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White लॉकडाउन की कर लो तैयारी! आ रही है बड़ी आफत, जारी हो गया सबसे बड़ा अलर्ट देशभऱ के कई इलाकों में इन दिनों मौसम का अलग-अलग मिजाज देखने को मिल रहा है. कहीं भीषण बारिश औऱ बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं तो कहीं उमस ने लोगों की परेशानी बढ़ा रखी है. कई राज्यों में तो हालात ही बेकाबू हो गए हैं. इस बीच भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की ओर से एक बड़ी चेतावनी जारी की गई है. इस चेतावनी के हिसाब से एक बार फिर लॉकडाउन जैसे हालात बन रहे हैं. क्योंकि बंगाल की खाड़ी में निन्म दबाव के क्षेत्र ने तूफान का रूप ले लिया है. ऐसे में कई इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश के आसार हैं औऱ इसके साथ ही तेज रफ्तार हवाएं भी लोगों की मुश्किलें बढ़ा सकती हैं. घरों में ही रहें लोग तूफान की आहट के बीच सरकार औऱ प्रशासन भी अलर्ट मोड पर हैं. कई राज्यों में साइक्लोन का असर देखने को मिल सकता है. इसको लेकर लोगों से जब तक जरूरी न हो घरों में रहने की हिदायत दी गई है. यही नहीं मछुआरों को भी समुद्र तट से दूरी बनाए रखने को कहा गया है. इन राज्यों में बिगड़ सकते हैं हालात आईएमडी के मुताबिक तूफान का असर जिन राज्यों पर दिखाई देगा उसमें दक्षिण से लेकर पूर्वोत्तर के राज्य शामिल हैं. खास तौर पर कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना के तटीय इलाकों में अच्छी बारिश के आसार हैं. इसके साथ ही महाराष्ट्र, गोवा, कोंकण, मध्य प्रदेश ओडिशा कुछ कई जिलों में भी जोरदार बारिश के आसार बने हुए हैं. मुंबई में भारी तबाही बारिश का असर देखने को मिल रहा है. महाराष्ट्र खास तौर पर माया नगरी मुंबई में बीते दिन जोरदार बारिश ने जमकर तबाही मचाई है. एक महिला की मौत की जानकारी भी सामने आई है. वहीं हिमाचल प्रदेश में भी बादल फटने से बड़ा नुकसान हुआ है. इसके अलावा गुजरात में भी बारिश का रौद्र रूप देखने को मिला है. बिहार से लेकर यूपी के कुछ जिलों में भी बारिश का असर देखने को मिल रहा है. ©@_hardik Mahajan

#Sad_Status #SAD  White लॉकडाउन की कर लो तैयारी! आ रही है बड़ी आफत, जारी हो गया सबसे बड़ा अलर्ट

देशभऱ के कई इलाकों में इन दिनों मौसम का अलग-अलग मिजाज देखने को मिल रहा है. कहीं भीषण बारिश औऱ बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं तो कहीं उमस ने लोगों की परेशानी बढ़ा रखी है.

कई राज्यों में तो हालात ही बेकाबू हो गए हैं. इस बीच भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की ओर से एक बड़ी चेतावनी जारी की गई है. इस चेतावनी के हिसाब से एक बार फिर लॉकडाउन जैसे हालात बन रहे हैं. क्योंकि बंगाल की खाड़ी में निन्म दबाव के क्षेत्र ने तूफान का रूप ले लिया है. ऐसे में कई इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश के आसार हैं औऱ इसके साथ ही तेज रफ्तार हवाएं भी लोगों की मुश्किलें बढ़ा सकती हैं. 

घरों में ही रहें लोग

तूफान की आहट के बीच सरकार औऱ प्रशासन भी अलर्ट मोड पर हैं. कई राज्यों में साइक्लोन का असर देखने को मिल सकता है. इसको लेकर लोगों से जब तक जरूरी न हो घरों में रहने की हिदायत दी गई है. यही नहीं मछुआरों को भी समुद्र तट से दूरी बनाए रखने को कहा गया है. 

