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New किथे चली है मोरनी बनके Status, Photo, Video

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White आई है सुबह वो रोशनी लेके, जैसे नए जोश की नयी किरण चमके, विश्वास की लौ सदा जला के रखना, देगी अंधेरों में रास्ता आपको दीया बनके। ©Dil galti kr baitha h

 White आई है सुबह वो रोशनी लेके,
 जैसे नए जोश की नयी किरण चमके,
 विश्वास की लौ सदा जला के रखना,
 देगी अंधेरों में रास्ता आपको दीया बनके।

©Dil galti kr baitha h

आई है सुबह वो रोशनी लेके, जैसे नए जोश की नयी किरण चमके, विश्वास की लौ सदा जला के रखना, देगी अंधेरों में रास्ता आपको दीया बनके। शुभ प्रभा

13 Love

मरने के बाद आप को ही भूत बनके डराये।

72 View

#कॉमेडी

'कॉमेडी वीडियो हिंदी' तेरे प्यार में बनके कबूतर।

126 View

White एक उमर बीत चली है तुझे चाहते हुए, तू आज भी बेखबर है कल की तरह। ©Sk

#Quotes  White एक उमर बीत चली है तुझे चाहते हुए, तू आज भी बेखबर है कल की तरह।

©Sk

एक उमर बीत चली है तुझे चाहते हुए, तू आज भी बेखबर है कल की तरह।

13 Love

हमने जब जब नशा किया चाय का भाप बनके तेरा चेहरा नज़र आया ✍️ ©s गोल्डी

 हमने जब जब नशा किया चाय का
भाप बनके तेरा चेहरा नज़र आया ✍️

©s गोल्डी

हमने जब जब नशा किया चाय का भाप बनके तेरा चेहरा नज़र आया ✍️

11 Love

#बेजुबानशायर143 #हिन्दीकविता #बेजुबानशायर #हरहरमहादेव #कविता95 #कविता  White ।। जिस काले गोले से होता है , इस ब्रह्मांड का विनाश है, 
वह काला गोला महादेव के बस एक सूक्ष्म अंश के वो समान है ।।

आदि ना ही अंत जिनका, कंठ समुद्र समान है 
गले मैं अजय बासुकी, बाल गरुण समान है 

रूप मानो ऐसा जिसके मुट्ठी में ब्रह्मांड है 
एक रूप ऐसा जहा ब्रह्मांडधारि पुष्प पे सवार है, 

जिनका तप सहस्त्र सूर्यो के समान है
 जिनका मन पूर्ण चंद्र सा महान है, 
जिनके नेत्र में है बस्ता,वो अंतिम खंड 
इस समाज का ऐसा ना समझो कि,
भैरव बस नाम वो विनाश का ।

आदियोगी, सर्वयोगी, पूर्णयोगी, महानयोगी । 
बह रहे हैं गंगाधारी, 
नदियों के बहाव में चल रहे हैं चंद्रधारी, 
हिमालय की हवाओं में 

जिनको महसूस हो रहे जो वो " मां " नाम की पुकार में सहला रहे हैं 
छाती मेरी ममता के आवास में, रो रहे हैं भोलेनाथ जी भूख की पुकार में ।।

लड़ रहे हैं रूद्र बनके, उग रहे हैं पुष्प बनके
हंस रहे हैं चंद्र बनके, जल रहे हैं कोयला बनके,
 हर रहे हैं मां बनके, 
और मुझे डांट रहे हैं पितृ बनके ।

।। जिनके हाथ में है भार मेरे हाथ का, 
जिनकी आंखों में है तेज मेरी आंख का, 
जिनकी बुद्धि है शोध मेरे ज्ञान का, 
महादेव कहो या शिव संपूर्ण अर्थ बस यही काल का ।।

ॐ  हर हर महादेव ॐ

©बेजुबान शायर shivkumar

White आई है सुबह वो रोशनी लेके, जैसे नए जोश की नयी किरण चमके, विश्वास की लौ सदा जला के रखना, देगी अंधेरों में रास्ता आपको दीया बनके। ©Dil galti kr baitha h

 White आई है सुबह वो रोशनी लेके,
 जैसे नए जोश की नयी किरण चमके,
 विश्वास की लौ सदा जला के रखना,
 देगी अंधेरों में रास्ता आपको दीया बनके।

©Dil galti kr baitha h

आई है सुबह वो रोशनी लेके, जैसे नए जोश की नयी किरण चमके, विश्वास की लौ सदा जला के रखना, देगी अंधेरों में रास्ता आपको दीया बनके। शुभ प्रभा

13 Love

मरने के बाद आप को ही भूत बनके डराये।

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#कॉमेडी

'कॉमेडी वीडियो हिंदी' तेरे प्यार में बनके कबूतर।

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White एक उमर बीत चली है तुझे चाहते हुए, तू आज भी बेखबर है कल की तरह। ©Sk

#Quotes  White एक उमर बीत चली है तुझे चाहते हुए, तू आज भी बेखबर है कल की तरह।

©Sk

एक उमर बीत चली है तुझे चाहते हुए, तू आज भी बेखबर है कल की तरह।

13 Love

हमने जब जब नशा किया चाय का भाप बनके तेरा चेहरा नज़र आया ✍️ ©s गोल्डी

 हमने जब जब नशा किया चाय का
भाप बनके तेरा चेहरा नज़र आया ✍️

©s गोल्डी

हमने जब जब नशा किया चाय का भाप बनके तेरा चेहरा नज़र आया ✍️

11 Love

#बेजुबानशायर143 #हिन्दीकविता #बेजुबानशायर #हरहरमहादेव #कविता95 #कविता  White ।। जिस काले गोले से होता है , इस ब्रह्मांड का विनाश है, 
वह काला गोला महादेव के बस एक सूक्ष्म अंश के वो समान है ।।

आदि ना ही अंत जिनका, कंठ समुद्र समान है 
गले मैं अजय बासुकी, बाल गरुण समान है 

रूप मानो ऐसा जिसके मुट्ठी में ब्रह्मांड है 
एक रूप ऐसा जहा ब्रह्मांडधारि पुष्प पे सवार है, 

जिनका तप सहस्त्र सूर्यो के समान है
 जिनका मन पूर्ण चंद्र सा महान है, 
जिनके नेत्र में है बस्ता,वो अंतिम खंड 
इस समाज का ऐसा ना समझो कि,
भैरव बस नाम वो विनाश का ।

आदियोगी, सर्वयोगी, पूर्णयोगी, महानयोगी । 
बह रहे हैं गंगाधारी, 
नदियों के बहाव में चल रहे हैं चंद्रधारी, 
हिमालय की हवाओं में 

जिनको महसूस हो रहे जो वो " मां " नाम की पुकार में सहला रहे हैं 
छाती मेरी ममता के आवास में, रो रहे हैं भोलेनाथ जी भूख की पुकार में ।।

लड़ रहे हैं रूद्र बनके, उग रहे हैं पुष्प बनके
हंस रहे हैं चंद्र बनके, जल रहे हैं कोयला बनके,
 हर रहे हैं मां बनके, 
और मुझे डांट रहे हैं पितृ बनके ।

।। जिनके हाथ में है भार मेरे हाथ का, 
जिनकी आंखों में है तेज मेरी आंख का, 
जिनकी बुद्धि है शोध मेरे ज्ञान का, 
महादेव कहो या शिव संपूर्ण अर्थ बस यही काल का ।।

ॐ  हर हर महादेव ॐ

©बेजुबान शायर shivkumar
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