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Kuch meetha.. doston.. ©Arunabh Bordoloi

#foodiesofinstagram #foodforthought #foodblogger #foodonplate #Chocolate   Kuch meetha.. 
doston..

©Arunabh Bordoloi
#WaheGuruji #Quotes

White G,,,सुनो तुम ,,कुछ देर ओर ठहर जाओ न ,,मुझपे यूं कहर ढ़ाओ न ,,देखो इस रात ने चांदनी की चादर फिर से पहनी है ,, मौजूदगी में तारों की ,,मुझे तुमसे इक बात कहनी है ।। # B,,, अरे अरे कोई और मतलब रह गया बाकी ,, चलो फिर फिर शौक से कह दो न,,मेरे एहसास मत छेड़ो,, और इस चांदनी की चादर को दिलासों की तह दो न ,, गर करनी है महज बाते ,,,बताओ इन बातों में रखा क्या ।। # G,, क्यों हो गए पत्थर,, टूटकर फिर से तुम बिखर अब क्यों नहीं जाते ,, ज़रा झांको मेरी आंखों ,,ओर खुद को फिर से देखो न ,, पलकों पर जज़्बात है ठहरे ,तुम्हे क्यों नजर नहीं आते ।। # B,,, तेरी पलकों पे ,,फरेब की मानिंद नजर आते है ये आंसू,, गर मुझमें बचा हो अब,, इश्क ए हौसला तो ताकूं,, सुनो मुझको लुभाओ न ,,अपनी इन मीठी बातों से ,, गर ये वही जज्बात है तेरे ,, बताओ इन जज्बातों में है रखा क्या।। # G,,, सुनो तुम मान जाओ न ,,रात बहुत चुकी गहरी ,,मेरे लबों पर अब भी काबिज़ है ,,,जो बाते न हो सकी पूरी ,,कैसे तनहा चलोगे तुम ,,कैसे घर को जाओगे ,, इस से अच्छा अभी ठहरो,,तुम वापस लौट आओगे ।। # B,,, ये हमदर्दी कुछ पल की ,,लगी बिल्कुल नहीं अच्छी ,,हां तुम अब भी झूठी हो ,,,लगी बिल्कुल नहीं सच्ची ,,मुझे मेरे चेहरे से नफरत है ,,मैं आईने तोड़ बैठा हूं,, राहों में तनहा सायों से ,,मैं नाते जोड़ बैठा हूं,,ये रातें है महज रातें,,बताओ इन रातों में है रखा क्या ।। # G,,, चलो मैं मान लेती हूं,, जिद तुम अपनी ही करते हो ,,खुश रहते हो तनहा तुम ,,इश्क अंधेरों से करते हो ,,बताओ जब तुम सूरज की पहली किरण के साथ मेरे गली से गुजरोगे,,मुझे छत पर देखकर तुम ,,क्या फिर से मुस्कुराओगे ,,कहो मुझसे मिलोगे या ,,फिर वही नखरे दिखाओगे।। # B,,, मैं ऐसे सफ़र पे हूं,, जहां रस्ते में अब तेरा घर नहीं आता ,,मेरे दरमियां बहती है सौंदी सी इक खुश्बू,,ख्यालों में रहती है मयखाने की वो चौखट ,,मेरे ज़हन में चाहकर भी अब तेरा दर नहीं आता ,, हां तुम्हे मैं यादों में रखूंगा तेरे किस्से सुनाऊंगा ,,मैं लौटना चाहूं तो भी न लौट पाऊंगा,,वो मुलाकातें थी महज मुलाकातें ,,,बताओ अब मुलाकातों में है रखा क्या । ©#शून्य राणा