इन राज्यों में बिगड़ सकते हैं हालात

आईएमडी के मुताबिक तूफान का असर जिन राज्यों पर दिखाई देगा उसमें दक्षिण से लेकर पूर्वोत्तर के राज्य शामिल हैं. खास तौर पर कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना के तटीय इलाकों में अच्छी बारिश के आसार हैं. इसके साथ ही महाराष्ट्र, गोवा, कोंकण, मध्य प्रदेश ओडिशा कुछ कई जिलों में भी जोरदार बारिश के आसार बने हुए हैं. 

मुंबई में भारी तबाही

बारिश का असर देखने को मिल रहा है. महाराष्ट्र खास तौर पर माया नगरी मुंबई में बीते दिन जोरदार बारिश ने जमकर तबाही मचाई है. एक महिला की मौत की जानकारी भी सामने आई है. वहीं हिमाचल प्रदेश में भी बादल फटने से बड़ा नुकसान हुआ है. इसके अलावा गुजरात में भी बारिश का रौद्र रूप देखने को मिला है. बिहार से लेकर यूपी के कुछ जिलों में भी बारिश का असर देखने को मिल रहा है.

©@_hardik Mahajan

लॉकडाउन की कर लो तैयारी! आ रही है बड़ी आफत, जारी हो गया सबसे बड़ा अलर्ट देशभऱ के कई इलाकों में इन दिनों मौसम का अलग-अलग मिजाज देखने को मिल

20 Love

White दोहा :- विषय  हिंदी  हिंदी भाषा का हमें , दोगे कब अधिकार । हम भी तो हैं चाहतें , हो इसका विस्तार ।। जो कहते थे मंच पर , हम हिंदी परिवार । अब कहते बच्चे पढ़े , अंग्रेजी अख़बार ।। गुरुकुल के उस ज्ञान से , विस्तृत थे संस्कार । हिंदी का भी मान था , संस्कृति थी आधार ।। वन टू थ्री अब याद है, भूले दो दो चार । बदल रहे दिन-दिन यहाँ , सबके आज विचार ।। कब हिंदी दुश्मन हुई , और रुका व्यापार । तब भी तो द चली , सत्ता पक्ष सरकार ।। हिंदी को दो मान्यता , तब आये आनंद । गीत ग़ज़ल दोहा लिखे , लिखें मधुर सब छन्द । हिंदी हिंदी कर रहे , हिंदी का गुणगान । हिंदी चाहे हिंद से , फिर अपना अभिमान ।। सुबह-शाम जो पढ़ रहे , थे गीता का सार । आज उन्हें अब चाहिए , अंग्रेजी अख़बार ।। हिंदी नंबर प्लेट पर , कट जाते चालान । ऐसे हिंदुस्तान में , हिंदी का गुणगान ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

#कविता  White दोहा :- विषय  हिंदी 
हिंदी भाषा का हमें , दोगे कब अधिकार ।
हम भी तो हैं चाहतें , हो इसका विस्तार ।।
जो कहते थे मंच पर , हम हिंदी परिवार ।
अब कहते बच्चे पढ़े , अंग्रेजी अख़बार ।।
गुरुकुल के उस ज्ञान से , विस्तृत थे संस्कार ।
हिंदी का भी मान था , संस्कृति थी आधार ।।
वन टू थ्री अब याद है, भूले दो दो चार ।
बदल रहे दिन-दिन यहाँ , सबके आज विचार ।।
कब हिंदी दुश्मन हुई , और रुका व्यापार ।
तब भी तो द चली , सत्ता पक्ष सरकार ।।
हिंदी को दो मान्यता , तब आये आनंद ।
गीत ग़ज़ल दोहा लिखे , लिखें मधुर सब छन्द ।
हिंदी हिंदी कर रहे , हिंदी का गुणगान ।
हिंदी चाहे हिंद से , फिर अपना अभिमान ।।
सुबह-शाम जो पढ़ रहे , थे गीता का सार ।
आज उन्हें अब चाहिए , अंग्रेजी अख़बार ।।
हिंदी नंबर प्लेट पर , कट जाते चालान ।
ऐसे हिंदुस्तान में , हिंदी का गुणगान ।।
महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

दोहा :- विषय  हिंदी  हिंदी भाषा का हमें , दोगे कब अधिकार । हम भी तो हैं चाहतें , हो इसका विस्तार ।। जो कहते थे मंच पर , हम हिंदी परिवार । अब

