tags

New बंधक ऋण प्रक्रिया Status, Photo, Video

Find the latest Status about बंधक ऋण प्रक्रिया from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about बंधक ऋण प्रक्रिया.

  • Latest
  • Popular
  • Video
#motivationalposts #विचार #thoughtsinhindi #thoughtsoflife #somethingtosay #hindithoughts

आज किसी अपने से संवाद हुआ, खुद की कहीं कभी कोई बात का जिक्र हुआ। मुझे तो याद नहीं था , कब,कैसे, कहां कहीं । बात छोटी है,पर सोचने पर गहरी है।

90 View

#वीडियो

पत्नी को बनाया बंधक वीडियो में

99 View

गीता के अनुसार मनुष्य के दुःख का कारण क्या है? यदि भगवद गीता को देखें तो हम पाते हैं कि संसार के दुखों का प्रमुख कारण आत्मा के स्वरूप के विषय में हमारा अज्ञान है। हम स्वजनों की मृत्यु की आशंका से ही भयभीत हो जाते हैं। हमने जो भी अर्जित किया या पाया है, उसकी हानि की शंका भी हमारी चेतना को कभी पूर्णतया स्वछंद नहीं होने देती। भगवद गीता के मुताबिक, मनुष्य के दुखों का प्रमुख कारण आत्मा के स्वरूप के बारे में अज्ञानता है. इसके अलावा, मनुष्य के दुखों के कुछ और कारण ये हैं: हमने जो भी अर्जित किया या पाया है, उसकी हानि की शंका हमारी चेतना को कभी पूर्णतया स्वच्छंद नहीं होने देती. मनुष्य में श्रेष्ठ गुणों का अभाव होता है. मनुष्य का शत्रुतापूर्ण और अमानवीय स्वभाव दुनिया को उदास और निराशाजनक बना देता है. अधिकांश मनुष्य इस बात का परिप्रेक्ष्य खो चुके हैं कि यह जीवन क्या है. उनकी मनोवैज्ञानिक प्रक्रिया अस्तित्वगत प्रक्रिया से कहीं अधिक बड़ी हो गई है. भगवद गीता के मुताबिक, मनुष्य को अपने विवेक, परिश्रम, बुद्धि और उद्यम पर संदेह नहीं करना चाहिए. उसे सदैव सत्य और स्वधर्म के पक्ष में रहना चाहिए. ©person

 गीता के अनुसार मनुष्य के दुःख का कारण क्या है?


यदि भगवद गीता को देखें तो हम पाते हैं कि संसार के दुखों का प्रमुख कारण आत्मा के स्वरूप के विषय में हमारा अज्ञान है। हम स्वजनों की मृत्यु की आशंका से ही भयभीत हो जाते हैं। हमने जो भी अर्जित किया या पाया है, उसकी हानि की शंका भी हमारी चेतना को कभी पूर्णतया स्वछंद नहीं होने देती।

भगवद गीता के मुताबिक, मनुष्य के दुखों का प्रमुख कारण आत्मा के स्वरूप के बारे में अज्ञानता है. इसके अलावा, मनुष्य के दुखों के कुछ और कारण ये हैं: 
 
हमने जो भी अर्जित किया या पाया है, उसकी हानि की शंका हमारी चेतना को कभी पूर्णतया स्वच्छंद नहीं होने देती. 
 
मनुष्य में श्रेष्ठ गुणों का अभाव होता है. 
 
मनुष्य का शत्रुतापूर्ण और अमानवीय स्वभाव दुनिया को उदास और निराशाजनक बना देता है. 
 
अधिकांश मनुष्य इस बात का परिप्रेक्ष्य खो चुके हैं कि यह जीवन क्या है. 
 
उनकी मनोवैज्ञानिक प्रक्रिया अस्तित्वगत प्रक्रिया से कहीं अधिक बड़ी हो गई है. 
 
भगवद गीता के मुताबिक, मनुष्य को अपने विवेक, परिश्रम, बुद्धि और उद्यम पर संदेह नहीं करना चाहिए. उसे सदैव सत्य और स्वधर्म के पक्ष में रहना चाहिए.

