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New गजल उषा शास्त्री Status, Photo, Video

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White "लाल बहादुर शास्त्री और गांधी जयंती की ढेर सारी शुभकामनाएं।।" ©Shishpal Chauhan

#विचार #लाल  White "लाल बहादुर शास्त्री 
और 
गांधी जयंती 
की ढेर सारी शुभकामनाएं।।"

©Shishpal Chauhan

#लाल बहादुर शास्त्री, gandhi_jayanti

11 Love

White गांधी एवं शास्त्री जयंती पर सादर नमन भारत की गौरव गाथा की जब-जब होती बात गांधी शास्त्री लाल बहादुर बिना बनै नहीं बात एक भरोसा भारत को खंडित करने के पीछे मुस्लिम तुष्टिकरण छिपा था सत्याग्रह के पीछे बोया बीज हिन्दू-मुस्लिम कलह का गहरे नीचे फिर भी हिन्दू करै सम्मान रह गांधी के पीछे एक डटा कद छोटा तो भी देश है सबसे पहले ताशकंद में प्राण दे दिए देश का गौरव कर के 'शौक' किया बुरा अच्छा इतिहास नहीं बदलते फलक देश का करते रोशन उनको करें नमस्ते ©Shiv Narayan Saxena

#gandhi_jayanti  White गांधी एवं शास्त्री जयंती पर सादर नमन

भारत की गौरव गाथा की जब-जब होती बात 
गांधी शास्त्री लाल बहादुर बिना बनै नहीं बात

एक भरोसा भारत को खंडित करने के पीछे 
मुस्लिम तुष्टिकरण छिपा था सत्याग्रह के पीछे
बोया बीज हिन्दू-मुस्लिम कलह का गहरे नीचे
फिर भी हिन्दू करै  सम्मान  रह गांधी के पीछे

एक डटा कद छोटा तो भी देश है सबसे पहले
ताशकंद में प्राण दे दिए देश का गौरव कर के
'शौक' किया बुरा अच्छा  इतिहास नहीं बदलते
फलक देश का करते रोशन उनको करें नमस्ते

©Shiv Narayan Saxena

#gandhi_jayanti गांधी एवं शास्त्री जयंती पर नमन......

18 Love

#वीडियो

स्वरचित गजल भीड़ को अपना बताना छोड़ दो

99 View

#वीडियो  स्वरचित गजल
गम मिले तो छुपाना बुरी बात है

स्वरचित गजल प्यार में आजमाना बुरी बात है

153 View

White राहों में जो मिलें उन्हें अपना बना के चल दुश्मन भी हों तो उनको गले से लगा के चल कुर्सी पे आज वो हैं तो उनको सलाम है अपना भी दिन आएगा ये उनको बता के चल सांसें उखड़ रहीं हैं औ बैरी हुआ जहां दुश्मन हुई है आज ये आब ओ हवा के चल पत्ते दरख़्त से गिरे तो आएंगे नए लौटेगा दिन सभी का रख ये हौसला के चल सुनने सुनाने की है ये महफ़िल अता करो गीत ओ ग़ज़ल या नज़्म रूबाई सुना के चल जो दोस्त थे वो दुश्मनी की राह चल पड़े दौर ए जहां यहां का है दुश्मन हुआ के चल रस्ते सभी खुलेंगे जो तुम मुस्कुराओगो दुश्मन भी साथ देंगे तेरा मुस्कुरा के चल ©Madhusudan Shrivastava

#गजल  White राहों में जो मिलें उन्हें अपना बना के चल 
दुश्मन भी हों तो उनको गले से लगा के चल

कुर्सी पे आज वो हैं तो उनको सलाम है
अपना भी दिन आएगा ये उनको बता के चल

सांसें उखड़ रहीं हैं औ बैरी हुआ जहां 
दुश्मन हुई है आज ये आब ओ हवा के चल

पत्ते दरख़्त से गिरे तो आएंगे नए
लौटेगा दिन सभी का रख ये हौसला के चल

सुनने सुनाने की है ये महफ़िल अता करो 
गीत ओ ग़ज़ल या नज़्म रूबाई सुना के चल

जो दोस्त थे वो दुश्मनी की राह चल पड़े 
दौर ए जहां यहां का है दुश्मन हुआ के चल

रस्ते सभी खुलेंगे जो तुम मुस्कुराओगो 
दुश्मन भी साथ देंगे तेरा मुस्कुरा के चल

©Madhusudan Shrivastava

#गजल मुस्कुरा के रूप

18 Love

#गजल #Kavyitri #kavita #word  White 

आँखों में ख़्वाहिशों के सितारे लिए!
क्या-क्या सोचा था मैंने हमारे लिए!

ए सितमगर! नहीं छोड़ी तुमने कसर,
रो रही हूँ क्यों फ़िर भी तुम्हारे लिए? 

तुमको सारे ज़माने ने जो ग़म दिए,
उनके बदले मुझ ही से क्यों सारे लिए?

न ही कन्धे, न मय, न धुआँ, न दवा,
सह गई सब, बिना कुछ सहारे लिए!

तुमने तोड़ा भरोसे को क्यों इस कदर?
फैसले दिल ने कुछ, डर के मारे लिए!
 
"भावना" की तो पहचान आसान है,
हँस रही आँखों में अश्क़ खारे लिए!

