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White क्या बचा है पास मेरे अब तुझे खोने के बाद.. सिर्फ तन्हाँ सिर्फ तन्हाँ हुँ तेरे होने के बाद.. नींद आयी ही नहीं सर दुख रहा था रात भर.. चंद लम्हों के लिए सोया हुँ पर रोने के बाद.. यूसुफ़ आर खान.... ©F M POETRY

#नींद  White क्या बचा है पास मेरे अब तुझे खोने के बाद..
सिर्फ तन्हाँ सिर्फ तन्हाँ हुँ तेरे होने के बाद..

नींद आयी ही नहीं सर दुख रहा था रात भर..
चंद लम्हों के लिए सोया हुँ पर रोने के बाद..


यूसुफ़ आर खान....

©F M POETRY

#नींद आयी ही नहीं सर दुख रहा था रात भर..

16 Love

पाणी बणिथै ल्वे जिकुड़ी कू,सिरवणी थै भिजोंणी च तेरी निर्दयी माया गैल्या, अब मेरी आंख्यूँ थै रुवोंणी च चिट्ठी लेखि धरि रैगी,कितबी का पेट "राज" आख़रु थै लेखदी कलम,अब कुम्र जन पितौणी च ब्यखुनी सुबेर ख्याल त्यारा ,रात्यु कू सुपन्या त्यारा हीं देखदू हर बोल गीत कविता शायरी का ,त्यारा बारा मा हीं लेखदू लूँण मर्चा घुशणु रांदूँ ,याद कैरी त्वे सदनी मौल नी छि घौ कतै भी, स्या रुन्दी पीड़ा बतौणी च पाणी बनिथै ल्वे जिकुड़ी कू,सिरवणी थै भिजोंणी च यखुली बैठयूं रांदु अजकलु , अब कै दगड़ी रायेंदूँ नी भूख तीस भी मोरी गे, अब कुछ भी मि चयेंदूँ नी कुछ बि अब भूलेंदूँ नि, त्यारा बारा मा सौंजड्या तेरी निर्भगी खुद स्या गैल्या, मि हर घड़ी सतौणी च पाणी बनिथै ल्वे जिकुड़ी कू,सिरवणी थै भिजोंणी च ©Saurabh Raj Sauri

 पाणी बणिथै ल्वे जिकुड़ी कू,सिरवणी थै भिजोंणी च 
तेरी निर्दयी माया गैल्या, अब मेरी आंख्यूँ थै रुवोंणी च
चिट्ठी लेखि धरि रैगी,कितबी का पेट "राज"
आख़रु थै लेखदी कलम,अब कुम्र जन पितौणी च


ब्यखुनी सुबेर ख्याल त्यारा ,रात्यु कू सुपन्या त्यारा हीं देखदू
हर बोल गीत कविता शायरी का ,त्यारा बारा मा हीं लेखदू
लूँण मर्चा घुशणु रांदूँ ,याद कैरी त्वे सदनी 
मौल नी छि घौ कतै भी, स्या रुन्दी पीड़ा बतौणी च 
पाणी बनिथै ल्वे जिकुड़ी कू,सिरवणी थै भिजोंणी च 


यखुली बैठयूं रांदु अजकलु , अब कै दगड़ी रायेंदूँ नी 
भूख तीस भी मोरी गे, अब कुछ भी मि चयेंदूँ नी 
कुछ बि अब भूलेंदूँ नि, त्यारा बारा मा सौंजड्या 
तेरी निर्भगी खुद स्या गैल्या, मि हर घड़ी सतौणी च 
पाणी बनिथै ल्वे जिकुड़ी कू,सिरवणी थै भिजोंणी च

©Saurabh Raj Sauri

कितबी का पेट 💛

13 Love

मनुष्य के दुख का कारण अनेक हैं लेकिन सबसे ज्यादा दुख का कारण होता हैं अपनों को खोना जो भी हमने पाया है उसको खोने से हम भयभीत हो जाते हैं और हमारे पास जो अनमोल चीज हैं अगर वह हमसे दूर चला जाए तो हमें इससे भी डर लगता हैं माता और पिता के छांव में जीवन हमने बिताया हैं और उन्हें हमसे कोई छीन ले इससे भी हम भयभीत हो जाते हैं हमने जो पैसे कमाए हैं वह हमसे कोई छीन ले तो भी हमें बहुत परेशानी में डाल देता हैं यह सब दुख के कारण हैं और निराशाजनक हैं दुख का कारण हैं हमारे अपनों का धोखा देना हमारे भावनाओं के साथ खेलना ©person

