tags

New हम्मीर मद मर्दन Status, Photo, Video

Find the latest Status about हम्मीर मद मर्दन from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about हम्मीर मद मर्दन.

  • Latest
  • Popular
  • Video

इस कलयुग में मनुष्य ही असुर हैं और आसुरी भी मन के भाव और भावनाएं दूषित हो तो नकारात्मक सोच और विकार ग्रसित कर देती हैं मन के विकार मनके छह प्रकार के विकार उत्पन्न होते है। इनको छह रीपु भी कहते है। यथा काम, क्रोध, मद, लोभ, मोह, मात्सर्य स्वार्थ , ईर्ष्या , क्रोध , अहंकार , घमंड, अभिमान , गुस्सा , लालची स्वभाव , नास्तिक व्यवहार , असत्य ,झूठ , अपशब्द , दुष्टता, यह सब नरक के द्वार खोलते हैं और इन्हीं सबसे मनुष्य की पतन होती हैं ©person

#Motivational  इस कलयुग में 
मनुष्य ही 
असुर हैं और आसुरी भी
मन के भाव और भावनाएं दूषित हो 
तो नकारात्मक सोच 
और विकार ग्रसित कर देती हैं 
मन के विकार मनके छह प्रकार के विकार उत्पन्न होते है। इनको छह रीपु भी कहते है। यथा काम, क्रोध, मद, लोभ, मोह, मात्सर्य 
स्वार्थ , ईर्ष्या , क्रोध , अहंकार , घमंड, अभिमान , गुस्सा ,
लालची स्वभाव ,
नास्तिक व्यवहार ,
असत्य ,झूठ ,
अपशब्द , दुष्टता,
यह सब नरक  के द्वार खोलते हैं 
और इन्हीं सबसे मनुष्य की पतन होती हैं

©person

इस कलयुग में मनुष्य ही असुर हैं और आसुरी भी मन के भाव और भावनाएं दूषित हो तो नकारात्मक सोच और विकार ग्रसित कर देती हैं मन के विकार मनके

10 Love

White देख सांवरिया!! ये सब भी शामिल हो गया, दिल को जलाने की साजिश में, घटा, बादल, ठंडी बूंदें और आसुत जल, छमछम कर नाच रहा है, इस आग लगाती बारिश में। मुझको तुम अपना कहते हो, दूर देश में खुद रहते हो, देखो चातक चहक रहा, मन मेरा भी बहक रहा, झटक के गेसू गीला कर दो, मरुदिल मेरा बारिश में। आकाशी सूरज, मेघा के पीछे कांप रहा, मैं तेरे अधरों की मंशा भांप रहा, ये मदिर अधर, मुझे समर्पित कर दो, मैं भी 'बेतौल' मद में हो लूं, इस मदमाती बारिश में। ©बोल_बेतौल by Atull Pandey

#बोल_बेतौल #सांवरिया #साजिश #barish #लव  White देख सांवरिया!!
ये सब भी शामिल हो गया,
दिल को जलाने की साजिश में,
घटा, बादल, ठंडी बूंदें और आसुत जल,
छमछम कर नाच रहा है, 
इस आग लगाती बारिश में।

मुझको तुम अपना कहते हो,
दूर देश में खुद रहते हो,
देखो चातक चहक रहा, 
मन मेरा भी बहक रहा,
झटक के गेसू गीला कर दो, 
मरुदिल मेरा बारिश में।

आकाशी सूरज, 
मेघा के पीछे कांप रहा,
मैं तेरे अधरों की मंशा भांप रहा,
ये मदिर अधर, मुझे समर्पित कर दो,
मैं भी 'बेतौल' मद में हो लूं, 
इस मदमाती बारिश में।

©बोल_बेतौल by Atull Pandey

इस कलयुग में मनुष्य ही असुर हैं और आसुरी भी मन के भाव और भावनाएं दूषित हो तो नकारात्मक सोच और विकार ग्रसित कर देती हैं मन के विकार मनके छह प्रकार के विकार उत्पन्न होते है। इनको छह रीपु भी कहते है। यथा काम, क्रोध, मद, लोभ, मोह, मात्सर्य स्वार्थ , ईर्ष्या , क्रोध , अहंकार , घमंड, अभिमान , गुस्सा , लालची स्वभाव , नास्तिक व्यवहार , असत्य ,झूठ , अपशब्द , दुष्टता, यह सब नरक के द्वार खोलते हैं और इन्हीं सबसे मनुष्य की पतन होती हैं ©person

#Motivational  इस कलयुग में 
मनुष्य ही 
असुर हैं और आसुरी भी
मन के भाव और भावनाएं दूषित हो 
तो नकारात्मक सोच 
और विकार ग्रसित कर देती हैं 
मन के विकार मनके छह प्रकार के विकार उत्पन्न होते है। इनको छह रीपु भी कहते है। यथा काम, क्रोध, मद, लोभ, मोह, मात्सर्य 
स्वार्थ , ईर्ष्या , क्रोध , अहंकार , घमंड, अभिमान , गुस्सा ,
लालची स्वभाव ,
नास्तिक व्यवहार ,
असत्य ,झूठ ,
अपशब्द , दुष्टता,
यह सब नरक  के द्वार खोलते हैं 
और इन्हीं सबसे मनुष्य की पतन होती हैं

©person

इस कलयुग में मनुष्य ही असुर हैं और आसुरी भी मन के भाव और भावनाएं दूषित हो तो नकारात्मक सोच और विकार ग्रसित कर देती हैं मन के विकार मनके

10 Love

White देख सांवरिया!! ये सब भी शामिल हो गया, दिल को जलाने की साजिश में, घटा, बादल, ठंडी बूंदें और आसुत जल, छमछम कर नाच रहा है, इस आग लगाती बारिश में। मुझको तुम अपना कहते हो, दूर देश में खुद रहते हो, देखो चातक चहक रहा, मन मेरा भी बहक रहा, झटक के गेसू गीला कर दो, मरुदिल मेरा बारिश में। आकाशी सूरज, मेघा के पीछे कांप रहा, मैं तेरे अधरों की मंशा भांप रहा, ये मदिर अधर, मुझे समर्पित कर दो, मैं भी 'बेतौल' मद में हो लूं, इस मदमाती बारिश में। ©बोल_बेतौल by Atull Pandey

#बोल_बेतौल #सांवरिया #साजिश #barish #लव  White देख सांवरिया!!
ये सब भी शामिल हो गया,
दिल को जलाने की साजिश में,
घटा, बादल, ठंडी बूंदें और आसुत जल,
छमछम कर नाच रहा है, 
इस आग लगाती बारिश में।

मुझको तुम अपना कहते हो,
दूर देश में खुद रहते हो,
देखो चातक चहक रहा, 
मन मेरा भी बहक रहा,
झटक के गेसू गीला कर दो, 
मरुदिल मेरा बारिश में।

आकाशी सूरज, 
मेघा के पीछे कांप रहा,
मैं तेरे अधरों की मंशा भांप रहा,
ये मदिर अधर, मुझे समर्पित कर दो,
मैं भी 'बेतौल' मद में हो लूं, 
इस मदमाती बारिश में।

©बोल_बेतौल by Atull Pandey
Trending Topic