tags

New वुसअत-ए-सहरा का अर्थ Status, Photo, Video

Find the latest Status about वुसअत-ए-सहरा का अर्थ from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about वुसअत-ए-सहरा का अर्थ.

Related Stories

  • Latest
  • Popular
  • Video

White मन तो बावरा है अटकता है कभी तो भटकता है कभी.. विरक्त है कभी तो आसक्त है कभी... धूप है प्रेम की तो छाह यादों की कभी!! डूबता उतरता सा मचलता, भटकता सा कभी, कितने रंग समेटे खुद में हो रहा बदरंग कभी रे मन.. कैसे पाऊँ थाह तेरी है तू आस कभी तो तू है निर्लिप्त कभी ©हिमांशु Kulshreshtha

#कविता  White मन तो बावरा है
अटकता है कभी तो
भटकता है कभी.. 
विरक्त है कभी तो
आसक्त है कभी...
धूप है प्रेम की
तो छाह यादों की कभी!!

डूबता उतरता सा
मचलता, भटकता सा कभी,
कितने रंग समेटे खुद में
हो रहा बदरंग कभी

रे मन..
कैसे पाऊँ थाह तेरी
है तू आस कभी तो
तू है निर्लिप्त कभी

©हिमांशु Kulshreshtha

ए दिल..

18 Love

#मोटिवेशनल #motivationकीआग #Youtubeshorts #Motivational #youtubeShort

भरोसा का अर्थ है मां #follow #motivationकीआग #Motivational #Youtubeshorts #Youtube #youtubeShort

108 View

#होंठों #दुनिया #आंखों #fourlinepoetry #दर्द #सहरा  White दुनिया  का   हर  रंग  मुझे   सहरा - सहरा  लगता  है
दिल   में  मेरे  दर्द   कोई   ठहरा - ठहरा    लगता  है

हर बार नज़ाकत से उसने खामोश किया था होंठों को
पुरशौक सी उसकी आंखों में कुछ गहरा-गहरा लगता है

©Saba Rasheed
#Sad_shayri  White मैं  तो  बेज़ार  हूं  मिस्मार  बना  फिरता  हूं 
दश्त  ए इश्क़  में  बीमार   बना  फिरता  हूं

अब्र    ने    आब    से    संधि     कर    ली 
फ़सील ए दिल में हूं कुम्हार बना फिरता हूं 

शिकस्ता हूं मैं अजी शाद का चेहरा बनकर
दिल में अहवाल का बाज़ार बना फिरता हूं 

मुहब्बत थी  उससे  उसने ही मारा मुझको
सहरा ए इश्क़  कलमकार  बना फिरता हूं

मस्कन ए दिल  को हर बार  उसने तोड़ा है
बाब ए इश्क़ हूं  ग़म-ख़्वार  बना फिरता हूं

©Irfan Saeed

बेज़ार- नाराज़, नाखुश, खफा मिस्मार - बर्बाद, तबाह दश्त ए इश्क़ - इश्क़ का रेगिस्तान अब्र - बादल, घटा आब - पानी फ़सील ए दिल- दिल की मुंडेर,द

828 View

#beingoriginal #nojotohindi #poem

अर्थ, क्रांतिकारी #beingoriginal #nojotohindi #poem

468 View

#शायरी

ए जिंदगी

162 View

White मन तो बावरा है अटकता है कभी तो भटकता है कभी.. विरक्त है कभी तो आसक्त है कभी... धूप है प्रेम की तो छाह यादों की कभी!! डूबता उतरता सा मचलता, भटकता सा कभी, कितने रंग समेटे खुद में हो रहा बदरंग कभी रे मन.. कैसे पाऊँ थाह तेरी है तू आस कभी तो तू है निर्लिप्त कभी ©हिमांशु Kulshreshtha

#कविता  White मन तो बावरा है
अटकता है कभी तो
भटकता है कभी.. 
विरक्त है कभी तो
आसक्त है कभी...
धूप है प्रेम की
तो छाह यादों की कभी!!

डूबता उतरता सा
मचलता, भटकता सा कभी,
कितने रंग समेटे खुद में
हो रहा बदरंग कभी

रे मन..
कैसे पाऊँ थाह तेरी
है तू आस कभी तो
तू है निर्लिप्त कभी

©हिमांशु Kulshreshtha

ए दिल..

18 Love

#मोटिवेशनल #motivationकीआग #Youtubeshorts #Motivational #youtubeShort

भरोसा का अर्थ है मां #follow #motivationकीआग #Motivational #Youtubeshorts #Youtube #youtubeShort

108 View

#होंठों #दुनिया #आंखों #fourlinepoetry #दर्द #सहरा  White दुनिया  का   हर  रंग  मुझे   सहरा - सहरा  लगता  है
दिल   में  मेरे  दर्द   कोई   ठहरा - ठहरा    लगता  है

हर बार नज़ाकत से उसने खामोश किया था होंठों को
पुरशौक सी उसकी आंखों में कुछ गहरा-गहरा लगता है

©Saba Rasheed
#Sad_shayri  White मैं  तो  बेज़ार  हूं  मिस्मार  बना  फिरता  हूं 
दश्त  ए इश्क़  में  बीमार   बना  फिरता  हूं

अब्र    ने    आब    से    संधि     कर    ली 
फ़सील ए दिल में हूं कुम्हार बना फिरता हूं 

शिकस्ता हूं मैं अजी शाद का चेहरा बनकर
दिल में अहवाल का बाज़ार बना फिरता हूं 

मुहब्बत थी  उससे  उसने ही मारा मुझको
सहरा ए इश्क़  कलमकार  बना फिरता हूं

मस्कन ए दिल  को हर बार  उसने तोड़ा है
बाब ए इश्क़ हूं  ग़म-ख़्वार  बना फिरता हूं

©Irfan Saeed

बेज़ार- नाराज़, नाखुश, खफा मिस्मार - बर्बाद, तबाह दश्त ए इश्क़ - इश्क़ का रेगिस्तान अब्र - बादल, घटा आब - पानी फ़सील ए दिल- दिल की मुंडेर,द

828 View

#beingoriginal #nojotohindi #poem

अर्थ, क्रांतिकारी #beingoriginal #nojotohindi #poem

468 View

#शायरी

ए जिंदगी

162 View

Trending Topic