है, बस अपनी बात सही हो। अपनी गलती हो तो उसे हंसी में उड़ा देते हैं, और अगर दूसरों की हो, तो बिना देर किए गिरेबान पकड़ लेते हैं। कभी-कभी ऐसा लगता है कि लोग बहस में चाय की चुस्की की तरह होते हैं, बस गर्मा-गर्म मुद्दे चाहिए, सही या गलत से उन्हें क्या वास्ता? अपनी बुराई पर ऐसे चुप्पी साध लेते हैं, जैसे मुंह में मिश्री रख ली हो, और दूसरों की गलती को ऐसा नमक लगाते हैं, कि अगले की जुबान जल जाए। तो जनाब, लोग वही सुनते हैं जो उन्हें सुहाता है, सच का क्या है, वो तो अपनी सहूलियत से बदलता रहता है। इसलिए ध्यान रखें, दूसरों की सुनें, मगर अपनी भी सुनाएं, वरना लोग आपको ही अपनी कहानी का विलेन बना जाएंगे! ©#Mr.India

#mrindiapoetry #doublecollab #Sad_shayri #Zindagi #Jindagi  White लोग सिर्फ वही सुनते हैं जो उनकी मर्ज़ी हो,  
सच हो या झूठ, फर्क किसे पड़ता है, बस अपनी बात सही हो।  
अपनी गलती हो तो उसे हंसी में उड़ा देते हैं,  
और अगर दूसरों की हो, तो बिना देर किए गिरेबान पकड़ लेते हैं।  

कभी-कभी ऐसा लगता है कि लोग बहस में चाय की चुस्की की तरह होते हैं,  
बस गर्मा-गर्म मुद्दे चाहिए, सही या गलत से उन्हें क्या वास्ता?  
अपनी बुराई पर ऐसे चुप्पी साध लेते हैं,  
जैसे मुंह में मिश्री रख ली हो,  
और दूसरों की गलती को ऐसा नमक लगाते हैं,  
कि अगले की जुबान जल जाए।  

तो जनाब, लोग वही सुनते हैं जो उन्हें सुहाता है,  
सच का क्या है, वो तो अपनी सहूलियत से बदलता रहता है।  
इसलिए ध्यान रखें, दूसरों की सुनें, मगर अपनी भी सुनाएं,  
वरना लोग आपको ही अपनी कहानी का विलेन बना जाएंगे!

©#Mr.India

लोग सिर्फ वही सुनते हैं जो उनकी मर्ज़ी हो, सच हो या झूठ, फर्क किसे पड़ता है, बस अपनी बात सही हो। अपनी गलती हो तो उसे हंसी में उड़ा देते

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