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New abhash jha poetry Status, Photo, Video

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mithu wach full @Neha jha

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White नशा आँखों में देखा उनके, पाजेब की झंकार सुन हुआ था दीवाना... वो जिनके चेहरे पर नूर था बरसता, उनके माथे की बिंदी को देख हुआ था परवाना... बाबला सा मन हुआ था मेरा, बस उनकी एक मुस्कान से... मानो आग बरसाई जा रही थी, अपनी ठुमकती हुई चाल से... श्रींगार कुछ ऐसा, मानों कोई अप्सरा आयी थी, अपने मखमली हाथों के स्पर्श से, मेरे गालों को सहलायी थी... गुफ़्तगू कुछ प्रेम सा, आँखों हीं आंखों में हो आयी थी, मेरे ख्वाबों में राज कर, मुझे वो सुलायी थी... सुबह जब नींद खुली, था पड़ा विरान, पिछली रात ख्वाबों में जो आयी थी, मैं था उन से अनजान... हूर थी वो, कोहिनूर थी वो, मिलने को तरसा गयी, 'तड़प' ऐसी लगी, मेरी नींद तक उड़ा गयी... अब देखना चाहूँ ख्वाब उसका, ख्वाब भी नहीं आते हैं, रातें खा जाती है तमस और दिन आफताब जला जातें हैं... वो जिन्हें न देख सकूं, न छु पाऊँ, ऐसी प्यास हीं क्यूँ दे जाते... जिनसे मिलन हो दुर्लभ, वो ख्वाबों में क्यूँ हैं आते... 'तड़प' ऐसे रहा मैं, मानों बावला वो कर गयी, घुटन सी होने लगी अब, 'तड़प' मुझमें ऐसी भर गयी... ........... ©अपनी कलम से

#writerscommunity #hindipoetry #Sad_Status #nojohindi  White 
नशा आँखों में देखा उनके,
पाजेब की झंकार सुन हुआ था दीवाना...
वो जिनके चेहरे पर नूर था बरसता,
उनके माथे की बिंदी को देख हुआ था परवाना... 

बाबला सा मन हुआ था मेरा, 
बस उनकी एक मुस्कान से...
मानो आग बरसाई जा रही थी, 
अपनी ठुमकती हुई चाल से... 

श्रींगार कुछ ऐसा, 
मानों कोई अप्सरा आयी थी,
अपने मखमली हाथों के स्पर्श से,  
मेरे गालों को सहलायी थी...
गुफ़्तगू कुछ प्रेम सा, आँखों हीं आंखों में हो आयी थी,
मेरे ख्वाबों में राज कर, मुझे वो सुलायी थी... 

सुबह जब नींद खुली, था पड़ा विरान,
पिछली रात ख्वाबों में जो आयी थी,
मैं था उन से अनजान...

हूर थी वो, कोहिनूर थी वो, मिलने को तरसा गयी,
'तड़प' ऐसी लगी, मेरी नींद तक उड़ा गयी...
अब देखना चाहूँ ख्वाब उसका, ख्वाब भी नहीं आते हैं,
रातें खा जाती है तमस और दिन आफताब जला जातें हैं... 

वो जिन्हें न देख सकूं, न छु पाऊँ, 
ऐसी प्यास हीं क्यूँ दे जाते...
जिनसे मिलन हो दुर्लभ, 
वो ख्वाबों में क्यूँ हैं आते... 

'तड़प' ऐसे रहा मैं, मानों बावला वो कर गयी,
घुटन सी होने लगी अब, 'तड़प' मुझमें ऐसी भर गयी...

...........

©अपनी कलम से
#भक्ति

jha khojoge wha bhole mil jayege

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White (खामोशी 🤫) मुख्तसर सी मेरी कहानी है, ये जो भी है आप की मेहरबानी है! शबे ऐ हिज्रां में अश्क ढालते हैं वर्ना, आपकी नज़रों में तो, ये भी पानी है! लोग सीरत को नहीं दौलत को देखते हैं यारो, उनकी नज़रों में तो, बुढ़े पर भी जवानी हैं पास दौलत का ग़र अंबार है तेरे, तो क्या बुढ़ापा और क्या जवानी है! तू तो "परवेज़" चुप रह तो ज्यादा अच्छा है, तेरी बातें में तो खून की रवानी है! ©Written By PammiG

#शायरी #GoodMorning  White (खामोशी 🤫) 

मुख्तसर सी मेरी कहानी है,
ये जो भी है आप की मेहरबानी है!

शबे ऐ हिज्रां में अश्क ढालते हैं वर्ना, 
आपकी नज़रों में तो, ये भी पानी है!

लोग सीरत को नहीं दौलत को देखते हैं यारो, 
उनकी नज़रों में तो, बुढ़े पर भी जवानी हैं 

पास दौलत का ग़र अंबार है तेरे, 
तो क्या बुढ़ापा और क्या जवानी है! 

तू तो "परवेज़" चुप रह तो ज्यादा अच्छा है, 
तेरी बातें में तो खून की रवानी है!

©Written By PammiG
#good_night #Hindi #poem #SAD  White जो लोग तमीज भूल जाते हैं उनको औकात याद दिलाओ।

©Pyare ji

#good_night #Nojoto #Hindi #Poetry #Shayari #poem वरुण तिवारी अdiति M.k.kanaujiya @R Ojha @Kajal jha (kaju)

531 View

#प्रशांत_शकुन_कातिब  किस आग में जले हैं कैसे बताएं हम
बस राख हो गए छूते ही आग हम !!