 White G,,,सुनो तुम ,,कुछ देर ओर ठहर जाओ न ,,मुझपे यूं कहर ढ़ाओ न ,,देखो इस रात ने चांदनी की चादर फिर से पहनी है ,, मौजूदगी में तारों की ,,मुझे तुमसे इक बात कहनी है ।।
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B,,, अरे अरे कोई और मतलब रह गया बाकी ,, चलो फिर फिर शौक से कह दो न,,मेरे एहसास मत छेड़ो,, और इस चांदनी की चादर को दिलासों की तह दो न ,, गर करनी है महज बाते ,,,बताओ इन बातों में रखा क्या ।।
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G,, क्यों हो गए पत्थर,, टूटकर फिर से तुम बिखर अब क्यों नहीं जाते ,, ज़रा झांको मेरी आंखों ,,ओर खुद को फिर से देखो न ,, पलकों पर जज़्बात है ठहरे ,तुम्हे क्यों नजर नहीं आते ।।
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B,,, तेरी पलकों पे ,,फरेब की मानिंद नजर आते है ये आंसू,, गर मुझमें बचा हो अब,, इश्क ए हौसला तो ताकूं,, सुनो मुझको लुभाओ न ,,अपनी इन मीठी बातों से ,, गर ये वही जज्बात है तेरे ,, बताओ इन जज्बातों में है रखा क्या।।
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G,,, सुनो तुम मान जाओ न ,,रात बहुत चुकी गहरी ,,मेरे लबों पर अब भी काबिज़ है ,,,जो बाते न हो सकी पूरी ,,कैसे तनहा चलोगे तुम ,,कैसे घर को जाओगे ,, इस से अच्छा अभी ठहरो,,तुम वापस लौट आओगे ।।
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B,,, ये हमदर्दी कुछ पल की ,,लगी बिल्कुल नहीं अच्छी ,,हां तुम अब भी झूठी हो ,,,लगी बिल्कुल नहीं सच्ची ,,मुझे मेरे चेहरे से नफरत है ,,मैं आईने तोड़ बैठा हूं,, राहों में तनहा सायों से ,,मैं नाते जोड़ बैठा हूं,,ये रातें है महज रातें,,बताओ इन रातों में है रखा क्या ।।
#
G,,, चलो मैं मान लेती हूं,, जिद तुम अपनी ही करते हो ,,खुश रहते हो तनहा तुम ,,इश्क अंधेरों से करते हो ,,बताओ जब तुम सूरज की पहली किरण के साथ मेरे गली से गुजरोगे,,मुझे छत पर देखकर तुम ,,क्या फिर से मुस्कुराओगे ,,कहो मुझसे मिलोगे या ,,फिर वही नखरे दिखाओगे।।
#
B,,, मैं ऐसे सफ़र पे हूं,, जहां रस्ते में अब तेरा घर नहीं आता ,,मेरे दरमियां बहती है सौंदी सी इक खुश्बू,,ख्यालों में रहती है मयखाने की वो चौखट ,,मेरे ज़हन में चाहकर भी अब तेरा दर नहीं आता ,, हां तुम्हे मैं यादों में रखूंगा तेरे किस्से सुनाऊंगा ,,मैं लौटना चाहूं तो भी न लौट पाऊंगा,,वो मुलाकातें थी महज मुलाकातें ,,,बताओ अब मुलाकातों में है रखा क्या ।

©#शून्य राणा

White अब तेरे आंचल की नही जरूरत मुझको ,,मैं आंसुओ को पलकों के किनारे तक आने नही देता ।। # इंतजार खत्म हुआ परचाहियों का पीछा करना छोड़ दिया मैने ,,, अब तो मैं ख्यालों के आए को भी ,,खुद से दूर जाने नही देता ।। # जिसमे अक्स तेरा दिखता था वो आइना तोड़ दिया मैने ,,मैं अब अपने चेहरे पे भी तेरी कसक आने नही देता।। # हां ये सच है तेरी जुदाई से पहले मुझे कोई नही जानता था ,,, अब तेरे दिए नाम से लोग जानते है मुझे ,,मेरी मेरी अपनी पहचान कोई बताने नही देता ।। # सुनो लौट ना आना,,दूर ही रहना ,,लौटकर आओगी तुम इक दिन मैं दिल को झूठे बहाने नही देता ।। # और सोचता हूं दर्द वापस ना आ जाए तेरी आवाज सुनकर ,,,मैं उंगलियों को तेरा नंबर मिलाने नही देता ।। # चांदनी रखती है तमन्ना रोशन मेरे अंधेरों को करने की ,,मैं उसकी एक नही सुनता ,,और अपना घर सजाने नही देता ।। # मेरा मकान खाली है ,,,कुछ सूखे गुलाब ,,एक पुराना रूमाल ,, चंद तस्वीरें और बहुत सी यादें खिड़की से बाहर फेंक दी मैने ,,कोई मुझे छुए ना छुए ये अलग बात है ,,पर शराब की खाली बोतलों को मैं हाथ लगाने नहीं देता ।। # अब तेरे आंचल की नहीं जरूरत मुझको ,,मैं आंसुओ को पलकों के किनारे आने नही देता ।। ©#शून्य राणा