©person

गीता के अनुसार मनुष्य के दुःख का कारण क्या है? यदि भगवद गीता को देखें तो हम पाते हैं कि संसार के दुखों का प्रमुख कारण आत्मा के स्वरूप के वि

18 Love

#वीडियो #Trending #viral

पुलिस टीम को पब्लिक ने बनाया बंधक #nojoto #viral #Trending

99 View

#rohanroymotivation #dailymotivation #RohanRoy  White जिस्म-जिस्म कतरा-कतरा का, 
आवाज हमें ना सुनाई देगा।
तब कैसे एक बेटी का, 
तड़पना अब हमें दिखाई देगा।
जब रो कर गिरकर जमीन से लिपटी, 
तब नर में छिपा जानवर मिला। 
हिफाजत मांगती आवाज लगाई, 
फिर लाखों भीड़ में एक ना दिखा।
क्यों बढ़ रहे हैं दरिंदगी के हौसले, 
या बढ़ रहे सितम समाज में।
फिर लिखते क्यों है ऐसी कहानी, 
जो पढ़ ना सके कल और आज में। 
लाख बुराइयों को मिटाए, 
फिर भी ना मिटे बुराई समाज में।
जब तक बुराई विचारों से नहीं मिटती, 
यह बीमारी मिलेगी कल और आज में। 
जब मिला सहारा इस जीवन का, 
इस ऋण को चुकाना भी होगा। 
जैसा खेल रचा है तुमने, 
इसका परिणाम अवश्य मिलेगा।
Author_ _Rohan Roy

©Rohan Roy

जिस्म-जिस्म कतरा-कतरा का, आवाज हमें ना सुनाई देगा। तब कैसे एक बेटी का, तड़पना अब हमें दिखाई देगा। जब रो कर गिरकर जमीन से लिपटी, तब नर में

153 View

#वीडियो

जनप्रतिनिधियों द्वारा नवचयनित लेखपालों को वितरित किये गये नियुक्ति पत्र बहराइच।उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा निष्पक्ष एवं पारद

117 View

#motivationalposts #विचार #thoughtsinhindi #thoughtsoflife #somethingtosay #hindithoughts

आज किसी अपने से संवाद हुआ, खुद की कहीं कभी कोई बात का जिक्र हुआ। मुझे तो याद नहीं था , कब,कैसे, कहां कहीं । बात छोटी है,पर सोचने पर गहरी है।

90 View

#वीडियो

पत्नी को बनाया बंधक वीडियो में

99 View

गीता के अनुसार मनुष्य के दुःख का कारण क्या है? यदि भगवद गीता को देखें तो हम पाते हैं कि संसार के दुखों का प्रमुख कारण आत्मा के स्वरूप के विषय में हमारा अज्ञान है। हम स्वजनों की मृत्यु की आशंका से ही भयभीत हो जाते हैं। हमने जो भी अर्जित किया या पाया है, उसकी हानि की शंका भी हमारी चेतना को कभी पूर्णतया स्वछंद नहीं होने देती। भगवद गीता के मुताबिक, मनुष्य के दुखों का प्रमुख कारण आत्मा के स्वरूप के बारे में अज्ञानता है. इसके अलावा, मनुष्य के दुखों के कुछ और कारण ये हैं: हमने जो भी अर्जित किया या पाया है, उसकी हानि की शंका हमारी चेतना को कभी पूर्णतया स्वच्छंद नहीं होने देती. मनुष्य में श्रेष्ठ गुणों का अभाव होता है. मनुष्य का शत्रुतापूर्ण और अमानवीय स्वभाव दुनिया को उदास और निराशाजनक बना देता है. अधिकांश मनुष्य इस बात का परिप्रेक्ष्य खो चुके हैं कि यह जीवन क्या है. उनकी मनोवैज्ञानिक प्रक्रिया अस्तित्वगत प्रक्रिया से कहीं अधिक बड़ी हो गई है. भगवद गीता के मुताबिक, मनुष्य को अपने विवेक, परिश्रम, बुद्धि और उद्यम पर संदेह नहीं करना चाहिए. उसे सदैव सत्य और स्वधर्म के पक्ष में रहना चाहिए. ©person

 गीता के अनुसार मनुष्य के दुःख का कारण क्या है?