11 Love

गीता के अनुसार मनुष्य के दुःख का कारण क्या है? यदि भगवद गीता को देखें तो हम पाते हैं कि संसार के दुखों का प्रमुख कारण आत्मा के स्वरूप के विषय में हमारा अज्ञान है। हम स्वजनों की मृत्यु की आशंका से ही भयभीत हो जाते हैं। हमने जो भी अर्जित किया या पाया है, उसकी हानि की शंका भी हमारी चेतना को कभी पूर्णतया स्वछंद नहीं होने देती। भगवद गीता के मुताबिक, मनुष्य के दुखों का प्रमुख कारण आत्मा के स्वरूप के बारे में अज्ञानता है. इसके अलावा, मनुष्य के दुखों के कुछ और कारण ये हैं: हमने जो भी अर्जित किया या पाया है, उसकी हानि की शंका हमारी चेतना को कभी पूर्णतया स्वच्छंद नहीं होने देती. मनुष्य में श्रेष्ठ गुणों का अभाव होता है. मनुष्य का शत्रुतापूर्ण और अमानवीय स्वभाव दुनिया को उदास और निराशाजनक बना देता है. अधिकांश मनुष्य इस बात का परिप्रेक्ष्य खो चुके हैं कि यह जीवन क्या है. उनकी मनोवैज्ञानिक प्रक्रिया अस्तित्वगत प्रक्रिया से कहीं अधिक बड़ी हो गई है. भगवद गीता के मुताबिक, मनुष्य को अपने विवेक, परिश्रम, बुद्धि और उद्यम पर संदेह नहीं करना चाहिए. उसे सदैव सत्य और स्वधर्म के पक्ष में रहना चाहिए. ©person

 गीता के अनुसार मनुष्य के दुःख का कारण क्या है?


यदि भगवद गीता को देखें तो हम पाते हैं कि संसार के दुखों का प्रमुख कारण आत्मा के स्वरूप के विषय में हमारा अज्ञान है। हम स्वजनों की मृत्यु की आशंका से ही भयभीत हो जाते हैं। हमने जो भी अर्जित किया या पाया है, उसकी हानि की शंका भी हमारी चेतना को कभी पूर्णतया स्वछंद नहीं होने देती।

भगवद गीता के मुताबिक, मनुष्य के दुखों का प्रमुख कारण आत्मा के स्वरूप के बारे में अज्ञानता है. इसके अलावा, मनुष्य के दुखों के कुछ और कारण ये हैं: 
 
हमने जो भी अर्जित किया या पाया है, उसकी हानि की शंका हमारी चेतना को कभी पूर्णतया स्वच्छंद नहीं होने देती. 
 
मनुष्य में श्रेष्ठ गुणों का अभाव होता है. 
 
मनुष्य का शत्रुतापूर्ण और अमानवीय स्वभाव दुनिया को उदास और निराशाजनक बना देता है. 
 
अधिकांश मनुष्य इस बात का परिप्रेक्ष्य खो चुके हैं कि यह जीवन क्या है. 
 
उनकी मनोवैज्ञानिक प्रक्रिया अस्तित्वगत प्रक्रिया से कहीं अधिक बड़ी हो गई है. 
 
भगवद गीता के मुताबिक, मनुष्य को अपने विवेक, परिश्रम, बुद्धि और उद्यम पर संदेह नहीं करना चाहिए. उसे सदैव सत्य और स्वधर्म के पक्ष में रहना चाहिए.

©person

गीता के अनुसार मनुष्य के दुःख का कारण क्या है? यदि भगवद गीता को देखें तो हम पाते हैं कि संसार के दुखों का प्रमुख कारण आत्मा के स्वरूप के वि

18 Love

#वीडियो #viral #rain

आज के दिन जोरदार 🌧🌧🌧🌧🌧🌧 #rain #viral

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#विचार

दिनांक - 18-8-2024 लोकेशन - किराड़ी दिल्ली AM NEWS NATIONAL sa चीफ एडिटर अमृत मिश्रा का रिपोर्ट जल भराव के कारण लोगों का जीना हुआ मुश्किल ।

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#संस्कृतविचार #कवितावाचक #मोटिवेशनल #femalerealvoice #tarukikalam25 #indianwriter