#SAD  मनुष्य के दुख का कारण अनेक हैं 
लेकिन सबसे ज्यादा दुख का कारण होता हैं अपनों को खोना 
जो भी हमने पाया है उसको खोने से हम भयभीत  हो जाते हैं 
और हमारे पास जो अनमोल चीज हैं अगर वह हमसे दूर चला जाए तो हमें इससे भी डर लगता हैं 
माता और पिता के छांव में 
जीवन हमने बिताया हैं 
और उन्हें हमसे कोई छीन ले इससे भी हम भयभीत हो जाते हैं 
हमने जो पैसे कमाए हैं वह हमसे कोई छीन ले तो भी हमें बहुत परेशानी में डाल देता हैं 
यह सब दुख के कारण हैं और निराशाजनक हैं 
दुख का कारण हैं हमारे अपनों का धोखा देना 
हमारे भावनाओं के साथ खेलना

©person

दुख के कारण #

11 Love

#कोट्स  White आसान नही इतना बाहर पैसे कमाना
दो वक्त की रोटी जुटने के लिए भुखे भी सोना पड़ता है।

©Naushad Shamsi motivation

भूखे पेट भी सोना पड़ता हैं।

117 View

#व्यस्तता #पछतावा #विचार #दुख #डर  White जीवन में इतने व्यस्त रहिए कि
पछतावा, डर, दुख, नफरत
के लिए वक्त ही न रहे!

याद रखें जीवन में खाली व्यक्ति ही
सबसे अधिक दुखी रहता है!!

©Nirupama Mishra
#शायरी #दुख  White दुख में खुशी की वजह बनती है मोहब्बत,
दर्द में यादों की वजह बनती है मोहब्बत,
जब कुछ भी अच्छा नहीं लगे दुनिया में,
उस वक्त जीने की वजह बनती है मोहब्बत।

©Vic@tory

#दुख@ खुशी @मोहब्बत@दर्द

126 View

White क्या बचा है पास मेरे अब तुझे खोने के बाद.. सिर्फ तन्हाँ सिर्फ तन्हाँ हुँ तेरे होने के बाद.. नींद आयी ही नहीं सर दुख रहा था रात भर.. चंद लम्हों के लिए सोया हुँ पर रोने के बाद.. यूसुफ़ आर खान.... ©F M POETRY

#नींद  White क्या बचा है पास मेरे अब तुझे खोने के बाद..
सिर्फ तन्हाँ सिर्फ तन्हाँ हुँ तेरे होने के बाद..

नींद आयी ही नहीं सर दुख रहा था रात भर..
चंद लम्हों के लिए सोया हुँ पर रोने के बाद..


यूसुफ़ आर खान....

©F M POETRY

#नींद आयी ही नहीं सर दुख रहा था रात भर..

16 Love

पाणी बणिथै ल्वे जिकुड़ी कू,सिरवणी थै भिजोंणी च तेरी निर्दयी माया गैल्या, अब मेरी आंख्यूँ थै रुवोंणी च चिट्ठी लेखि धरि रैगी,कितबी का पेट "राज" आख़रु थै लेखदी कलम,अब कुम्र जन पितौणी च ब्यखुनी सुबेर ख्याल त्यारा ,रात्यु कू सुपन्या त्यारा हीं देखदू हर बोल गीत कविता शायरी का ,त्यारा बारा मा हीं लेखदू लूँण मर्चा घुशणु रांदूँ ,याद कैरी त्वे सदनी मौल नी छि घौ कतै भी, स्या रुन्दी पीड़ा बतौणी च पाणी बनिथै ल्वे जिकुड़ी कू,सिरवणी थै भिजोंणी च यखुली बैठयूं रांदु अजकलु , अब कै दगड़ी रायेंदूँ नी भूख तीस भी मोरी गे, अब कुछ भी मि चयेंदूँ नी कुछ बि अब भूलेंदूँ नि, त्यारा बारा मा सौंजड्या तेरी निर्भगी खुद स्या गैल्या, मि हर घड़ी सतौणी च पाणी बनिथै ल्वे जिकुड़ी कू,सिरवणी थै भिजोंणी च ©Saurabh Raj Sauri

