tags

New चीख पुकार Status, Photo, Video

Find the latest Status about चीख पुकार from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about चीख पुकार.

  • Latest
  • Popular
  • Video
#बेजुबानशायर143 #हिन्दीकविता #बेजुबानशायर #हरहरमहादेव #कविता95 #कविता  White ।। जिस काले गोले से होता है , इस ब्रह्मांड का विनाश है, 
वह काला गोला महादेव के बस एक सूक्ष्म अंश के वो समान है ।।

आदि ना ही अंत जिनका, कंठ समुद्र समान है 
गले मैं अजय बासुकी, बाल गरुण समान है 

रूप मानो ऐसा जिसके मुट्ठी में ब्रह्मांड है 
एक रूप ऐसा जहा ब्रह्मांडधारि पुष्प पे सवार है, 

जिनका तप सहस्त्र सूर्यो के समान है
 जिनका मन पूर्ण चंद्र सा महान है, 
जिनके नेत्र में है बस्ता,वो अंतिम खंड 
इस समाज का ऐसा ना समझो कि,
भैरव बस नाम वो विनाश का ।

आदियोगी, सर्वयोगी, पूर्णयोगी, महानयोगी । 
बह रहे हैं गंगाधारी, 
नदियों के बहाव में चल रहे हैं चंद्रधारी, 
हिमालय की हवाओं में 

जिनको महसूस हो रहे जो वो " मां " नाम की पुकार में सहला रहे हैं 
छाती मेरी ममता के आवास में, रो रहे हैं भोलेनाथ जी भूख की पुकार में ।।

लड़ रहे हैं रूद्र बनके, उग रहे हैं पुष्प बनके
हंस रहे हैं चंद्र बनके, जल रहे हैं कोयला बनके,
 हर रहे हैं मां बनके, 
और मुझे डांट रहे हैं पितृ बनके ।

।। जिनके हाथ में है भार मेरे हाथ का, 
जिनकी आंखों में है तेज मेरी आंख का, 
जिनकी बुद्धि है शोध मेरे ज्ञान का, 
महादेव कहो या शिव संपूर्ण अर्थ बस यही काल का ।।

ॐ  हर हर महादेव ॐ

©बेजुबान शायर shivkumar
#वीडियो

सिलौटा में सम्पन्न हुआ बाढ़ से बचाव व राहत कार्यों का मेगा मॉकड्रिल बहराइच ।तहसील महसी के बौंडी स्थित सिलौटा के रामघाट पर बाढ़ प्रभावित क्षेत

117 View

#वीडियो

सिलौटा में सम्पन्न हुआ बाढ़ से बचाव व राहत कार्यों का मेगा मॉकड्रिल बहराइच ।तहसील महसी के बौंडी स्थित सिलौटा के रामघाट पर बाढ़ प्रभावित क्षेत

108 View

#उलझा_है_मन_खुद_में #nojotohindipoetry #sandiprohila #nojotohindi  उलझा है मन खुद में

उलझा है मन खुद में मेरा, 
कैसे अपनी मैं बात कहूँ।
हे शिव जी अब तो कृपा करो, 
तुमसे ही अब मैं आस करूँ।

दुनिया में है ये विष कितना,
बिन पिये मुरझा हम तो रहे।
बाजू में छूरी हैं रखते,
मुख से श्री राम पुकार रहे।

अपराधों की है भीड़ लगी,
ले खंजर अब वे भोंक रहे।
चैनो अमन है कैसे कहें,
वे तो विपदा में झोंक रहे।

अब कैसे हो विश्वास यहांँ,
संशय में जीवन डोल रहा।
जो टूट गये विश्वास यहाँ,
रिश्तों में है जंग बोल रहा।

मानवता को है चोट लगी, 
शैतानी जज़्बे जाग उठे।
संस्कारों की भी बली चढ़ी,
अब देख तमाशा भाग उठे।

उलझा है मन खुद में मेरा, 
कैसे अपनी मैं बात कहूँ।
हे शिव जी अब तो कृपा करो, 
तुमसे ही अब मैं आस करूँ।
.......................................
देवेश दीक्षित

©Devesh Dixit

#उलझा_है_मन_खुद_में #nojotohindi #nojotohindipoetry उलझा है मन खुद में उलझा है मन खुद में मेरा, कैसे अपनी मैं बात कहूँ। हे शिव जी अब तो

