Natural Morning खामोश सी निगाहे उसकी जैसे खामोशी से देख रही थी, मेरी खामोश निगाहो को...... ज्वार-भाटा सा था चित्त मेरा, सवालो से जैसे भरा था वो खामोश लम्हा.
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