 White अब  तेरे आंचल की नही जरूरत मुझको ,,मैं आंसुओ को पलकों के किनारे तक आने नही देता ।।
#
इंतजार खत्म हुआ परचाहियों का पीछा करना छोड़ दिया मैने ,,, अब तो मैं ख्यालों के आए को भी ,,खुद से दूर जाने नही देता ।।
#
जिसमे अक्स तेरा दिखता था वो आइना तोड़ दिया मैने ,,मैं अब अपने चेहरे पे भी तेरी कसक आने नही देता।।
#
हां ये सच है तेरी जुदाई से पहले मुझे कोई नही जानता था ,,, अब तेरे दिए नाम से लोग जानते है मुझे ,,मेरी मेरी अपनी पहचान कोई बताने नही देता ।।
#
सुनो लौट ना आना,,दूर ही रहना ,,लौटकर आओगी तुम इक दिन मैं दिल को झूठे बहाने नही देता ।।
#
और सोचता हूं दर्द वापस ना आ जाए तेरी आवाज सुनकर ,,,मैं उंगलियों को तेरा नंबर मिलाने नही देता ।।
#
चांदनी रखती है तमन्ना रोशन मेरे अंधेरों को करने की ,,मैं उसकी एक नही सुनता ,,और अपना घर सजाने नही देता ।।
#
मेरा मकान खाली है ,,,कुछ सूखे गुलाब ,,एक पुराना रूमाल ,, चंद तस्वीरें और बहुत सी यादें खिड़की से बाहर फेंक दी मैने ,,कोई मुझे छुए ना छुए ये अलग बात है ,,पर शराब की खाली बोतलों को मैं  हाथ लगाने नहीं देता ।।
#
अब तेरे आंचल की नहीं जरूरत मुझको ,,मैं आंसुओ को पलकों के किनारे आने नही देता ।।

©#शून्य राणा

# sad shayari @Writer @Munni @Chocolate चाँदनी @ANOOP PANDEY

30 Love

नहीं लौटना वापस मुझे बीते दौर में ,,, मैं अब खुश होता हूं तो ,,मुझे खुद से जलन होने लगती है ।। ©#शून्य राणा

#guilty #SAD  नहीं लौटना वापस मुझे बीते दौर में ,,,

मैं अब खुश होता हूं तो ,,मुझे खुद से जलन होने लगती है ।।

©#शून्य राणा

#guilty @Kajal jha (kaju) "सीमा"अमन सिंह @Chocolate @Aj stories PreetKaurSardarni

24 Love

#foodiesofinstagram #FoodPhotography #foodblogger #FoodStories #Chocolate  #FoodVlog  









Dark chocolate
doston..

©Arunabh Bordoloi

Kuch meetha.. doston.. ©Arunabh Bordoloi

#foodiesofinstagram #foodforthought #foodblogger #foodonplate #Chocolate   Kuch meetha.. 
doston..

©Arunabh Bordoloi
#WaheGuruji #Quotes

White G,,,सुनो तुम ,,कुछ देर ओर ठहर जाओ न ,,मुझपे यूं कहर ढ़ाओ न ,,देखो इस रात ने चांदनी की चादर फिर से पहनी है ,, मौजूदगी में तारों की ,,मुझे तुमसे इक बात कहनी है ।। # B,,, अरे अरे कोई और मतलब रह गया बाकी ,, चलो फिर फिर शौक से कह दो न,,मेरे एहसास मत छेड़ो,, और इस चांदनी की चादर को दिलासों की तह दो न ,, गर करनी है महज बाते ,,,बताओ इन बातों में रखा क्या ।। # G,, क्यों हो गए पत्थर,, टूटकर फिर से तुम बिखर अब क्यों नहीं जाते ,, ज़रा झांको मेरी आंखों ,,ओर खुद को फिर से देखो न ,, पलकों पर जज़्बात है ठहरे ,तुम्हे क्यों नजर नहीं आते ।। # B,,, तेरी पलकों पे ,,फरेब की मानिंद नजर आते है ये आंसू,, गर मुझमें बचा हो अब,, इश्क ए हौसला तो ताकूं,, सुनो मुझको लुभाओ न ,,अपनी इन मीठी बातों से ,, गर ये वही जज्बात है तेरे ,, बताओ इन जज्बातों में है रखा क्या।। # G,,, सुनो तुम मान जाओ न ,,रात बहुत चुकी गहरी ,,मेरे लबों पर अब भी काबिज़ है ,,,जो बाते न हो सकी पूरी ,,कैसे तनहा चलोगे तुम ,,कैसे घर को जाओगे ,, इस से अच्छा अभी ठहरो,,तुम वापस लौट आओगे ।। # B,,, ये हमदर्दी कुछ पल की ,,लगी बिल्कुल नहीं अच्छी ,,हां तुम अब भी झूठी हो ,,,लगी बिल्कुल नहीं सच्ची ,,मुझे मेरे चेहरे से नफरत है ,,मैं आईने तोड़ बैठा हूं,, राहों में तनहा सायों से ,,मैं नाते जोड़ बैठा हूं,,ये रातें है महज रातें,,बताओ इन रातों में है रखा क्या ।। # G,,, चलो मैं मान लेती हूं,, जिद तुम अपनी ही करते हो ,,खुश रहते हो तनहा तुम ,,इश्क अंधेरों से करते हो ,,बताओ जब तुम सूरज की पहली किरण के साथ मेरे गली से गुजरोगे,,मुझे छत पर देखकर तुम ,,क्या फिर से मुस्कुराओगे ,,कहो मुझसे मिलोगे या ,,फिर वही नखरे दिखाओगे।। # B,,, मैं ऐसे सफ़र पे हूं,, जहां रस्ते में अब तेरा घर नहीं आता ,,मेरे दरमियां बहती है सौंदी सी इक खुश्बू,,ख्यालों में रहती है मयखाने की वो चौखट ,,मेरे ज़हन में चाहकर भी अब तेरा दर नहीं आता ,, हां तुम्हे मैं यादों में रखूंगा तेरे किस्से सुनाऊंगा ,,मैं लौटना चाहूं तो भी न लौट पाऊंगा,,वो मुलाकातें थी महज मुलाकातें ,,,बताओ अब मुलाकातों में है रखा क्या । ©#शून्य राणा

