एक रास्ता ऐसा भी है ना बारिश की फिक्र जिसकी कोई मंजिल भी नहीं। मिलों तक सफ़र तय करता हैं। ना धूप की चिन्ता। मद मस्त होकर बेख़ौफ़ सा नजर आता हैं.
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