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New लेखक की कलम से Status, Photo, Video

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छुप छुप के वो मेरे हालात देखता है कभी कभी नहीं दिन रात देखता है डरता बहुत है मिरे बिखरने से भी और मिरे बिखरे बिखरे जज्बात देखता है क्या क्या दलीलें पेश होंगी मनाने में रूठकर मुझसे मिरे ख़यालात देखता है किसके हाथ है मिलना बिछड़ना ये सब मुकद्दर पे मोहब्बत की विसात देखता है ये कलम तो उसकी दिवानी है और वो कलम की कशिश के करामात देखता है ©अज्ञात

#शायरी #कलम  छुप छुप के वो मेरे हालात देखता है 
कभी कभी नहीं दिन रात देखता है 

डरता बहुत है मिरे बिखरने से भी और 
मिरे बिखरे बिखरे जज्बात देखता है

क्या क्या दलीलें पेश होंगी मनाने में 
रूठकर मुझसे मिरे ख़यालात देखता है 

किसके हाथ है मिलना बिछड़ना ये सब 
मुकद्दर पे मोहब्बत की विसात देखता है 

ये कलम तो उसकी दिवानी है और वो 
कलम की कशिश के करामात देखता है

©अज्ञात

#कलम

18 Love

मेरे मन कर्म वचन या जाने अनजाने में मुझसे कोई गलती हुई हो तो उसके लिए मुझे क्षमा करें। इस दिवाली सिर्फ दिए नहीं साथ में अपने अंदर छिपे अहंकार को भी जलाना है।🚩 क्यूंकि मैं इंसान से तो लड़ सकता हूं किंतु.... उसकी बद्दुआ से नहीं।☝🏻 ये दिवाली नए प्रण वाली😌 इसी के साथ आप सभी को दिपावली की हार्दिक मंगलकामनाएं💐 ©ठाकुर आकाश सिंह सोमवंशी

#दिवाली #विचार  मेरे मन कर्म वचन या जाने अनजाने में 
मुझसे कोई गलती हुई हो तो 
उसके लिए मुझे क्षमा करें।

इस दिवाली सिर्फ दिए नहीं 
साथ में अपने अंदर छिपे अहंकार को भी जलाना है।🚩

क्यूंकि मैं इंसान से तो लड़ सकता हूं किंतु....
उसकी बद्दुआ से नहीं।☝🏻
ये दिवाली नए प्रण वाली😌

इसी के साथ आप सभी को 
दिपावली की हार्दिक मंगलकामनाएं💐

©ठाकुर आकाश सिंह सोमवंशी

मेरी कलम से....🖋️ #दिवाली

10 Love

जज़्बातों का कलम से रिश्ता बड़ा पुराना है अरमानों के फ़साने दिल को बस सुनाना है ©Shiv Narayan Saxena

 जज़्बातों का कलम से रिश्ता बड़ा पुराना है
अरमानों के फ़साने दिल को बस सुनाना है

©Shiv Narayan Saxena

जज़्बातों का कलम से रिश्ता.....

18 Love

White मैं कोई लेखक नहीं ...मगर फिर भी मुझे अच्छा लगता है लिखना जीवन के किस्से, आप बीती बातें और अपनों और गैरों से मिले अनुभव को शब्दों के रूप में आपके समक्ष प्रस्तुत करते रहना ये मुझे अच्छा लगता है । ©Pradyumn awsthi

#विचार #जीवन  White मैं कोई लेखक नहीं ...मगर फिर भी
 मुझे अच्छा लगता है लिखना 
जीवन के किस्से,
आप बीती बातें और अपनों और गैरों से
मिले अनुभव को शब्दों के रूप में
आपके समक्ष प्रस्तुत करते रहना 
ये मुझे अच्छा लगता है ।

©Pradyumn awsthi

#जीवन की कलम

15 Love

Nature Quotes आज बहुत दिनो बाद कलम उठाई मैंने, कंबख्त बोल पड़ी मुझसे। क्यो आज याद आई ? तुम्हे मेरी। अब क्या बताऊं मैं इसे,की मै किन गलियों से गुजरा हूं l भूल कर भी नही भूल पाया तेरी स्याही को, जो रंग भर रही थी मेरी कलमो को। ........…. ©skb

#विचार #NatureQuotes  Nature Quotes  आज बहुत दिनो बाद कलम उठाई मैंने,
कंबख्त बोल पड़ी मुझसे।
क्यो आज याद आई ? तुम्हे मेरी।
अब क्या बताऊं मैं इसे,की मै किन गलियों से गुजरा हूं l
भूल कर भी नही भूल पाया तेरी स्याही को,
जो रंग भर रही थी मेरी कलमो को।
........….