©Prashant Shakun "कातिब"

#प्रशांत_शकुन_कातिब poetry hindi poetry poetry in hindi hindi poetry on life @Mysterious Girl अdiति Pyare ji @sherni @Kajal jha (kaju)

1,098 View

mithu wach full @Neha jha

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White नशा आँखों में देखा उनके, पाजेब की झंकार सुन हुआ था दीवाना... वो जिनके चेहरे पर नूर था बरसता, उनके माथे की बिंदी को देख हुआ था परवाना... बाबला सा मन हुआ था मेरा, बस उनकी एक मुस्कान से... मानो आग बरसाई जा रही थी, अपनी ठुमकती हुई चाल से... श्रींगार कुछ ऐसा, मानों कोई अप्सरा आयी थी, अपने मखमली हाथों के स्पर्श से, मेरे गालों को सहलायी थी... गुफ़्तगू कुछ प्रेम सा, आँखों हीं आंखों में हो आयी थी, मेरे ख्वाबों में राज कर, मुझे वो सुलायी थी... सुबह जब नींद खुली, था पड़ा विरान, पिछली रात ख्वाबों में जो आयी थी, मैं था उन से अनजान... हूर थी वो, कोहिनूर थी वो, मिलने को तरसा गयी, 'तड़प' ऐसी लगी, मेरी नींद तक उड़ा गयी... अब देखना चाहूँ ख्वाब उसका, ख्वाब भी नहीं आते हैं, रातें खा जाती है तमस और दिन आफताब जला जातें हैं... वो जिन्हें न देख सकूं, न छु पाऊँ, ऐसी प्यास हीं क्यूँ दे जाते... जिनसे मिलन हो दुर्लभ, वो ख्वाबों में क्यूँ हैं आते... 'तड़प' ऐसे रहा मैं, मानों बावला वो कर गयी, घुटन सी होने लगी अब, 'तड़प' मुझमें ऐसी भर गयी... ........... ©अपनी कलम से

#writerscommunity #hindipoetry #Sad_Status #nojohindi  White 
नशा आँखों में देखा उनके,
पाजेब की झंकार सुन हुआ था दीवाना...
वो जिनके चेहरे पर नूर था बरसता,
उनके माथे की बिंदी को देख हुआ था परवाना... 

बाबला सा मन हुआ था मेरा, 
बस उनकी एक मुस्कान से...
मानो आग बरसाई जा रही थी, 
अपनी ठुमकती हुई चाल से... 

श्रींगार कुछ ऐसा, 
मानों कोई अप्सरा आयी थी,
अपने मखमली हाथों के स्पर्श से,  
मेरे गालों को सहलायी थी...
गुफ़्तगू कुछ प्रेम सा, आँखों हीं आंखों में हो आयी थी,
मेरे ख्वाबों में राज कर, मुझे वो सुलायी थी... 

सुबह जब नींद खुली, था पड़ा विरान,
पिछली रात ख्वाबों में जो आयी थी,
मैं था उन से अनजान...

हूर थी वो, कोहिनूर थी वो, मिलने को तरसा गयी,
'तड़प' ऐसी लगी, मेरी नींद तक उड़ा गयी...
अब देखना चाहूँ ख्वाब उसका, ख्वाब भी नहीं आते हैं,
रातें खा जाती है तमस और दिन आफताब जला जातें हैं... 

वो जिन्हें न देख सकूं, न छु पाऊँ, 
ऐसी प्यास हीं क्यूँ दे जाते...
जिनसे मिलन हो दुर्लभ, 
वो ख्वाबों में क्यूँ हैं आते... 

'तड़प' ऐसे रहा मैं, मानों बावला वो कर गयी,
घुटन सी होने लगी अब, 'तड़प' मुझमें ऐसी भर गयी...

...........

©अपनी कलम से
#भक्ति

jha khojoge wha bhole mil jayege

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White (खामोशी 🤫) मुख्तसर सी मेरी कहानी है, ये जो भी है आप की मेहरबानी है! शबे ऐ हिज्रां में अश्क ढालते हैं वर्ना, आपकी नज़रों में तो, ये भी पानी है! लोग सीरत को नहीं दौलत को देखते हैं यारो, उनकी नज़रों में तो, बुढ़े पर भी जवानी हैं पास दौलत का ग़र अंबार है तेरे, तो क्या बुढ़ापा और क्या जवानी है! तू तो "परवेज़" चुप रह तो ज्यादा अच्छा है, तेरी बातें में तो खून की रवानी है! ©Written By PammiG

#शायरी #GoodMorning  White (खामोशी 🤫) 

मुख्तसर सी मेरी कहानी है,
ये जो भी है आप की मेहरबानी है!

शबे ऐ हिज्रां में अश्क ढालते हैं वर्ना, 
आपकी नज़रों में तो, ये भी पानी है!

लोग सीरत को नहीं दौलत को देखते हैं यारो, 
उनकी नज़रों में तो, बुढ़े पर भी जवानी हैं 

पास दौलत का ग़र अंबार है तेरे, 
तो क्या बुढ़ापा और क्या जवानी है! 

तू तो "परवेज़" चुप रह तो ज्यादा अच्छा है, 
तेरी बातें में तो खून की रवानी है!

©Written By PammiG
#good_night #Hindi #poem #SAD  White जो लोग तमीज भूल जाते हैं उनको औकात याद दिलाओ।

©Pyare ji

#good_night #Nojoto #Hindi #Poetry #Shayari #poem वरुण तिवारी अdiति M.k.kanaujiya @R Ojha @Kajal jha (kaju)

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#प्रशांत_शकुन_कातिब  किस आग में जले हैं कैसे बताएं हम
बस राख हो गए छूते ही आग हम !!

©Prashant Shakun "कातिब"

#प्रशांत_शकुन_कातिब poetry hindi poetry poetry in hindi hindi poetry on life @Mysterious Girl अdiति Pyare ji @sherni @Kajal jha (kaju)

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