 White G,,,सुनो तुम ,,कुछ देर ओर ठहर जाओ न ,,मुझपे यूं कहर ढ़ाओ न ,,देखो इस रात ने चांदनी की चादर फिर से पहनी है ,, मौजूदगी में तारों की ,,मुझे तुमसे इक बात कहनी है ।।
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B,,, अरे अरे कोई और मतलब रह गया बाकी ,, चलो फिर फिर शौक से कह दो न,,मेरे एहसास मत छेड़ो,, और इस चांदनी की चादर को दिलासों की तह दो न ,, गर करनी है महज बाते ,,,बताओ इन बातों में रखा क्या ।।
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G,, क्यों हो गए पत्थर,, टूटकर फिर से तुम बिखर अब क्यों नहीं जाते ,, ज़रा झांको मेरी आंखों ,,ओर खुद को फिर से देखो न ,, पलकों पर जज़्बात है ठहरे ,तुम्हे क्यों नजर नहीं आते ।।
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B,,, तेरी पलकों पे ,,फरेब की मानिंद नजर आते है ये आंसू,, गर मुझमें बचा हो अब,, इश्क ए हौसला तो ताकूं,, सुनो मुझको लुभाओ न ,,अपनी इन मीठी बातों से ,, गर ये वही जज्बात है तेरे ,, बताओ इन जज्बातों में है रखा क्या।।
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G,,, सुनो तुम मान जाओ न ,,रात बहुत चुकी गहरी ,,मेरे लबों पर अब भी काबिज़ है ,,,जो बाते न हो सकी पूरी ,,कैसे तनहा चलोगे तुम ,,कैसे घर को जाओगे ,, इस से अच्छा अभी ठहरो,,तुम वापस लौट आओगे ।।
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B,,, ये हमदर्दी कुछ पल की ,,लगी बिल्कुल नहीं अच्छी ,,हां तुम अब भी झूठी हो ,,,लगी बिल्कुल नहीं सच्ची ,,मुझे मेरे चेहरे से नफरत है ,,मैं आईने तोड़ बैठा हूं,, राहों में तनहा सायों से ,,मैं नाते जोड़ बैठा हूं,,ये रातें है महज रातें,,बताओ इन रातों में है रखा क्या ।।
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G,,, चलो मैं मान लेती हूं,, जिद तुम अपनी ही करते हो ,,खुश रहते हो तनहा तुम ,,इश्क अंधेरों से करते हो ,,बताओ जब तुम सूरज की पहली किरण के साथ मेरे गली से गुजरोगे,,मुझे छत पर देखकर तुम ,,क्या फिर से मुस्कुराओगे ,,कहो मुझसे मिलोगे या ,,फिर वही नखरे दिखाओगे।।
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B,,, मैं ऐसे सफ़र पे हूं,, जहां रस्ते में अब तेरा घर नहीं आता ,,मेरे दरमियां बहती है सौंदी सी इक खुश्बू,,ख्यालों में रहती है मयखाने की वो चौखट ,,मेरे ज़हन में चाहकर भी अब तेरा दर नहीं आता ,, हां तुम्हे मैं यादों में रखूंगा तेरे किस्से सुनाऊंगा ,,मैं लौटना चाहूं तो भी न लौट पाऊंगा,,वो मुलाकातें थी महज मुलाकातें ,,,बताओ अब मुलाकातों में है रखा क्या ।

