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New कब खुलेगा लाकड़ा Status, Photo, Video

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#जीवन_संघर्ष #अत्याचारों #कहना_सुनना #खामोशियाँ #क्रूरताओं #सिसकियां  White कहना सुनना आखिर कब तक !!??!!
सहना सहना आखिर कब तक!!??!!

क्रूरताओं और अत्याचारों के बीच में 
चीखती मेरी खामोशियां,, आखिर कब तक!!??!!

प्रताड़नाओं की मार के आगे
दबती सुबकती मेरी सिसकियां,,,, आखिर कब तक!!??!!

कहना सुनना आखिर कब तक !?!
रोना धोना आखिर कब तक!?!
 सहना सहना आखिर कब तक!?!

जीवन संघर्ष का युद्ध कब तक?!?
प्राणों का ये ताना बाना कब तक?!?

कब तक आखिर कब तक 
मैं ही क्यों आखिर कब तक!!???!!!!??

©Rakesh frnds4ever

#कहना_सुनना आखिर कब तक #सहना सहना आखिर कब तक,,,,,, #क्रूरताओं और #अत्याचारों के बीच में चीखती मेरी #खामोशियाँ आखिर कब तक, प्रताड़नाओं

144 View

ख़्वाहिश कब लेती मंज़ूरी, रहती मन की बात अधूरी, भाग्य साथ देता तो होती, मनोकामनाएं सब पूरी, दीदावर मिल जाए सच्चा, नर्गिस कभी न हो बेनूरी, लोग मुकर जाते वादे से, रहती होगी कुछ मज़बूरी, मनचाहा मिल जाए कैसे, क़िस्मत के हाथों में छूरी, हरपा हुआ नहीं फल देता, छल प्रपंच से रखना दूरी, जीवन सफ़ल बना देता है, 'गुंजन' श्रद्धा और सबूरी, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ०प्र० ©Shashi Bhushan Mishra

#ख़्वाहिश #कविता  ख़्वाहिश कब लेती मंज़ूरी,
रहती मन की बात अधूरी,

भाग्य साथ देता तो होती,
मनोकामनाएं  सब   पूरी,

दीदावर मिल जाए सच्चा,
नर्गिस कभी न हो  बेनूरी,

लोग  मुकर जाते वादे से,
रहती होगी कुछ मज़बूरी,

मनचाहा मिल जाए कैसे,
क़िस्मत के हाथों में छूरी,

हरपा हुआ नहीं फल देता,
छल प्रपंच से  रखना दूरी,

जीवन सफ़ल बना देता है,
'गुंजन' श्रद्धा  और  सबूरी,
--शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'
      प्रयागराज उ०प्र०

©Shashi Bhushan Mishra

#ख़्वाहिश कब लेती मंजूरी#

15 Love

White इस दुनिया का हर देश और प्रत्येक आदमी आश्वत है कि जल्द आयेगी वो घडी ज़ब दूनिया मे एक क्रन्तिकारी परिवर्तन होता हुआ दिखेगा इस घड़ी की प्रतीक्षा हर युग मे की गई लेकिन कुछ भी बदलता हुआ हमें दिखा नही है आज तक ©Parasram Arora

#कविता  White इस दुनिया का हर
 देश और प्रत्येक  
आदमी आश्वत है कि 
जल्द आयेगी वो
घडी 
ज़ब दूनिया मे एक 
क्रन्तिकारी परिवर्तन 
होता हुआ दिखेगा 


 इस घड़ी की 
प्रतीक्षा हर युग मे 
की गई  लेकिन कुछ 
भी बदलता हुआ 
हमें दिखा नही है 
आज तक

©Parasram Arora

कब आएगी वो घड़ी

10 Love

सब कब पराये बन गए।

153 View

#शायरी #ना

#ना जाने कब.....

144 View

#कब  White कब मिलेगी मुझे मेरी मंज़िल..

यूँ सफर करके थक चुका हुँ मैं..

यूसुफ़ आर खान...