हमारी वास्तविक आवाज स्वलिखित विचारानाम् गृहम् स्वरचित विचारों का आशियाना शीर्षक 👉एवं स्वकार्यं कुरुत हिन्दी अनुवाद 👉कर्म ऐसे करो हिन्दी अन

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White लॉकडाउन की कर लो तैयारी! आ रही है बड़ी आफत, जारी हो गया सबसे बड़ा अलर्ट देशभऱ के कई इलाकों में इन दिनों मौसम का अलग-अलग मिजाज देखने को मिल रहा है. कहीं भीषण बारिश औऱ बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं तो कहीं उमस ने लोगों की परेशानी बढ़ा रखी है. कई राज्यों में तो हालात ही बेकाबू हो गए हैं. इस बीच भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की ओर से एक बड़ी चेतावनी जारी की गई है. इस चेतावनी के हिसाब से एक बार फिर लॉकडाउन जैसे हालात बन रहे हैं. क्योंकि बंगाल की खाड़ी में निन्म दबाव के क्षेत्र ने तूफान का रूप ले लिया है. ऐसे में कई इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश के आसार हैं औऱ इसके साथ ही तेज रफ्तार हवाएं भी लोगों की मुश्किलें बढ़ा सकती हैं. घरों में ही रहें लोग तूफान की आहट के बीच सरकार औऱ प्रशासन भी अलर्ट मोड पर हैं. कई राज्यों में साइक्लोन का असर देखने को मिल सकता है. इसको लेकर लोगों से जब तक जरूरी न हो घरों में रहने की हिदायत दी गई है. यही नहीं मछुआरों को भी समुद्र तट से दूरी बनाए रखने को कहा गया है. इन राज्यों में बिगड़ सकते हैं हालात आईएमडी के मुताबिक तूफान का असर जिन राज्यों पर दिखाई देगा उसमें दक्षिण से लेकर पूर्वोत्तर के राज्य शामिल हैं. खास तौर पर कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना के तटीय इलाकों में अच्छी बारिश के आसार हैं. इसके साथ ही महाराष्ट्र, गोवा, कोंकण, मध्य प्रदेश ओडिशा कुछ कई जिलों में भी जोरदार बारिश के आसार बने हुए हैं. मुंबई में भारी तबाही बारिश का असर देखने को मिल रहा है. महाराष्ट्र खास तौर पर माया नगरी मुंबई में बीते दिन जोरदार बारिश ने जमकर तबाही मचाई है. एक महिला की मौत की जानकारी भी सामने आई है. वहीं हिमाचल प्रदेश में भी बादल फटने से बड़ा नुकसान हुआ है. इसके अलावा गुजरात में भी बारिश का रौद्र रूप देखने को मिला है. बिहार से लेकर यूपी के कुछ जिलों में भी बारिश का असर देखने को मिल रहा है. ©@_hardik Mahajan

#Sad_Status #SAD  White लॉकडाउन की कर लो तैयारी! आ रही है बड़ी आफत, जारी हो गया सबसे बड़ा अलर्ट

देशभऱ के कई इलाकों में इन दिनों मौसम का अलग-अलग मिजाज देखने को मिल रहा है. कहीं भीषण बारिश औऱ बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं तो कहीं उमस ने लोगों की परेशानी बढ़ा रखी है.

कई राज्यों में तो हालात ही बेकाबू हो गए हैं. इस बीच भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की ओर से एक बड़ी चेतावनी जारी की गई है. इस चेतावनी के हिसाब से एक बार फिर लॉकडाउन जैसे हालात बन रहे हैं. क्योंकि बंगाल की खाड़ी में निन्म दबाव के क्षेत्र ने तूफान का रूप ले लिया है. ऐसे में कई इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश के आसार हैं औऱ इसके साथ ही तेज रफ्तार हवाएं भी लोगों की मुश्किलें बढ़ा सकती हैं. 

घरों में ही रहें लोग

तूफान की आहट के बीच सरकार औऱ प्रशासन भी अलर्ट मोड पर हैं. कई राज्यों में साइक्लोन का असर देखने को मिल सकता है. इसको लेकर लोगों से जब तक जरूरी न हो घरों में रहने की हिदायत दी गई है. यही नहीं मछुआरों को भी समुद्र तट से दूरी बनाए रखने को कहा गया है. 