~ भावना आरोही
-
#kavyitri 
#kavita                                                 ✍️
#word

©Nilam Agarwalla

#गजल

99 View

White "लाल बहादुर शास्त्री और गांधी जयंती की ढेर सारी शुभकामनाएं।।" ©Shishpal Chauhan

#विचार #लाल  White "लाल बहादुर शास्त्री 
और 
गांधी जयंती 
की ढेर सारी शुभकामनाएं।।"

©Shishpal Chauhan

#लाल बहादुर शास्त्री, gandhi_jayanti

11 Love

White गांधी एवं शास्त्री जयंती पर सादर नमन भारत की गौरव गाथा की जब-जब होती बात गांधी शास्त्री लाल बहादुर बिना बनै नहीं बात एक भरोसा भारत को खंडित करने के पीछे मुस्लिम तुष्टिकरण छिपा था सत्याग्रह के पीछे बोया बीज हिन्दू-मुस्लिम कलह का गहरे नीचे फिर भी हिन्दू करै सम्मान रह गांधी के पीछे एक डटा कद छोटा तो भी देश है सबसे पहले ताशकंद में प्राण दे दिए देश का गौरव कर के 'शौक' किया बुरा अच्छा इतिहास नहीं बदलते फलक देश का करते रोशन उनको करें नमस्ते ©Shiv Narayan Saxena

#gandhi_jayanti  White गांधी एवं शास्त्री जयंती पर सादर नमन

भारत की गौरव गाथा की जब-जब होती बात 
गांधी शास्त्री लाल बहादुर बिना बनै नहीं बात

एक भरोसा भारत को खंडित करने के पीछे 
मुस्लिम तुष्टिकरण छिपा था सत्याग्रह के पीछे
बोया बीज हिन्दू-मुस्लिम कलह का गहरे नीचे
फिर भी हिन्दू करै  सम्मान  रह गांधी के पीछे

एक डटा कद छोटा तो भी देश है सबसे पहले
ताशकंद में प्राण दे दिए देश का गौरव कर के
'शौक' किया बुरा अच्छा  इतिहास नहीं बदलते
फलक देश का करते रोशन उनको करें नमस्ते

©Shiv Narayan Saxena

#gandhi_jayanti गांधी एवं शास्त्री जयंती पर नमन......

18 Love

#वीडियो

स्वरचित गजल भीड़ को अपना बताना छोड़ दो

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#वीडियो  स्वरचित गजल
गम मिले तो छुपाना बुरी बात है

स्वरचित गजल प्यार में आजमाना बुरी बात है

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White राहों में जो मिलें उन्हें अपना बना के चल दुश्मन भी हों तो उनको गले से लगा के चल कुर्सी पे आज वो हैं तो उनको सलाम है अपना भी दिन आएगा ये उनको बता के चल सांसें उखड़ रहीं हैं औ बैरी हुआ जहां दुश्मन हुई है आज ये आब ओ हवा के चल पत्ते दरख़्त से गिरे तो आएंगे नए लौटेगा दिन सभी का रख ये हौसला के चल सुनने सुनाने की है ये महफ़िल अता करो गीत ओ ग़ज़ल या नज़्म रूबाई सुना के चल जो दोस्त थे वो दुश्मनी की राह चल पड़े दौर ए जहां यहां का है दुश्मन हुआ के चल रस्ते सभी खुलेंगे जो तुम मुस्कुराओगो दुश्मन भी साथ देंगे तेरा मुस्कुरा के चल ©Madhusudan Shrivastava

#गजल  White राहों में जो मिलें उन्हें अपना बना के चल 
दुश्मन भी हों तो उनको गले से लगा के चल

कुर्सी पे आज वो हैं तो उनको सलाम है
अपना भी दिन आएगा ये उनको बता के चल

सांसें उखड़ रहीं हैं औ बैरी हुआ जहां 
दुश्मन हुई है आज ये आब ओ हवा के चल

पत्ते दरख़्त से गिरे तो आएंगे नए
लौटेगा दिन सभी का रख ये हौसला के चल

सुनने सुनाने की है ये महफ़िल अता करो 
गीत ओ ग़ज़ल या नज़्म रूबाई सुना के चल

जो दोस्त थे वो दुश्मनी की राह चल पड़े 
दौर ए जहां यहां का है दुश्मन हुआ के चल

रस्ते सभी खुलेंगे जो तुम मुस्कुराओगो 
दुश्मन भी साथ देंगे तेरा मुस्कुरा के चल

©Madhusudan Shrivastava

#गजल मुस्कुरा के रूप

18 Love

#गजल #Kavyitri #kavita #word  White 

आँखों में ख़्वाहिशों के सितारे लिए!
क्या-क्या सोचा था मैंने हमारे लिए!

ए सितमगर! नहीं छोड़ी तुमने कसर,
रो रही हूँ क्यों फ़िर भी तुम्हारे लिए? 

तुमको सारे ज़माने ने जो ग़म दिए,
उनके बदले मुझ ही से क्यों सारे लिए?

न ही कन्धे, न मय, न धुआँ, न दवा,
सह गई सब, बिना कुछ सहारे लिए!

तुमने तोड़ा भरोसे को क्यों इस कदर?
फैसले दिल ने कुछ, डर के मारे लिए!
 
"भावना" की तो पहचान आसान है,
हँस रही आँखों में अश्क़ खारे लिए!

~ भावना आरोही
-
#kavyitri 
#kavita                                                 ✍️
#word

©Nilam Agarwalla

#गजल

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