यदि भगवद गीता को देखें तो हम पाते हैं कि संसार के दुखों का प्रमुख कारण आत्मा के स्वरूप के विषय में हमारा अज्ञान है। हम स्वजनों की मृत्यु की आशंका से ही भयभीत हो जाते हैं। हमने जो भी अर्जित किया या पाया है, उसकी हानि की शंका भी हमारी चेतना को कभी पूर्णतया स्वछंद नहीं होने देती।

भगवद गीता के मुताबिक, मनुष्य के दुखों का प्रमुख कारण आत्मा के स्वरूप के बारे में अज्ञानता है. इसके अलावा, मनुष्य के दुखों के कुछ और कारण ये हैं: 
 
हमने जो भी अर्जित किया या पाया है, उसकी हानि की शंका हमारी चेतना को कभी पूर्णतया स्वच्छंद नहीं होने देती. 
 
मनुष्य में श्रेष्ठ गुणों का अभाव होता है. 
 
मनुष्य का शत्रुतापूर्ण और अमानवीय स्वभाव दुनिया को उदास और निराशाजनक बना देता है. 
 
अधिकांश मनुष्य इस बात का परिप्रेक्ष्य खो चुके हैं कि यह जीवन क्या है. 
 
उनकी मनोवैज्ञानिक प्रक्रिया अस्तित्वगत प्रक्रिया से कहीं अधिक बड़ी हो गई है. 
 
भगवद गीता के मुताबिक, मनुष्य को अपने विवेक, परिश्रम, बुद्धि और उद्यम पर संदेह नहीं करना चाहिए. उसे सदैव सत्य और स्वधर्म के पक्ष में रहना चाहिए.

©person

गीता के अनुसार मनुष्य के दुःख का कारण क्या है? यदि भगवद गीता को देखें तो हम पाते हैं कि संसार के दुखों का प्रमुख कारण आत्मा के स्वरूप के वि

18 Love

#वीडियो #Trending #viral

पुलिस टीम को पब्लिक ने बनाया बंधक #nojoto #viral #Trending

99 View

#rohanroymotivation #dailymotivation #RohanRoy  White जिस्म-जिस्म कतरा-कतरा का, 
आवाज हमें ना सुनाई देगा।
तब कैसे एक बेटी का, 
तड़पना अब हमें दिखाई देगा।
जब रो कर गिरकर जमीन से लिपटी, 
तब नर में छिपा जानवर मिला। 
हिफाजत मांगती आवाज लगाई, 
फिर लाखों भीड़ में एक ना दिखा।
क्यों बढ़ रहे हैं दरिंदगी के हौसले, 
या बढ़ रहे सितम समाज में।
फिर लिखते क्यों है ऐसी कहानी, 
जो पढ़ ना सके कल और आज में। 
लाख बुराइयों को मिटाए, 
फिर भी ना मिटे बुराई समाज में।
जब तक बुराई विचारों से नहीं मिटती, 
यह बीमारी मिलेगी कल और आज में। 
जब मिला सहारा इस जीवन का, 
इस ऋण को चुकाना भी होगा। 
जैसा खेल रचा है तुमने, 
इसका परिणाम अवश्य मिलेगा।
Author_ _Rohan Roy

©Rohan Roy

जिस्म-जिस्म कतरा-कतरा का, आवाज हमें ना सुनाई देगा। तब कैसे एक बेटी का, तड़पना अब हमें दिखाई देगा। जब रो कर गिरकर जमीन से लिपटी, तब नर में

153 View

#वीडियो

जनप्रतिनिधियों द्वारा नवचयनित लेखपालों को वितरित किये गये नियुक्ति पत्र बहराइच।उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा निष्पक्ष एवं पारद

117 View

Trending Topic