इन राज्यों में बिगड़ सकते हैं हालात

आईएमडी के मुताबिक तूफान का असर जिन राज्यों पर दिखाई देगा उसमें दक्षिण से लेकर पूर्वोत्तर के राज्य शामिल हैं. खास तौर पर कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना के तटीय इलाकों में अच्छी बारिश के आसार हैं. इसके साथ ही महाराष्ट्र, गोवा, कोंकण, मध्य प्रदेश ओडिशा कुछ कई जिलों में भी जोरदार बारिश के आसार बने हुए हैं. 

मुंबई में भारी तबाही

बारिश का असर देखने को मिल रहा है. महाराष्ट्र खास तौर पर माया नगरी मुंबई में बीते दिन जोरदार बारिश ने जमकर तबाही मचाई है. एक महिला की मौत की जानकारी भी सामने आई है. वहीं हिमाचल प्रदेश में भी बादल फटने से बड़ा नुकसान हुआ है. इसके अलावा गुजरात में भी बारिश का रौद्र रूप देखने को मिला है. बिहार से लेकर यूपी के कुछ जिलों में भी बारिश का असर देखने को मिल रहा है.

©@_hardik Mahajan

लॉकडाउन की कर लो तैयारी! आ रही है बड़ी आफत, जारी हो गया सबसे बड़ा अलर्ट देशभऱ के कई इलाकों में इन दिनों मौसम का अलग-अलग मिजाज देखने को मिल

20 Love

White दोहा :- विषय  हिंदी  हिंदी भाषा का हमें , दोगे कब अधिकार । हम भी तो हैं चाहतें , हो इसका विस्तार ।। जो कहते थे मंच पर , हम हिंदी परिवार । अब कहते बच्चे पढ़े , अंग्रेजी अख़बार ।। गुरुकुल के उस ज्ञान से , विस्तृत थे संस्कार । हिंदी का भी मान था , संस्कृति थी आधार ।। वन टू थ्री अब याद है, भूले दो दो चार । बदल रहे दिन-दिन यहाँ , सबके आज विचार ।। कब हिंदी दुश्मन हुई , और रुका व्यापार । तब भी तो द चली , सत्ता पक्ष सरकार ।। हिंदी को दो मान्यता , तब आये आनंद । गीत ग़ज़ल दोहा लिखे , लिखें मधुर सब छन्द । हिंदी हिंदी कर रहे , हिंदी का गुणगान । हिंदी चाहे हिंद से , फिर अपना अभिमान ।। सुबह-शाम जो पढ़ रहे , थे गीता का सार । आज उन्हें अब चाहिए , अंग्रेजी अख़बार ।। हिंदी नंबर प्लेट पर , कट जाते चालान । ऐसे हिंदुस्तान में , हिंदी का गुणगान ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

#कविता  White दोहा :- विषय  हिंदी 
हिंदी भाषा का हमें , दोगे कब अधिकार ।
हम भी तो हैं चाहतें , हो इसका विस्तार ।।
जो कहते थे मंच पर , हम हिंदी परिवार ।
अब कहते बच्चे पढ़े , अंग्रेजी अख़बार ।।
गुरुकुल के उस ज्ञान से , विस्तृत थे संस्कार ।
हिंदी का भी मान था , संस्कृति थी आधार ।।
वन टू थ्री अब याद है, भूले दो दो चार ।
बदल रहे दिन-दिन यहाँ , सबके आज विचार ।।
कब हिंदी दुश्मन हुई , और रुका व्यापार ।
तब भी तो द चली , सत्ता पक्ष सरकार ।।
हिंदी को दो मान्यता , तब आये आनंद ।
गीत ग़ज़ल दोहा लिखे , लिखें मधुर सब छन्द ।
हिंदी हिंदी कर रहे , हिंदी का गुणगान ।
हिंदी चाहे हिंद से , फिर अपना अभिमान ।।
सुबह-शाम जो पढ़ रहे , थे गीता का सार ।
आज उन्हें अब चाहिए , अंग्रेजी अख़बार ।।
हिंदी नंबर प्लेट पर , कट जाते चालान ।
ऐसे हिंदुस्तान में , हिंदी का गुणगान ।।
महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

