tags

Best lekhaniblog Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best lekhaniblog Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about ishq a de lekhe, ishq an de lekhe, ishq an de lekhe mp3.

  • 1 Followers
  • 35 Stories
  • Video
  • Latest
  • Popular
#ज़िन्दगी #smallwondersaanvi #eklekhanimeribhi #nojotoofficial #lekhniblogdj #abhivyaktidj

Attributions credits video used Tital Blowing Dandelion By video clip: by stockfootage Link to download https://www.videvo.net/author/videvo/ Song tital: churi return

1,873 View

#पौराणिककथा #smallwondersaanvi #eklekhanimeribhi #lekhniblogdj #abhivyaktidj

श्री शिव पंचाक्षर स्त्रोत प्रथम श्लोक अर्थ सहित जैसा कि आप सभी जानते हैं शिव स्मरण का सर्वविदित मंत्र है ॐ नमः शिवाय। वैसे ही शिव पंचाक्षर स्त्रोत अर्थात पांच अक्षरों से मिलकर बना शिव स्त्रोत। अक्षर 'न' 'म' 'शि' 'वा' और 'य' इन पांचों अक्षरों से मिलकर बना पाँच श्लोकी स्त्रोत है शिव पंचाक्षर स्त्रोत। जिसका पहला श्लोक 'न' अक्षर से शुरू होता है और शिवजी के नकार स्वरूप के नमन पर समाप्त होता है।  इसी तरह दूसरा, तीसरा, चौथा, पांचवा क्रमशः 'म' 'शि' 'व' और 'य' अक्षरों से शुरू होता है। और इन्हीं अक्षरो

22,334 View

#ज़िन्दगी #eklekhanimeribhi #nojotoofficial #lekhniblogdj #abhivyaktidj #nojotohindi

कभी तो होगी इस दर्द से भी आख़री मुलाकात, कर रही हूँ रोज न चाहते हुए भी इससे बात। ज़िन्दगी का फलसफ़ा और ये मेरे जज़्बात, तकते हैं राह!! कब आएगी उस आखरी मुलाकात की रात!! ©®divyajoshi स्वरचित मौलिक

24,739 View

#ज़िन्दगी #eklekhanimeribhi #nojotoofficial #lekhniblogdj #abhivyaktidj #nojotohindi
#ज़िन्दगी #smallwondersaanvi #eklekhanimeribhi #nojotoofficial #MorningGossip #lekhniblogdj  जरा ऐसे 
बरसो सावन
©®divyajoshi
स्वरचित मौलिक

रचना नीचे कैप्शन में
👇👇👇👇👇

ऐसे न बरसो सावन कि किसी की रोटी छिन जाए। बरसो तो ऐसे कि प्यास भी बुझ जाए, और कोई भूखा न सोने पाए। ऐसे न बरसो सावन कि किसी का आशियाना उजड़ जाए, बरसो तो यूँ कि छत पर गिरी बूंदों का

31,733 View

#ज़िन्दगी #smallwondersaanvi #eklekhanimeribhi #creativewriting #hindiwriting #abhivyaktidj  स्वरचित मौलिक
©®divyajoshi

नदिया किनारे: जीवनशाला हाँ!!! मैं भी बैठना चाहती हूँ नदिया किनारे। महसूस करने नदी की गाथा, उसके दुःख, दर्द। उसकी खुशियों उसके संघर्षों को जीने, उससे जीवन सीखने, मैं जरूर बैठूँगी एक दिन नदी किनारे। अस्वच्छ कर दिए गए उस सरित जल को भी यूँ नि:शंक प्रवाहित होते देख, शामिल हो उस प्रवाह गाथा में, निडरता वैसी ही उपजाना चाहती हूं मैं,

22,399 View