162 View

दोहा:- चरण रखें जब राधिके , रखे श्याम दो हाथ । बन परछाई नित्य ही , रहते उनके साथ ।। बैठे-बैठे जप रहे, राधा-राधा नाम । शूल चुभा पग राधिका , चीख उठे घनश्याम ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

#कविता  दोहा:-
चरण रखें जब राधिके , रखे श्याम दो हाथ ।
बन परछाई नित्य ही , रहते उनके साथ ।।

बैठे-बैठे जप रहे, राधा-राधा नाम ।
शूल चुभा पग राधिका , चीख उठे घनश्याम ।।

महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

दोहा:- चरण रखें जब राधिके , रखे श्याम दो हाथ । बन परछाई नित्य ही , रहते उनके साथ ।। बैठे-बैठे जप रहे, राधा-राधा नाम । शूल चुभा पग राधिका ,

14 Love

#कलम_की_आवाज़ #nojotohindipoetry #दोहे #sandiprohila  कलम की आवाज़ (दोहे)

कलम चीख कर कह रही, सुन प्राणी नादान।
बल को मेरे जानकर, बनता है अनजान।।

खडग काटती एक को, मैं काटूंँ सब साथ।
मन में सच मेरे बसा, दुर्जन पीटें माथ।।

जिसका जैसा हाथ है, कलम करे वह काम।
सच से इसको प्रीत है, जिससे इसका नाम।।

वही कलम से काँपते, जिनके मन में चोर।
अधिकारी फिर सोचते, कैसे होगी भोर।।

जिसको इससे प्रेम है, सुंदर हैं वे लोग।
उत्तम वह रचना करें, करते सही प्रयोग।।

कलम कहे यह जानलो, करो नहीं नाराज़।
मेरी है विनती यही, सभी सुनें आवाज़।।
.........................................................
देवेश दीक्षित

©Devesh Dixit

#कलम_की_आवाज़ #दोहे #nojotohindipoetry nojotohindi कलम की आवाज़ (दोहे) कलम चीख कर कह रही, सुन प्राणी नादान। बल को मेरे जानकर, बनता है अनजान

189 View

#बेजुबानशायर143 #हिन्दीकविता #बेजुबानशायर #हरहरमहादेव #कविता95 #कविता  White ।। जिस काले गोले से होता है , इस ब्रह्मांड का विनाश है, 
वह काला गोला महादेव के बस एक सूक्ष्म अंश के वो समान है ।।

आदि ना ही अंत जिनका, कंठ समुद्र समान है 
गले मैं अजय बासुकी, बाल गरुण समान है 

रूप मानो ऐसा जिसके मुट्ठी में ब्रह्मांड है 
एक रूप ऐसा जहा ब्रह्मांडधारि पुष्प पे सवार है, 

जिनका तप सहस्त्र सूर्यो के समान है
 जिनका मन पूर्ण चंद्र सा महान है, 
जिनके नेत्र में है बस्ता,वो अंतिम खंड 
इस समाज का ऐसा ना समझो कि,
भैरव बस नाम वो विनाश का ।

आदियोगी, सर्वयोगी, पूर्णयोगी, महानयोगी । 
बह रहे हैं गंगाधारी, 
नदियों के बहाव में चल रहे हैं चंद्रधारी, 
हिमालय की हवाओं में 

जिनको महसूस हो रहे जो वो " मां " नाम की पुकार में सहला रहे हैं 
छाती मेरी ममता के आवास में, रो रहे हैं भोलेनाथ जी भूख की पुकार में ।।

लड़ रहे हैं रूद्र बनके, उग रहे हैं पुष्प बनके
हंस रहे हैं चंद्र बनके, जल रहे हैं कोयला बनके,
 हर रहे हैं मां बनके, 
और मुझे डांट रहे हैं पितृ बनके ।

।। जिनके हाथ में है भार मेरे हाथ का, 
जिनकी आंखों में है तेज मेरी आंख का, 
जिनकी बुद्धि है शोध मेरे ज्ञान का, 
महादेव कहो या शिव संपूर्ण अर्थ बस यही काल का ।।