©F M POETRY

#कब मिलेगी मुझे मेरी मंज़िल

216 View

#जीवन_संघर्ष #अत्याचारों #कहना_सुनना #खामोशियाँ #क्रूरताओं #सिसकियां  White कहना सुनना आखिर कब तक !!??!!
सहना सहना आखिर कब तक!!??!!

क्रूरताओं और अत्याचारों के बीच में 
चीखती मेरी खामोशियां,, आखिर कब तक!!??!!

प्रताड़नाओं की मार के आगे
दबती सुबकती मेरी सिसकियां,,,, आखिर कब तक!!??!!

कहना सुनना आखिर कब तक !?!
रोना धोना आखिर कब तक!?!
 सहना सहना आखिर कब तक!?!

जीवन संघर्ष का युद्ध कब तक?!?
प्राणों का ये ताना बाना कब तक?!?

कब तक आखिर कब तक 
मैं ही क्यों आखिर कब तक!!???!!!!??

©Rakesh frnds4ever

#कहना_सुनना आखिर कब तक #सहना सहना आखिर कब तक,,,,,, #क्रूरताओं और #अत्याचारों के बीच में चीखती मेरी #खामोशियाँ आखिर कब तक, प्रताड़नाओं

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ख़्वाहिश कब लेती मंज़ूरी, रहती मन की बात अधूरी, भाग्य साथ देता तो होती, मनोकामनाएं सब पूरी, दीदावर मिल जाए सच्चा, नर्गिस कभी न हो बेनूरी, लोग मुकर जाते वादे से, रहती होगी कुछ मज़बूरी, मनचाहा मिल जाए कैसे, क़िस्मत के हाथों में छूरी, हरपा हुआ नहीं फल देता, छल प्रपंच से रखना दूरी, जीवन सफ़ल बना देता है, 'गुंजन' श्रद्धा और सबूरी, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ०प्र० ©Shashi Bhushan Mishra

#ख़्वाहिश #कविता  ख़्वाहिश कब लेती मंज़ूरी,
रहती मन की बात अधूरी,

भाग्य साथ देता तो होती,
मनोकामनाएं  सब   पूरी,

दीदावर मिल जाए सच्चा,
नर्गिस कभी न हो  बेनूरी,

लोग  मुकर जाते वादे से,
रहती होगी कुछ मज़बूरी,

मनचाहा मिल जाए कैसे,
क़िस्मत के हाथों में छूरी,

हरपा हुआ नहीं फल देता,
छल प्रपंच से  रखना दूरी,

जीवन सफ़ल बना देता है,
'गुंजन' श्रद्धा  और  सबूरी,
--शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'
      प्रयागराज उ०प्र०

©Shashi Bhushan Mishra

#ख़्वाहिश कब लेती मंजूरी#

15 Love

White इस दुनिया का हर देश और प्रत्येक आदमी आश्वत है कि जल्द आयेगी वो घडी ज़ब दूनिया मे एक क्रन्तिकारी परिवर्तन होता हुआ दिखेगा इस घड़ी की प्रतीक्षा हर युग मे की गई लेकिन कुछ भी बदलता हुआ हमें दिखा नही है आज तक ©Parasram Arora

#कविता  White इस दुनिया का हर
 देश और प्रत्येक  
आदमी आश्वत है कि 
जल्द आयेगी वो
घडी 
ज़ब दूनिया मे एक 
क्रन्तिकारी परिवर्तन 
होता हुआ दिखेगा 


 इस घड़ी की 
प्रतीक्षा हर युग मे 
की गई  लेकिन कुछ 
भी बदलता हुआ 
हमें दिखा नही है 
आज तक

©Parasram Arora

कब आएगी वो घड़ी

10 Love

सब कब पराये बन गए।

153 View

#शायरी #ना

#ना जाने कब.....

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#कब  White कब मिलेगी मुझे मेरी मंज़िल..

यूँ सफर करके थक चुका हुँ मैं..

यूसुफ़ आर खान...

©F M POETRY

#कब मिलेगी मुझे मेरी मंज़िल

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