 पाणी बणिथै ल्वे जिकुड़ी कू,सिरवणी थै भिजोंणी च 
तेरी निर्दयी माया गैल्या, अब मेरी आंख्यूँ थै रुवोंणी च
चिट्ठी लेखि धरि रैगी,कितबी का पेट "राज"
आख़रु थै लेखदी कलम,अब कुम्र जन पितौणी च


ब्यखुनी सुबेर ख्याल त्यारा ,रात्यु कू सुपन्या त्यारा हीं देखदू
हर बोल गीत कविता शायरी का ,त्यारा बारा मा हीं लेखदू
लूँण मर्चा घुशणु रांदूँ ,याद कैरी त्वे सदनी 
मौल नी छि घौ कतै भी, स्या रुन्दी पीड़ा बतौणी च 
पाणी बनिथै ल्वे जिकुड़ी कू,सिरवणी थै भिजोंणी च 


यखुली बैठयूं रांदु अजकलु , अब कै दगड़ी रायेंदूँ नी 
भूख तीस भी मोरी गे, अब कुछ भी मि चयेंदूँ नी 
कुछ बि अब भूलेंदूँ नि, त्यारा बारा मा सौंजड्या 
तेरी निर्भगी खुद स्या गैल्या, मि हर घड़ी सतौणी च 
पाणी बनिथै ल्वे जिकुड़ी कू,सिरवणी थै भिजोंणी च

©Saurabh Raj Sauri

कितबी का पेट 💛

13 Love

मनुष्य के दुख का कारण अनेक हैं लेकिन सबसे ज्यादा दुख का कारण होता हैं अपनों को खोना जो भी हमने पाया है उसको खोने से हम भयभीत हो जाते हैं और हमारे पास जो अनमोल चीज हैं अगर वह हमसे दूर चला जाए तो हमें इससे भी डर लगता हैं माता और पिता के छांव में जीवन हमने बिताया हैं और उन्हें हमसे कोई छीन ले इससे भी हम भयभीत हो जाते हैं हमने जो पैसे कमाए हैं वह हमसे कोई छीन ले तो भी हमें बहुत परेशानी में डाल देता हैं यह सब दुख के कारण हैं और निराशाजनक हैं दुख का कारण हैं हमारे अपनों का धोखा देना हमारे भावनाओं के साथ खेलना ©person

#SAD  मनुष्य के दुख का कारण अनेक हैं 
लेकिन सबसे ज्यादा दुख का कारण होता हैं अपनों को खोना 
जो भी हमने पाया है उसको खोने से हम भयभीत  हो जाते हैं 
और हमारे पास जो अनमोल चीज हैं अगर वह हमसे दूर चला जाए तो हमें इससे भी डर लगता हैं 
माता और पिता के छांव में 
जीवन हमने बिताया हैं 
और उन्हें हमसे कोई छीन ले इससे भी हम भयभीत हो जाते हैं 
हमने जो पैसे कमाए हैं वह हमसे कोई छीन ले तो भी हमें बहुत परेशानी में डाल देता हैं 
यह सब दुख के कारण हैं और निराशाजनक हैं 
दुख का कारण हैं हमारे अपनों का धोखा देना 
हमारे भावनाओं के साथ खेलना

©person

दुख के कारण #

11 Love

#कोट्स  White आसान नही इतना बाहर पैसे कमाना
दो वक्त की रोटी जुटने के लिए भुखे भी सोना पड़ता है।

©Naushad Shamsi motivation

भूखे पेट भी सोना पड़ता हैं।

117 View

#व्यस्तता #पछतावा #विचार #दुख #डर  White जीवन में इतने व्यस्त रहिए कि
पछतावा, डर, दुख, नफरत
के लिए वक्त ही न रहे!

याद रखें जीवन में खाली व्यक्ति ही
सबसे अधिक दुखी रहता है!!

©Nirupama Mishra
#शायरी #दुख  White दुख में खुशी की वजह बनती है मोहब्बत,
दर्द में यादों की वजह बनती है मोहब्बत,
जब कुछ भी अच्छा नहीं लगे दुनिया में,
उस वक्त जीने की वजह बनती है मोहब्बत।

©Vic@tory

#दुख@ खुशी @मोहब्बत@दर्द

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