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#2023Recap  पेड़ बचाओ, जीवन सजाओ
बातें लगती हैं सबको मूर्खतापूर्ण
सबको लगती है अवगुण
देखो दुनिया जैसे दुनियाँ तुम्हे देखती है
क्या तुम्हारे अंदर हृदय नहीं है, क्या तुम में जीव नही हैं
क्या लगता है तुमको कि नीति का लिखा तुम बदल पाओगे,
क्या मूकबधिर हो तुम सब , कि जो हो रहा दुनिया मे उससे सीख पाओगे
अरे ये पेड़ है ,चरित्र हैं, चरितार्थ हैं हम सब के
व्यर्थ नही है इनको बचाना 
मित्र बनों ,सिमट जाओ लिपट जाओ

©rahul verma

पेड़ - एक जीवन

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In fields of green and forests tall, Where nature reigns and creatures crawl, The environment thrives and calls, For us to cherish, love and install.

The rivers flow with graceful ease, Their waters pure and cool to please, The fish that swim within with glee, Depend on us to keep them free.

The skies above with endless blue, The clouds that form a perfect hue, The birds that soar and sing anew, Are all a part of nature's view.

But sadly, we neglect this gift, Our actions cause the earth to shift, The air we breathe is now so stiff, We must act now, before we drift.

So let us pledge to do our part, To heal the wounds and mend the heart, Of Mother Earth, our sacred art, To ensure a world that won't fall apart.

©gopi kiran

In fields of green and forests tall, Where nature reigns and creatures crawl, The environment thrives and calls, For us to cherish, love and install. The rivers flow with graceful ease, Their waters pure and cool to please, The fish that swim within with glee, Depend on us to keep them free. The skies above with endless blue, The clouds that form a perfect hue, The birds that soar and sing anew, Are all a part of nature's view. But sadly, we neglect this gift, Our actions cause the earth to shift, The air we breathe is now so stiff, We must act now, before we drift. So let us pledge to do our part, To heal the wounds and mend the heart, Of Mother Earth, our sacred art, To ensure a world that won't fall apart. ©gopi kiran

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विकास के नाम पर विनाश नही चाहिए, हसदेव के जंगल को बचाना है, अपनी जिंदगी को बचाना है, पर्यावरण को बचाना है, @World Environment Day ©J.P. Dewangan

#Chipko_Movement_Anniversary #समाज  विकास  के नाम पर 
विनाश नही चाहिए,
हसदेव के जंगल को बचाना है,
अपनी जिंदगी को बचाना है,
पर्यावरण को बचाना है,
@World Environment Day

©J.P. Dewangan

बच्चे ने पिता से कहा - कि पापा हम यह पेड़ पौधे क्यों कटवाते हैं पेड़-पौधे ही तो हमे फल 🍎🍊🥭खिलाते हैं हमें धूप☀☀ से भी बचाते हैं और जब कभी बारिश ⛈️⛈️🌧आ जाती है तो हम झट से इनके🌳🌳 नीचे जाकर ही तो खड़े हो जाते है लेकिन पापा फिर भी हम इनको क्यों कटवाते हैं पेड़ पौधे ही तो हमारे गार्डन 🌹🥀 में रौनक लाते हैं और ऑक्सीजन भी तो हम इन्हीं से ही पाते हैं और लकड़ी आदि भी तो हम इन्हीं की ही जलाते हैं लेकिन फिर भी हम इन पेड़ पौधों को कटवाते हैं ©vidhi kajla20

 बच्चे ने पिता से कहा - 
 कि पापा हम यह पेड़ पौधे क्यों कटवाते हैं 

पेड़-पौधे ही तो हमे फल 🍎🍊🥭खिलाते हैं
 हमें धूप☀☀ से भी बचाते हैं 
और जब कभी बारिश ⛈️⛈️🌧आ जाती है तो हम झट से इनके🌳🌳 नीचे जाकर ही तो खड़े हो जाते है

 लेकिन पापा फिर भी हम इनको क्यों कटवाते हैं
 पेड़ पौधे ही तो हमारे गार्डन 🌹🥀 में रौनक लाते हैं 
और ऑक्सीजन भी तो हम इन्हीं से ही पाते हैं 
और लकड़ी  आदि भी तो हम इन्हीं की ही जलाते हैं
 
लेकिन फिर भी हम इन पेड़ पौधों को  कटवाते हैं

©vidhi kajla20

बच्चे ने पिता से कहा - कि पापा हम यह पेड़ पौधे क्यों कटवाते हैं पेड़-पौधे ही तो हमे फल 🍎🍊🥭खिलाते हैं हमें धूप☀☀ से भी बचाते हैं और जब कभी बारिश ⛈️⛈️🌧आ जाती है तो हम झट से इनके🌳🌳 नीचे जाकर ही तो खड़े हो जाते है लेकिन पापा फिर भी हम इनको क्यों कटवाते हैं पेड़ पौधे ही तो हमारे गार्डन 🌹🥀 में रौनक लाते हैं और ऑक्सीजन भी तो हम इन्हीं से ही पाते हैं और लकड़ी आदि भी तो हम इन्हीं की ही जलाते हैं लेकिन फिर भी हम इन पेड़ पौधों को कटवाते हैं ©vidhi kajla20

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सतयुग में घर बनते थे लकड़ी गोबर मिट्टी से कलयुग में घर बनते हैं लोहा कंकर बजरी से। सतयुग में सिर्फ लोहे का काम कुंडली का था, कलयुग में सारा काम लोहे का है दरवाजे लोहे के चिटकनी लोहे की, लेंटर लोहे के दरवाजे लोहे के रेलिंग लोहे की खिड़कियां लोहे के ऊपर से नीचे तक सब लोहा लोहा। चारों तरफ से शनि महाराज की कृपा जय शनि महाराज की जय ©Devendra singh Nagarkoti

#Chipko_Movement_Anniversary  सतयुग में घर बनते थे लकड़ी गोबर मिट्टी से कलयुग में घर बनते हैं लोहा कंकर बजरी से।
सतयुग में सिर्फ लोहे का काम कुंडली का था, 
कलयुग में सारा काम लोहे का है दरवाजे लोहे के चिटकनी लोहे की, लेंटर लोहे के दरवाजे लोहे के रेलिंग लोहे की खिड़कियां लोहे के ऊपर से नीचे तक सब लोहा लोहा। चारों तरफ से शनि महाराज की कृपा
 जय शनि महाराज की जय

©Devendra singh Nagarkoti

Iron लोहा #Chipko_Movement_Anniversary

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जीवन की पीड़ा और शंका से विचलित हो आए थे सिद्धार्थ पेड़ की छांव में उसी छांव में उन्हें महसूस हुआ विचलन के बीच ठहराव लिए छाया देता असीम शांति के साथ खड़ा एक मौन पेड़ !! ©मिहिर

#Chipko_Movement_Anniversary  जीवन की पीड़ा और शंका से 
विचलित हो आए थे सिद्धार्थ
पेड़ की छांव में 
उसी छांव में
उन्हें महसूस हुआ
विचलन के बीच 
ठहराव लिए
छाया देता
असीम शांति के साथ खड़ा 
एक मौन पेड़ !!

©मिहिर
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