White रचना दिनांक,,10,,,10,,,2024,,
वार,, गुरुवार
समय,, सुबह ्््पांच बजे
्््निज विचार ्््
्््मां चामुण्डा से प्रार्थना मेरी ्््
मैं जलचर रजनीचर तल वितल ,
रसातलमें पहुंच चुकी हूं,,
मां भवानी नरमुंडधारिणी मां चामुण्डेश्वरी ,
जीव चराचर इस जगत में, ।। 1।।
मनोहारणी आनंदकरणी जाने अंजाने,
मां शब्द में मैं तेरा अनौखा सा खिलौना हूं।। 2।।
मैं मिथला की जनकनंदिनी मां जगदिश्वरी,
त्रैलोक्य विजय प्राप्त मर्यादा पुरुषोत्तम दशरथनंदन नाम है,,,
सुंदर करुणा निधान अवधेश नरेश सदग़ंन्थ में है ।। 3।।
मैं रथसारथी मन की फिरकनी फैरते,
पल क्षण क्षणिका के एहसास से तू ही जिंदगी है,,
और मैं मिट्टी का एक पूतला हूं।। 4।।
मांं तेरी श्वासो में मै रचता बसता हूं,
शब्दों की प्रेम सुधा में लिपटा ,
जीवन रस के पल प्रतिपल में ,,
प्रेम गान संगीत पान अमृत बरसाता जीवन में,,।।5 ।।
प्रेम रस माधुर्य मै रस गंध सुंगन्ध ,लेकर आयी,,
मां तेरे जयकारे लगाते है मांई के व्दारे व्दारे।।6 ।।
मन उदास है मांई मेरा तो हे मांई,,
कुछ तो करो,ये अरज हमारी पहचान है मेरी,।। 7 ।।
मां पहाड़ों वाली मेरी अग्नि परीक्षा मेंप्रेम श्रद्धा प्यार समर्पण में,,
तुम रचती बसती मेरे दिलो में , तुम मेरे कारज पूर्ण करो।। 8।।
मां तेरी रगो से बहता वो रक्त मेरी रग रग में रचा बसा हुआ,,
मस्ती खुशी आनंद लें जो कोमल सी अपनी रूह में समा गई ,।।9 ।।
तस्वीर तुम्हारी मां ऐं ध्वनि से स्वहोम में,आया तेरे दर पे,
मन्नत मांगने वाली,बात नहीं है जो तेरा है,
वो दुसरे का वो हो नहीं सकता ।। 10 ।।
दर्शन करने वाले तेरे रुप अनेक निराले हैं,,
किस अंन्दाज में वो तुम बखुबी से मिल जाती हो,,
ओ मांई तेरे उन शब्दों के भाव से ,तुम मन प्रसन्न कर जाती हो ।। 11।।
तेरे कहे ख्याल में मां छुपे स्वपन हमारे है पूर्ण करो मांई मेरी,,
तेरे हवाले हैं मेरी कश्ती पार लगा देना दो मेरी बस्ती,।। 12।।
मेरा जीवन क्षण भर का कब हवा निकल जाय पता नहीं,,
मां विंध्यवासिनी देवी मेरी कूलदेवीऔरभैरवमहाराज नामली रतलाम में हो,। 13।।
तुम्हारी मधुर मुस्कान मन्द मन्द अधर पर,,
वाणी लिये खुद ही मेरी जिंदगी में आशीष दो मां ।। 14।।
गन्धर्व की नगरी देवास में मां चामुण्डा माता से सजाया गया है,,
यह सपना हो पूरा प्यारा सा फूलों सा निर्रमाल्य है,।। 15 ।।
यह जीवन का सारतत्व है जो गंगा,गौरी शंकर,रुद्राक्ष माला में,,
रचना संवरचना की गंगा गौरी है जो वो सार है,।। 16 ।
्््््कवि शैलेंद्र आनंद ्््
10,,,,,10,,,,2024,,,
©Shailendra Anand
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here