©#शून्य राणा

White अब तेरे आंचल की नही जरूरत मुझको ,,मैं आंसुओ को पलकों के किनारे तक आने नही देता ।। # इंतजार खत्म हुआ परचाहियों का पीछा करना छोड़ दिया मैने ,,, अब तो मैं ख्यालों के आए को भी ,,खुद से दूर जाने नही देता ।। # जिसमे अक्स तेरा दिखता था वो आइना तोड़ दिया मैने ,,मैं अब अपने चेहरे पे भी तेरी कसक आने नही देता।। # हां ये सच है तेरी जुदाई से पहले मुझे कोई नही जानता था ,,, अब तेरे दिए नाम से लोग जानते है मुझे ,,मेरी मेरी अपनी पहचान कोई बताने नही देता ।। # सुनो लौट ना आना,,दूर ही रहना ,,लौटकर आओगी तुम इक दिन मैं दिल को झूठे बहाने नही देता ।। # और सोचता हूं दर्द वापस ना आ जाए तेरी आवाज सुनकर ,,,मैं उंगलियों को तेरा नंबर मिलाने नही देता ।। # चांदनी रखती है तमन्ना रोशन मेरे अंधेरों को करने की ,,मैं उसकी एक नही सुनता ,,और अपना घर सजाने नही देता ।। # मेरा मकान खाली है ,,,कुछ सूखे गुलाब ,,एक पुराना रूमाल ,, चंद तस्वीरें और बहुत सी यादें खिड़की से बाहर फेंक दी मैने ,,कोई मुझे छुए ना छुए ये अलग बात है ,,पर शराब की खाली बोतलों को मैं हाथ लगाने नहीं देता ।। # अब तेरे आंचल की नहीं जरूरत मुझको ,,मैं आंसुओ को पलकों के किनारे आने नही देता ।। ©#शून्य राणा

 White अब  तेरे आंचल की नही जरूरत मुझको ,,मैं आंसुओ को पलकों के किनारे तक आने नही देता ।।
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इंतजार खत्म हुआ परचाहियों का पीछा करना छोड़ दिया मैने ,,, अब तो मैं ख्यालों के आए को भी ,,खुद से दूर जाने नही देता ।।
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जिसमे अक्स तेरा दिखता था वो आइना तोड़ दिया मैने ,,मैं अब अपने चेहरे पे भी तेरी कसक आने नही देता।।
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हां ये सच है तेरी जुदाई से पहले मुझे कोई नही जानता था ,,, अब तेरे दिए नाम से लोग जानते है मुझे ,,मेरी मेरी अपनी पहचान कोई बताने नही देता ।।
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सुनो लौट ना आना,,दूर ही रहना ,,लौटकर आओगी तुम इक दिन मैं दिल को झूठे बहाने नही देता ।।
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और सोचता हूं दर्द वापस ना आ जाए तेरी आवाज सुनकर ,,,मैं उंगलियों को तेरा नंबर मिलाने नही देता ।।
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चांदनी रखती है तमन्ना रोशन मेरे अंधेरों को करने की ,,मैं उसकी एक नही सुनता ,,और अपना घर सजाने नही देता ।।
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मेरा मकान खाली है ,,,कुछ सूखे गुलाब ,,एक पुराना रूमाल ,, चंद तस्वीरें और बहुत सी यादें खिड़की से बाहर फेंक दी मैने ,,कोई मुझे छुए ना छुए ये अलग बात है ,,पर शराब की खाली बोतलों को मैं  हाथ लगाने नहीं देता ।।
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अब तेरे आंचल की नहीं जरूरत मुझको ,,मैं आंसुओ को पलकों के किनारे आने नही देता ।।

©#शून्य राणा

# sad shayari @Writer @Munni @Chocolate चाँदनी @ANOOP PANDEY

30 Love

नहीं लौटना वापस मुझे बीते दौर में ,,, मैं अब खुश होता हूं तो ,,मुझे खुद से जलन होने लगती है ।। ©#शून्य राणा

#guilty #SAD  नहीं लौटना वापस मुझे बीते दौर में ,,,

मैं अब खुश होता हूं तो ,,मुझे खुद से जलन होने लगती है ।।

©#शून्य राणा

#guilty @Kajal jha (kaju) "सीमा"अमन सिंह @Chocolate @Aj stories PreetKaurSardarni

24 Love

#foodiesofinstagram #FoodPhotography #foodblogger #FoodStories #Chocolate  #FoodVlog  









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