// मां कालरात्रि //
मां कालरात्रि की सातवें दिन पूजा की जाती है,
मां कालरात्रि महायोगेश्वरी, महायोगिनी और शुभंकरी कहलाती है।
मां कालरात्रि की पूजा से अकाल मौत का भय नही रहता,
मां के हाथों में वर मुद्रा अभय मुद्रा खडग और लौह शास्त्र रहता।
सुबह स्नान कर मां कालरात्रि की रोली कुमकुम से पूजा करें,
मां को मिठाई पंच मेवा और पांच फल भोग में अर्पित करें।
मां कालरात्रि ने रक्तबीज का वध किया था,
शुभ निशुंभ और रक्तबीज को मार धरती को राक्षसों से मुक्त किया था।
©बेजुबान शायर shivkumar
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