ॐ  हर हर महादेव ॐ

©बेजुबान शायर shivkumar
#वीडियो

सिलौटा में सम्पन्न हुआ बाढ़ से बचाव व राहत कार्यों का मेगा मॉकड्रिल बहराइच ।तहसील महसी के बौंडी स्थित सिलौटा के रामघाट पर बाढ़ प्रभावित क्षेत

117 View

#वीडियो

सिलौटा में सम्पन्न हुआ बाढ़ से बचाव व राहत कार्यों का मेगा मॉकड्रिल बहराइच ।तहसील महसी के बौंडी स्थित सिलौटा के रामघाट पर बाढ़ प्रभावित क्षेत

108 View

#उलझा_है_मन_खुद_में #nojotohindipoetry #sandiprohila #nojotohindi  उलझा है मन खुद में

उलझा है मन खुद में मेरा, 
कैसे अपनी मैं बात कहूँ।
हे शिव जी अब तो कृपा करो, 
तुमसे ही अब मैं आस करूँ।

दुनिया में है ये विष कितना,
बिन पिये मुरझा हम तो रहे।
बाजू में छूरी हैं रखते,
मुख से श्री राम पुकार रहे।

अपराधों की है भीड़ लगी,
ले खंजर अब वे भोंक रहे।
चैनो अमन है कैसे कहें,
वे तो विपदा में झोंक रहे।

अब कैसे हो विश्वास यहांँ,
संशय में जीवन डोल रहा।
जो टूट गये विश्वास यहाँ,
रिश्तों में है जंग बोल रहा।

मानवता को है चोट लगी, 
शैतानी जज़्बे जाग उठे।
संस्कारों की भी बली चढ़ी,
अब देख तमाशा भाग उठे।

उलझा है मन खुद में मेरा, 
कैसे अपनी मैं बात कहूँ।
हे शिव जी अब तो कृपा करो, 
तुमसे ही अब मैं आस करूँ।
.......................................
देवेश दीक्षित

©Devesh Dixit

#उलझा_है_मन_खुद_में #nojotohindi #nojotohindipoetry उलझा है मन खुद में उलझा है मन खुद में मेरा, कैसे अपनी मैं बात कहूँ। हे शिव जी अब तो

162 View

दोहा:- चरण रखें जब राधिके , रखे श्याम दो हाथ । बन परछाई नित्य ही , रहते उनके साथ ।। बैठे-बैठे जप रहे, राधा-राधा नाम । शूल चुभा पग राधिका , चीख उठे घनश्याम ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

#कविता  दोहा:-
चरण रखें जब राधिके , रखे श्याम दो हाथ ।
बन परछाई नित्य ही , रहते उनके साथ ।।

बैठे-बैठे जप रहे, राधा-राधा नाम ।
शूल चुभा पग राधिका , चीख उठे घनश्याम ।।

महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

दोहा:- चरण रखें जब राधिके , रखे श्याम दो हाथ । बन परछाई नित्य ही , रहते उनके साथ ।। बैठे-बैठे जप रहे, राधा-राधा नाम । शूल चुभा पग राधिका ,

14 Love

#कलम_की_आवाज़ #nojotohindipoetry #दोहे #sandiprohila  कलम की आवाज़ (दोहे)

कलम चीख कर कह रही, सुन प्राणी नादान।
बल को मेरे जानकर, बनता है अनजान।।

खडग काटती एक को, मैं काटूंँ सब साथ।
मन में सच मेरे बसा, दुर्जन पीटें माथ।।

जिसका जैसा हाथ है, कलम करे वह काम।
सच से इसको प्रीत है, जिससे इसका नाम।।

वही कलम से काँपते, जिनके मन में चोर।
अधिकारी फिर सोचते, कैसे होगी भोर।।

जिसको इससे प्रेम है, सुंदर हैं वे लोग।
उत्तम वह रचना करें, करते सही प्रयोग।।

कलम कहे यह जानलो, करो नहीं नाराज़।
मेरी है विनती यही, सभी सुनें आवाज़।।
.........................................................
देवेश दीक्षित

©Devesh Dixit

#कलम_की_आवाज़ #दोहे #nojotohindipoetry nojotohindi कलम की आवाज़ (दोहे) कलम चीख कर कह रही, सुन प्राणी नादान। बल को मेरे जानकर, बनता है अनजान

189 View

Trending Topic