White मेरा झूठ ही मेरा सबसे बड़ा सच है,
हर बात में एक धोखे का साया है।
वो नकाब जो चेहरे पर सजाए रखा,
असलियत को हरदम छिपाए रखा।
जो भी कहा, वो ज़ाहिर तो हुआ,
पर अंदर की बात कभी ना खुला।
जिन्हें सच मान लिया दुनिया ने,
वो मेरे दिल का झूठा फसाना है।
मेरा सच ही मेरा सबसे बड़ा झूठ है,
जिसे सीने में दबाए रखा हर वक्त है।
ख़ुद से कभी भाग ना सका मैं,
हर सच के पीछे एक परछाई है।
वो बातें जो अनकही रह गईं,
सच होते हुए भी झूठ सी लग गईं।
दुनिया के सामने सच को तोड़ा-मरोड़ा,
और खुद ही अपने दिल को खूब छला।
इस दोहरी ज़िंदगी की ये अजीब कहानी,
जहां झूठ में भी बसी है सच्चाई पुरानी।
मेरा सच, मेरा झूठ, अब एक हैं दोनों,
एक ही सिक्के के दो पहलू जैसे हैं दोनों।
©aditi the writer
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