सुनो तुमसे कोई पूछे कभी मतलब मुहब्बत का तो उसको कुछ बताने से ज़रा पहले ठहर जाना उठा कर ख़ाक सर पर डाल कर इतना फ़क़त कहना मुहब्बत इब्तेदा से इंतेहा तक दर.
1 Stories
454 View
Will restore all stories present before deactivation.
It may take sometime to restore your stories.
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here