दोहा :- विषय  हिंदी  हिंदी भाषा का हमें , दोगे कब अधिकार । हम भी तो हैं चाहतें , हो इसका विस्तार ।। जो कहते थे मंच पर , हम हिंदी परिवार । अब

11 Love

गीता के अनुसार मनुष्य के दुःख का कारण क्या है? यदि भगवद गीता को देखें तो हम पाते हैं कि संसार के दुखों का प्रमुख कारण आत्मा के स्वरूप के विषय में हमारा अज्ञान है। हम स्वजनों की मृत्यु की आशंका से ही भयभीत हो जाते हैं। हमने जो भी अर्जित किया या पाया है, उसकी हानि की शंका भी हमारी चेतना को कभी पूर्णतया स्वछंद नहीं होने देती। भगवद गीता के मुताबिक, मनुष्य के दुखों का प्रमुख कारण आत्मा के स्वरूप के बारे में अज्ञानता है. इसके अलावा, मनुष्य के दुखों के कुछ और कारण ये हैं: हमने जो भी अर्जित किया या पाया है, उसकी हानि की शंका हमारी चेतना को कभी पूर्णतया स्वच्छंद नहीं होने देती. मनुष्य में श्रेष्ठ गुणों का अभाव होता है. मनुष्य का शत्रुतापूर्ण और अमानवीय स्वभाव दुनिया को उदास और निराशाजनक बना देता है. अधिकांश मनुष्य इस बात का परिप्रेक्ष्य खो चुके हैं कि यह जीवन क्या है. उनकी मनोवैज्ञानिक प्रक्रिया अस्तित्वगत प्रक्रिया से कहीं अधिक बड़ी हो गई है. भगवद गीता के मुताबिक, मनुष्य को अपने विवेक, परिश्रम, बुद्धि और उद्यम पर संदेह नहीं करना चाहिए. उसे सदैव सत्य और स्वधर्म के पक्ष में रहना चाहिए. ©person

 गीता के अनुसार मनुष्य के दुःख का कारण क्या है?


यदि भगवद गीता को देखें तो हम पाते हैं कि संसार के दुखों का प्रमुख कारण आत्मा के स्वरूप के विषय में हमारा अज्ञान है। हम स्वजनों की मृत्यु की आशंका से ही भयभीत हो जाते हैं। हमने जो भी अर्जित किया या पाया है, उसकी हानि की शंका भी हमारी चेतना को कभी पूर्णतया स्वछंद नहीं होने देती।

भगवद गीता के मुताबिक, मनुष्य के दुखों का प्रमुख कारण आत्मा के स्वरूप के बारे में अज्ञानता है. इसके अलावा, मनुष्य के दुखों के कुछ और कारण ये हैं: 
 
हमने जो भी अर्जित किया या पाया है, उसकी हानि की शंका हमारी चेतना को कभी पूर्णतया स्वच्छंद नहीं होने देती. 
 
मनुष्य में श्रेष्ठ गुणों का अभाव होता है. 
 
मनुष्य का शत्रुतापूर्ण और अमानवीय स्वभाव दुनिया को उदास और निराशाजनक बना देता है. 
 
अधिकांश मनुष्य इस बात का परिप्रेक्ष्य खो चुके हैं कि यह जीवन क्या है. 
 
उनकी मनोवैज्ञानिक प्रक्रिया अस्तित्वगत प्रक्रिया से कहीं अधिक बड़ी हो गई है. 
 
भगवद गीता के मुताबिक, मनुष्य को अपने विवेक, परिश्रम, बुद्धि और उद्यम पर संदेह नहीं करना चाहिए. उसे सदैव सत्य और स्वधर्म के पक्ष में रहना चाहिए.

©person

गीता के अनुसार मनुष्य के दुःख का कारण क्या है? यदि भगवद गीता को देखें तो हम पाते हैं कि संसार के दुखों का प्रमुख कारण आत्मा के स्वरूप के वि

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आज के दिन जोरदार 🌧🌧🌧🌧🌧🌧 #rain #viral

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#विचार

दिनांक - 18-8-2024 लोकेशन - किराड़ी दिल्ली AM NEWS NATIONAL sa चीफ एडिटर अमृत मिश्रा का रिपोर्ट जल भराव के कारण लोगों का जीना हुआ मुश्किल ।

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