ये बारिश, ये फूल, ये हवाओं का आँचल ये सर्दियाँ, ये, पतझड, ये तपन ये सावन की हरियाली के पल ये नदियाँ, ये पहाड़ ये पक्षियों का कलरव, कोलाहल हमने पाया है तुमसे शा.
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