©skb

मेरी कलम से... #NatureQuotes

16 Love

#कविता  स्वरचित मुक्तक
मग्न खुद में हमेशा

तृप्ति की कलम और तृप्ति के स्वर में मुक्तक

189 View

छुप छुप के वो मेरे हालात देखता है कभी कभी नहीं दिन रात देखता है डरता बहुत है मिरे बिखरने से भी और मिरे बिखरे बिखरे जज्बात देखता है क्या क्या दलीलें पेश होंगी मनाने में रूठकर मुझसे मिरे ख़यालात देखता है किसके हाथ है मिलना बिछड़ना ये सब मुकद्दर पे मोहब्बत की विसात देखता है ये कलम तो उसकी दिवानी है और वो कलम की कशिश के करामात देखता है ©अज्ञात

#शायरी #कलम  छुप छुप के वो मेरे हालात देखता है 
कभी कभी नहीं दिन रात देखता है 

डरता बहुत है मिरे बिखरने से भी और 
मिरे बिखरे बिखरे जज्बात देखता है

क्या क्या दलीलें पेश होंगी मनाने में 
रूठकर मुझसे मिरे ख़यालात देखता है 

किसके हाथ है मिलना बिछड़ना ये सब 
मुकद्दर पे मोहब्बत की विसात देखता है 

ये कलम तो उसकी दिवानी है और वो 
कलम की कशिश के करामात देखता है

©अज्ञात

#कलम

18 Love

मेरे मन कर्म वचन या जाने अनजाने में मुझसे कोई गलती हुई हो तो उसके लिए मुझे क्षमा करें। इस दिवाली सिर्फ दिए नहीं साथ में अपने अंदर छिपे अहंकार को भी जलाना है।🚩 क्यूंकि मैं इंसान से तो लड़ सकता हूं किंतु.... उसकी बद्दुआ से नहीं।☝🏻 ये दिवाली नए प्रण वाली😌 इसी के साथ आप सभी को दिपावली की हार्दिक मंगलकामनाएं💐 ©ठाकुर आकाश सिंह सोमवंशी

#दिवाली #विचार  मेरे मन कर्म वचन या जाने अनजाने में 
मुझसे कोई गलती हुई हो तो 
उसके लिए मुझे क्षमा करें।

इस दिवाली सिर्फ दिए नहीं 
साथ में अपने अंदर छिपे अहंकार को भी जलाना है।🚩

क्यूंकि मैं इंसान से तो लड़ सकता हूं किंतु....
उसकी बद्दुआ से नहीं।☝🏻
ये दिवाली नए प्रण वाली😌

इसी के साथ आप सभी को 
दिपावली की हार्दिक मंगलकामनाएं💐

©ठाकुर आकाश सिंह सोमवंशी

मेरी कलम से....🖋️ #दिवाली

10 Love

जज़्बातों का कलम से रिश्ता बड़ा पुराना है अरमानों के फ़साने दिल को बस सुनाना है ©Shiv Narayan Saxena

 जज़्बातों का कलम से रिश्ता बड़ा पुराना है
अरमानों के फ़साने दिल को बस सुनाना है

©Shiv Narayan Saxena

जज़्बातों का कलम से रिश्ता.....

18 Love

White मैं कोई लेखक नहीं ...मगर फिर भी मुझे अच्छा लगता है लिखना जीवन के किस्से, आप बीती बातें और अपनों और गैरों से मिले अनुभव को शब्दों के रूप में आपके समक्ष प्रस्तुत करते रहना ये मुझे अच्छा लगता है । ©Pradyumn awsthi

#विचार #जीवन  White मैं कोई लेखक नहीं ...मगर फिर भी
 मुझे अच्छा लगता है लिखना 
जीवन के किस्से,
आप बीती बातें और अपनों और गैरों से
मिले अनुभव को शब्दों के रूप में
आपके समक्ष प्रस्तुत करते रहना 
ये मुझे अच्छा लगता है ।

©Pradyumn awsthi

#जीवन की कलम

15 Love

Nature Quotes आज बहुत दिनो बाद कलम उठाई मैंने, कंबख्त बोल पड़ी मुझसे। क्यो आज याद आई ? तुम्हे मेरी। अब क्या बताऊं मैं इसे,की मै किन गलियों से गुजरा हूं l भूल कर भी नही भूल पाया तेरी स्याही को, जो रंग भर रही थी मेरी कलमो को। ........…. ©skb

#विचार #NatureQuotes  Nature Quotes  आज बहुत दिनो बाद कलम उठाई मैंने,
कंबख्त बोल पड़ी मुझसे।
क्यो आज याद आई ? तुम्हे मेरी।
अब क्या बताऊं मैं इसे,की मै किन गलियों से गुजरा हूं l
भूल कर भी नही भूल पाया तेरी स्याही को,
जो रंग भर रही थी मेरी कलमो को।
........….

©skb

मेरी कलम से... #NatureQuotes

16 Love

#कविता  स्वरचित मुक्तक
मग्न खुद में हमेशा

तृप्ति की कलम और तृप्ति के स्वर में मुक्तक

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